ध्यान रखें यहां बताए जा रहे सभी उपाय ज्योतिष से संबंधित हैं. इस कारण इन्हें आस्था और विश्वास के साथ करना चाहिए. उपाय करते समय मन में किसी प्रकार की शंका ना हो , इसका ख़याल रखे.
0301. छींक - कोई मरीज यदि दवा ले रहा हो और छींक आ जाए तो वह शीघ्र ही ठीक हो जाता है.
0302. छींक - कोई मित्र या रिश्तेदार के जाते समय कोई उसके बांई ओर छींकता है तो यह अशुभ संकेत है. अगर जरूरी न हो तो ऐसी यात्रा टाल देनी चाहिए.
0303. छींक - कोई वस्तु खरीदते समय यदि छींक आ जाए तो खरीदी गई वस्तु से लाभ होता है.
0304. छींक - धार्मिक अनुष्ठान या यज्ञादि प्रारंभ करते समय कोई छींकता है तो अनुष्ठान पूरा होने में समस्याएं आती हैं.
0305. छींक - नए मकान में प्रवेश करते समय यदि छींक सुनाई दे तो प्रवेश स्थगित कर देना ही उचित होता है या फिर किसी योग्य ब्राह्मण से इसके बारे में विचार कर ही घर में प्रवेश करना चाहिए.
0306. छींक - भोजन करने से पहले छींक की ध्वनि सुनना अशुभ माना जाता है.
0307. छींक - यदि कोई व्यक्ति दिन के प्रथम प्रहर ( सुबह 6 से 9 बजे तक) में पूर्व दिशा की ओर छींक की ध्वनि सुनता है तो उसे अनेक कष्ट झेलने पड़ते हैं. दूसरे प्रहर ( सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक) में सुनता है तो शारीरिक कष्ट, तीसरे प्रहर ( दोपहर 12 से 3 बजे तक) में सुनता है तो दूसरे के द्वारा स्वादिष्ट भोजन की प्राप्ति और चौथे प्रहर (दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक) में सुनता है तो किसी मित्र से मिलना होता है.
0308. छींक - यदि घर से निकलते समय कोई सामने से छींकता है तो कार्य में बाधा आती है, लेकिन एक से अधिक बार छींकता है तो काम आसानी से पूरा हो जाता है.
0309. छींक - व्यापार आरंभ करने से पहले छींक आना व्यापार में सफलता का सूचक है.
0310. छींक - सोने से पहले और जागने के तुरंत बाद छींक की ध्वनि सुनना अशुभ माना जाता है.
0311. ज़रूर करें - अखंडित भोज पत्र पर 15 का यंत्र लाल चन्दन की स्याही से मोर के पंख की कलम से बनाएं और उसे सदा अपने पास रखें. लाभ होता है.
0312. ज़रूर करें - अगर आपके घर में किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो सावन में रोज सुबह घर में गोमूत्र का छिड़काव करें तथा गुग्गुल का धूप दें.
0313. ज़रूर करें - अगर आपको शक हो कि किसी ने आप पर कोई टोना-टोटका किया है तो भी गो मूत्र सर्वश्रेष्ठ उपचार है. अपने शरीर पर गौ-मूत्र का छिड़काव करें.
0314. ज़रूर करें - अगर घर के आस पास चमगादड दिखाई देते हैं तो शाम होते ही घर के खिड़की दरवाजे बंद कर दे.
0315. ज़रूर करें - अपने घर के आस-पास कोई ऐसा तालाब, झील या नदी का चयन करें, जहां बहुत सी मछलियां हों. यहां रोज जाकर आटे की गोलियां मछलियों को खिलाएं. मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का यह बहुत ही अचूक उपाय है. नियमित रूप से जो यह उपाय करता है, कुछ ही दिनों में उसकी परेशानियां दूर होने लगती हैं.
0316. ज़रूर करें - अपने घर में पवित्र नदियों का जल संग्रह कर के रखना चाहिए. इसे घर के ईशान कोण में रखने से अधिक लाभ होता है.
0317. ज़रूर करें - ईश्वर को धन्यवाद किए बगैर भोजन नही करना चाहिये.
0318. ज़रूर करें - उत्तर दिशा में बैठकर ही भोजन करें और भोजन की थाली में हाथ न धोएं. धन के नुकसान से बचा जा सकता हैं.
0319. ज़रूर करें - ऊंचे व घने वृक्ष घर के दक्षिण या पश्चिम भाग में घर की दीवारों से थोड़ी दूर ही लगाना चाहिए.
0320. ज़रूर करें - औरतो का खडे खडे बाल नही बनाने चाहिये. बैठ कर बनाने चाहिये. ज़्यादा सुंदर लगेंगी ओर थकान भी महसूस नही होगी.
0321. ज़रूर करें - कर्ज-मुक्ति के लिये “गजेन्द्र-मोक्ष´´ स्तोत्र का प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व पाठ अमोघ उपाय है.
0322. ज़रूर करें - काम पर जाने से पहले लौंग चूसें तथा सुपारी को वापस ला कर गणेश जी के आगे रख दें तथा जाते हुए कहें 'ऊँ ऊँ जय जय गणेश काटो कलेश'.
0323. ज़रूर करें - खाना बनाते समय पहली रोटी गाय के लिए निकालें. मछली को आटा खिलाएं. कुत्ते को रोटी दें. पक्षियों को दाना डालें और चीटिंयों को चीनी व आटा खिलाएं.
0324. ज़रूर करें - खुशबूदार फूल वाले पौधे जैसे- चंपा, नागचंपा, चमेली, बेला, रात की रानी आदि फूल घर के बाहर ही लगाएं. क्योंकि इससे मानसिक तनाव में कमी आती है.
0325. ज़रूर करें - चुटकी भर हींग अपने ऊपर से वार कर उत्तर दिशा में फेंक दें. प्रात:काल तीन हरी इलायची को दाएँ हाथ में रखकर “श्रीं श्रीं´´ बोलें, उसे खा लें, फिर बाहर जाए.
0326. ज़रूर करें - जब भी घर में पोंछा लगाते है, तब पानी में थोड़ा-सा नमक भी मिला लेना चाहिए. नमक मिले हुए पानी से पोंछा लगाने पर फर्श के सूक्ष्म कीटाणु नष्ट होंगे. साथ ही, घर की नकारात्मक ऊर्जा भी खत्म हो जाएगी. घर का वातावरण पवित्र होगा और जिन घरों में पवित्रता रहती है, वहां लक्ष्मी का आगमन होता है.
0327. ज़रूर करें - जब भी समय मिले, आप राम नाम का जप करें. आपकी मनोकामना अवश्य पूरी होगी.
0328. ज़रूर करें - जूते चप्पल उल्टा देख कर उसको सीधा कर देना चाहिये.
0329. ज़रूर करें - जो दूसरो का भला करता है, ईश्वर उसका भला करता है.
0330. ज़रूर करें - तुलसी और केल का पौधा घर में रखने से हमेशा बरकत बनी रहेगी.
0331. ज़रूर करें - तुलसी का पौधा बेहद कल्याणकारी, बहुउपयोगी, पवित्र एवं शुभ माना जाता है. तुलसी में एंटीबायोटिक सहित अनेक औषधीय गुण होते हैं. इसका स्पर्श व इसकी हवा दोनों लाभकारी है. इसलिए इसे घर में अवश्य लगाना चाहिए. तुलसी का पौधा वायु प्रदूषण को भी कम करता है. तुलसी का पौधा घर के ब्रह्म स्थल यानी बीचोंबीच लगाना चाहिए. वैसे इसे घर के किसी भी कोने में लगाया जा सकता है. इसे गंदे स्थान पर न लगाएं.
0332. ज़रूर करें - दक्षिण दिशा मैं लाल रंग की रोशनी करें या लाल रंग की कोई भी वस्तु रखे, लॉटरी के लिए ठीक होता है,
0333. ज़रूर करें - दीदी (मंगलमुखी) की दुआएं किसी भी व्यक्ति के बुरे समय को दूर कर सकती हैं. धन लाभ चाहते है तो एक सिक्का लेकर पर्स में रखे.
0334. ज़रूर करें - ध्यान दें घर में प्रवेश द्वार बिलकुल साफ़ रहे . यदि आपका प्रवेश द्वार ही गन्दा रहेगा तब घर में लक्ष्मी के आगमन पर रोक जरुर लग सकती है .
0335. ज़रूर करें - नदी, पूल या सड़क पार करते समय भगवान का स्मरण जरूर करें. एकांत में शयन या यात्रा करते समय पवित्रता का ध्यान रखें.
0336. ज़रूर करें - नियमित रूप से रात्रि के समय किसी भी शिवलिंग के समक्ष दीपक लगाना चाहिए. दीपक लगाते समय ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जप करना चाहिए.
0337. ज़रूर करें - नौकर न टिके या परेशान करे तो हर मंगलवार को मीठी बूंदी का प्रशाद लेकर मंदिर में चढा कर लडकियों में बांट दें . ऐसा आप चार मंगलवार करें. लाभ होगा.
0338. ज़रूर करें - पवित्रता के साथ धर्मग्रंथ पढना चाहिये.
0339. ज़रूर करें - पूरव दिशा की तरफ बेम्बू प्लांट या अक्वेरियम लगाएँ, धन - संपत्ति के लिए ठीक होता हैं
0340. ज़रूर करें - पौधे व फूलों का उपयोग घर के नुकीले कोणों व उबड़-खाबड़ जमीन को ढकने के लिए किया जा सकता है.
0341. ज़रूर करें - प्रतिदिन गाय, कुत्ते, कौवे, पक्षी व चींटी को रोटी खिलाएं, आपके बिगड़े काम बनने लगेंगे. इससे सभी तरह की समस्याओं का समाधान होगा.
0342. ज़रूर करें - प्रतिदिन थोड़ा-थोड़ा गौमूत्र पीने से भी लाभ प्राप्त होते हैं. (मेडिकेटिड प्रूवड)
0343. ज़रूर करें - प्रतिदिन नहाने से पहले बाल्टी में पानी भरें और इसके बाद अपनी तर्जनी उंगली (इंडेक्स फिंगर) से पानी पर त्रिभुज का चिह्न बनाएं. त्रिभुज बनाने के बाद एक अक्षर का बीज मंत्र ‘ह्रीं’ उसी चिह्न के बीच वाले स्थान पर लिखें. साथ ही, अपने इष्ट देवी-देवता से परेशानियों दूर करने की प्रार्थना करें.
0344. ज़रूर करें - प्रतिदिन नियमपूर्वक 5 माला श्रद्धा से भगवान् श्रीकृष्ण का ध्यान करके, जप करता रहे “ॐ ॐ क्लीं नन्दादि गोकुलत्राता दाता दारिद्र्यभंजन. सर्वमंगलदाता च सर्वकाम प्रदायक:. श्रीकृष्णाय नम:. . ´´
0345. ज़रूर करें - प्रतिदिन सूर्य को अध्र्य दें और पूजन करें. आपको शत्रुओं का भय नहीं सताएगा.
0346. ज़रूर करें - प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़ें. मंगलवार या शनिवार के दिन हनुमानजी को चोला चढ़ाएं और उनको बनारसी पान का बीड़ा भी अर्पित करें. आपके बिगड़े काम फिर से बनने लगेंगे. हनुमान चालीसा पढ़ने से जहां पितृदोष, राहुदोष, मंगलदोष आदि दूर होते हैं वहीं भूत-प्रेतादि का बुरा साया भी हट जाता है.
0347. ज़रूर करें - प्रत्येक पक्ष (शुक्ल और कृष्ण पक्ष) के ग्यारस और त्रयोदशी को विधिपूर्वक व्रत रखेंगे तो निश्चित ही आपके जीवन से निर्धनता और सभी तरह के संकट दूर हो जाएंगे.
0348. ज़रूर करें - प्रत्येक प्रकार के संकट निवारण के लिये भगवान गणेश की मूर्ति पर कम से कम 21 दिन तक थोड़ी-थोड़ी जावित्री चढ़ावे और रात को सोते समय थोड़ी जावित्री खाकर सोवे. यह प्रयोग 21, 42, 64 या 84 दिनों तक करें.
0349. ज़रूर करें - प्रत्येक मंगलवार को 11 पीपल के पत्ते लें. उनको गंगाजल से अच्छी तरह धोकर लाल चन्दन से हर पत्ते पर 7 बार राम लिखें. इसके बाद हनुमान जी के मन्दिर में चढ़ा आएं तथा वहां प्रसाद बाटें और इस मंत्र का जाप जितना कर सकते हो करें. "जय जय जय हनुमान गोसाईं, कृपा करो गुरू देव की नांई" 7 मंगलवार लगातार जप करें. प्रयोग गोपनीय रखें. अवश्य लाभ होगा.
0350. ज़रूर करें - प्रत्येक मंगलवार को बच्चे के सिर पर से कच्चा दूध 11 बार वार कर किसी जंगली कुत्ते को शाम के समय पिला दें . बच्चा दीर्घायु होगा .
0351. ज़रूर करें - बंद या खराब घडी नेगेटिव एनर्जी को बढ़ाती है. उन्नति और धन संबंधी परेशानियों से बचाव के लिए इस बात का ध्यान रखना चाहिए की बंद घडी को ठीक करवा लें या घर में न रखें.
0352. ज़रूर करें - बच्चे के उत्तम स्वास्थ्य व दीर्घायु के लिए एक काला रेशमी डोरा लें. “ऊं ऊं नमोः भगवते वासुदेवाय नमः” का जाप करते हुए उस डोरे में थोडी थोडी दूरी पर सात गांठें लगायें . उस डोरे को बच्चे के गले या कमर में बांध दें.
0353. ज़रूर करें - बच्चों का पढ़ाई में मन न लगता हो, तो शुक्ल पक्ष के पहले बृहस्पतिवार को सूर्यास्त से ठीक आधा घंटा पहले बड़ के पत्ते पर पांच अलग-अलग प्रकार की मिठाईयां तथा दो छोटी इलायची पीपल के वृक्ष के नीचे श्रद्धा भाव से रखें और अपनी शिक्षा के प्रति कामना करें. पीछे मुड़कर न देखें, सीधे अपने घर आ जाएं.
0354. ज़रूर करें - बनता काम बिगडता हो, लाभ न हो रहा हो या कोई भी परेशानी हो तो हर मंगलवार को हनुमान जी के चरणों में मीठी बूंदी चढा कर उसी प्रशाद को मंदिर के बाहर गरीबों में बांट दें .
0355. ज़रूर करें - बाहर से जब भी आप घर में प्रवेश करें तो कभी खाली हाथ ना जाएं. घर में हमेशा कुछ ना कुछ लेकर प्रवेश करें. चाहे वह पेड़ का पत्ता ही क्यों न हो.
0356. ज़रूर करें - बैठक रूम, बेडरूम, किचन, स्टडी रूम, बरामदे आदि जगहों पर कोई चित्र या पेंटिंग लगाएं. एक चित्र आपका जीवन बदल सकता है. घर में ढेर सारे देवी और देवताओं के चित्र या मूर्तियां न रखें.
0357. ज़रूर करें - भगवान की आरती करते समय ध्यान रखें ये बातें- भगवान के चरणों की चार बार आरती करें, नाभि की दो बार और मुख की एक या तीन बार आरती करें. इस प्रकार भगवान के समस्त अंगों की कम से कम सात बार आरती करनी चाहिए.
0358. ज़रूर करें - भगवान शिव को चावल चढ़ाने से धन की प्राप्ति होती है.
0359. ज़रूर करें - भोजन के लिए बनाई जा रही रोटी में से पहली रोटी गाय को दें. अगर प्रतिदिन गाय को रोटी दी जाए तो सभी देवता प्रसन्न होते हैं और आपकी हर मनोकामना पूरी कर सकते हैं.
0360. ज़रूर करें - भोजन सदैव पूर्व या उत्तर की ओर मुख कर के करना चाहिए. संभव हो तो रसोईघर में ही बैठकर भोजन करें इससे राहु शांत होता है.
0361. ज़रूर करें - मंगलवार और शनिवार को हनुमानजी के मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा पढ़े और एक बार उनको चौला अवश्य चढ़ा दें. यह डर और भय को भगाने का सबसे अच्छा उपाय है. भाग्य चमकाने लगेगा
0362. ज़रूर करें - मंगलवार को सूर्योदय के समय किसी चौराहे पर जाएं और एक टुकड़ा गुड़ को दांत से दो भागों में बांट कर दो अलग-अलग दिशाओं में फेंक दें. 5 सप्ताह लगातार यह क्रिया करें.
0363. ज़रूर करें - मानसिक परेशानी दूर करने के लिए रोज़ हनुमान जी का पूजन करें व हनुमान चालीसा का पाठ करें . प्रत्येक शनिवार को शनि को तेल चढायें . अपनी पहनी हुई एक जोडी चप्पल किसी गरीब को एक बार दान करें .
0364. ज़रूर करें - यदि घर में क्लेश रहता है तो रोज भगवान की पूजा करें तथा माता-पिता की सेवा करें. आपको शांति का अनुभव होगा.
0365. ज़रूर करें - यदि कुंडली में बुध गृह कमजोर हो तो दीदी को (मंगलमुखी) को हरे रंग की चूड़ियां व साडी दान करनी चाहिए. इससे लाभ होता है.
0366. ज़रूर करें - यदि घर की किसी दीवार पर पीपल उग आए तो उसे पूजा करके हटाते हुए गमले में लगा देना चाहिए. पीपल को बृहस्पति ग्रह का कारक माना जाता है.
0367. ज़रूर करें - रविवार को छोड़कर हर दिन तुलसी के पौधे में जल चढ़ाएं और सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर ही काम के लिए बाहर निकलें, सारे काम बनेंगे.
0368. ज़रूर करें - रात्रि में सोने से पहले घी में तर किया हुआ कपूर जला दें. इसे तनावमुक्ति होगी और गहरी नींद आएगी. शरीर को हमेशा सुगंधित और साफ-सुथरा बनाए रखें.
0369. ज़रूर करें - रुका हुआ कार्य पूरा करने के लिए श्रीकृष्ण को माखन-मिश्री का भोग लगाएं.
0370. ज़रूर करें - रोज शाम को धुप-बत्ती एवं शंख बजाने की परंपरा रखें . शंख की ध्वनि से पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है साथ ही कपूर अथवा धुप से संध्या बत्ती देने पर हानिकारक विषाणुओं का नाश होता है .
0371. ज़रूर करें - रोज सुबह जब आप उठें तो सबसे पहले दोनों हाथों की हथेलियों को कुछ क्षण देखकर चेहरे पर तीन चार बार फेरे. धर्म ग्रंथों के अनुसार, हथेली के ऊपरी भाग में मां लक्ष्मी, बीच में मां सरस्वती व नीचे के भाग (मणि बंध) में भगवान विष्णु का स्थान होता है. इसलिए रोज सुबह उठते ही अपनी हथेली देखने से भाग्य चमक उठता है.
0372. ज़रूर करें - रोज सुबह जल्दी उठें और स्नान के बाद तांबे के लोटे से सूर्य को जल अर्पित करें. जल चढ़ाने के साथ ही लाल फूल भी सूर्य को चढ़ाएं. लाभ होता है.
0373. ज़रूर करें - रोज सुबह तुलसी को जल चढ़ाएं और शाम को तुलसी के पास दीपक जलाने का उपाय शुरू करें. सुबह तुलसी के एक पत्ते का सेवन करें. लाभ होता है.
0374. ज़रूर करें - रोज सुबह भगवान श्रीगणेश की पूजा करें. महीने के अंत तक आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाएंगी.
0375. ज़रूर करें - रोज सुबह स्नान आदि करने के बाद पीपल के पेड़ पर एक लोटा जल चढ़ाएं. मान्यता है कि पीपल में भगवान विष्णु का वास होता है. रोज ये उपाय करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और शुभ फल प्रदान करते हैं. इस पेड़ का महत्व इसी बात से जाना जा सकता है कि अर्जुन को गीता को उपदेश देते हुए भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं को पेड़ों में पीपल बताया था.
0376. ज़रूर करें - रोटी खिलाने पर पुण्य बढ़ता है और पुराने समय में किए गए पाप खत्म होते हैं. इसी वजह से कई लोग समय-समय पर खाना और अनाज दान करते रहते हैं.
0377. ज़रूर करें - रोटी (जो बनती है रसोई मे सबसे अंत में), उस पर तेल लगाएं और ये रोटी काले कुत्ते को खाने के लिए दें. यदि काला कुत्ता नहीं हो तो किसी अन्य कुत्ते को भी ये रोटी दी जा सकती है.
0378. ज़रूर करें - रोटी (सुबह की पहली जो बनती है रसोई मे) के चार बराबर टुकड़े करें , उस समय पहली रोटी अलग निकाल लें. इनमें से एक टुकड़ा गाय को और दूसरा टुकड़ा काले कुत्ते को देना है. तीसरा कौओं के लिए घर की छत पर डालना है. अंतिम टुकड़ा घर के पास किसी चौराहे पर रखकर आना है. ऐसा हर रोज करना चाहिए. इस उपाय से घर की गरीबी दूर हो सकती है.
0379. ज़रूर करें - रोटी के छोटे-छोटे टुकड़े उस खीर में डाल दें (हर अमावस्या पर चावल की खीर बनाएं). इसके बाद रोटी और खीर को कौओं के लिए घर की छत पर रख दें. इस उपाय से घर पर पितर देवताओं की विशेष कृपा बनी रहती है. पितर देवता की कृपा से ही सुख-समृद्धि मिलती है.
0380. ज़रूर करें - व्यर्थ की चिंता से बचने के लिए गाय को चारा खिलाएं. धीरे धीरे सब कुछ ठीक हो जायेगा
0381. ज़रूर करें - शारीरिक दोष, वास्तु दोष और कर्म दोष से दुर्भाग्य निर्मित होता है. शरीर के सभी छिद्रों को अच्छे से जल से धोएं.
0382. ज़रूर करें - सभी को व्यावहारिक रूप से धर्म, कर्म, धर्म ग्रंथों में छुपे ज्ञान और विद्या से प्रकृति और इंसान के रिश्तों को समझना चाहिए.
0383. ज़रूर करें - सुगंध हमारी भावनाओं से जुड़ा हुआ और बहुत हद तक यह हमारे मस्तिष्क को प्रभावित करता है. सुगंधित वातावरण बना रहने से मस्तिष्क प्रसन्नचित्त और शांत रहता है जिसके चलते घर में गृहकलह नहीं होती है.
0384. ज़रूर करें - सोते समय अपना सिरहाना पूर्व की ओर रखें . अपने सोने के कमरे में एक कटोरी में सेंधा नमक के कुछ टुकडे रखें . सेहत ठीक रहेगी .
0385. ज़रूर करें - सोते समय नारियल पानी पीने से नाड़ी संस्थान को बल मिलता है तथा नींद अच्छी आती है।
0386. ज़रूर करें - सोने से पूर्व पैरों को ठंडे पानी से धोना चाहिए, किन्तु गीले पैर नहीं सोना चाहिए.
0387. ज़रूर करें - स्त्रियों का सम्मान करें और परस्त्री पर बुरी निगाह न रखें. ऐसा करने से घर में हमेशा मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है.
0388. ज़रूर करें - स्नानादि से निवृत्त होने के बाद हनुमानजी के मंदिर जाकर उनसे जाने-अनजाने किए गए पापों की क्षमा मांग लें, तुरंत ही संकटों से मुक्ति मिलना शुरू हो जाएगी.
0389. ज़रूर करें - हनुमानजी का स्मरण करें. चतुर्थी, तेरस, चौदस और अमावस्या को पवित्रता का पालन करें. शराब न पीएं और न ही मांस का सेवन करें. लाभ होता है
0390. ज़रूर करें - हिन्दू धर्म में नारियल के बगैर कोई मंगल कार्य संपन्न होता ही नहीं. पूजा के दौरान कलश में पानी भरकर उसके ऊपर नारियल रखा जाता है. यह मंगल प्रतीक है. नारियल का प्रसाद भगवान को चढ़ाया जाता है.
0391. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - “क्लीं कृष्णाय गोविंदाय गोपीजनवल्लभाय स्वाहा” मन्त्र का हर दिन 108 बार जाप करें. और साथ हीं “पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्. तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम. . इस मन्त्र का भी 108 बार हर दिन जाप करें.
0392. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - जिस लड़के या लड़की की शादी न हो रही हो, उसके पलंग के नीचे कोई भी सामान या कबाड़ नहीं रखना चाहिए.
0393. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - 5 नारियल लीजिये.. भगवान शिव के फोटो के आगे रखकर “ऊँ ऊँ श्रीं वर प्रदाय श्री नामः” मंत्र का पांच माला जाप करें. फिर वो सारे नारियल शिवजी के मंदिर में चढ़ा दें. (यदि लड़की की शादी में रूकावट आ रही हो तो)
0394. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - अपने शरीर में हमेशा कोई-न-कोई पीला कपड़ा पहनें या रखें. आप अपने पास पीला रंग का रुमाल भी रख सकते हैं.
0395. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - आपको हर मंगलवार को चण्डिका स्तोत्र का पाठ करना चाहिए. और शनिवार के दिन सुन्दर काण्ड का पाठ करना चाहिए.(अगर आप मांगलिक हैं)
0396. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - एक गमले में पीपल का छोटा सा पौधा लगाएँ. पीपल के पौधे को हर दिन पानी दें और अगरबत्ती दिखाएँ. यह काम भी शुक्ल पक्ष में शुरू करें
0397. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - ऐसे कमरे में रहें, जिसमें दिन भर प्राकृतिक रौशनी आती हो. कमरे का रंग उदास न हो.
0398. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - केले के पौधे में हर दिन पानी दें, गुरुवार को केले के पौधे के पास दीपक भी जलाएँ.
0399. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - चांदी का एक चौकोर टुकड़ा अपने पॉकेट में रखें.
0400. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - जब कन्या किसी दूसरे लड़की की शादी में जाए, तो कन्या के हाथ में दुल्हन के हाथों से थोड़ी सी मेहँदी लगवा ले.