ध्यान रखें यहां बताए जा रहे सभी उपाय ज्योतिष से संबंधित हैं. इस कारण इन्हें आस्था और विश्वास के साथ करना चाहिए. उपाय करते समय मन में किसी प्रकार की शंका ना हो , इसका ख़याल रखे.
0201. घर - के वास्तुदोष से मुक्ति का सबसे सरल उपाय है घर के आसपास वृक्षों को लगाना. किसी ज्योतिष और वास्तु के जानकार से पूछकर घर के आसपास ऐसे वृक्ष लगाएं, जो आपके घर की ऊर्जा को बदलकर वास्तुदोष का निवारण कर दे.
0202. घर - को हमेशा साफ-स्वच्छ रखना चाहिए. रोज सुबह झाड़ू-पोछा करें.
0203. घर - में आंकड़े का पौधा, बरगद वृक्ष, घर में नहीं होना चाहिए. इनसे वास्तु दोष उत्पन्न होता है. ये हमारे स्वास्थ्य के हानिकारक भी होते हैं.
0204. घर - में कई लोग घड़ी को तकिये के नीचे रखकर सोते है. यह आदत वास्तु के अनुसार बिलकुल ही गलत मानी जाती है. ऐसा करने से मनुष्य की विचारधारा पर नेगेटिव प्रभाव पड़ता है और उसका स्वभाव भी बदलने लगता है.
0205. घर - में कांटेदार व दूध (जिनके कटने-छिलने पर सफेद द्रव्य निकलता हो) वाले पौधे नहीं लगाना चाहिए. क्योंकि कांटे नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करते हैं. गुलाब जैसे कांटेदार पौधे लगाए जा सकते हैं पर इसे घर की छत पर रखें तो बेहतर रहेगा.
0206. घर - में कूडा-करकट नही रखना चाहिये.
0207. घर - में खुले स्थान पर झाड़ू रखना अपशकुन माना जाता है, इसलिए इसे छिपा कर रखें.
0208. घर - में खुशियों के लिए एक लोहे के बर्तन में जल, चीनी, दूध व घी मिला लें. इसे पीपल के पेड़ की छाया के नीचे खड़े होकर पीपल की जड़ में डाले. इससे घर में लक्ष्मी का स्थाई वास होता है.
0209. घर - में खुशियों के लिए घर की झाड़ू को कभी भी खुले में ना रखें और ना ही कभी उस पर पैस रखें. अगर ऐसा करते हैं तो तुरंत बंद कर दें क्योंकि ऐसे लक्ष्मी जी का अपमान होता है और वो कभी खुश नहीं होती हैं. झाडू को सदैव ऐसे स्थान पर ऱखें जहाँ से उसे कोई ना देख पायें.
0210. घर - में खुशियों के लिए घर के मुख्य द्वार पर गणेश जी की प्रतिमा लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है. ऐसा करने से घर पर गणेश जी की कृपा सदैव बनी रहती है.
0211. घर - में खुशियों के लिए घर में हनुमान जी की फोटो अथवा प्रतिमा लगाये जिसमें वो उड़ रहे हों. ऐसी प्रतिमा बहुत ही शुभ मानी जाती है और उस प्रतिमा की विधि पूर्वक पूजा करनी चाहिए.
0212. घर - में खुशियों के लिए घर में कभी भी बिस्तर पर खाना ना खायें. ऩा ही ऐसे बिस्तर पर सोये जो गंदा हो. बिस्तर पर खाना खाना अशुभ माना जाता है. ऐसा करना लक्ष्मी को रुष्ठ करने के बराबर है.
0213. घर - में खुशियों के लिए जब भी खाना बनायें पहली रोटी गाय की निकालें. इसके अलावा जब तवा गरम हो जाये तो उसे पानी की छींटे डाले और फिर रोटी. ऐसा करने से घर में बरकत होती है.
0214. घर - में खुशियों के लिए जब भी घर में पोंछा लगाये हमेशा पानी में नमक डाल दें. ऐसा करने से घर में अगर नकारात्मक शक्तियों का वास नहीं होता है साथ ही वो घर से दूर रहती हैं.
0215. घर - में खुशियों के लिए तुलसी का पौधा अवश्य लगायें और हर शाम को वहाँ घी का दीपक जलायें. ऐसा करने से घर में नकारात्मक तरंगों का वास नहीं होता है साथ ही लक्ष्मी जी भी प्रसन्न होती हैं.
0216. घर - में खुशियों के लिए सोमवार या शनिवार को थोड़े से गेहूं में 11 पत्ते तुलसी तथा 2 दाने केसर के डाल कर पिसवा लें. बाद में इस आटे को पूरे आटे में मिला कर प्रयोग मैं लाए, लाभ होगा.
0217. घर - में खुशियों के लिए सोमवार से शिव-मंदिर में जाकर दूध मिश्रित जल शिवलिंग पर चढ़ाएं तथा रूद्राक्ष की माला से 'ऊँ ऊँ सोमेश्वराय नम:' का 108 बार जप करें. साथ ही पूर्णिमा को जल में दूध मिला कर चन्द्रमा को अध्र्य दे.
0218. घर - में खुशियों के लिए, अगर घर में कोई व्यक्ति बहुत ही चिड़चिड़ा हो चुका है और वो भी बिना वजह तो थोड़ी सी राई, साबुत मिर्च, नमक और आटा लें और उस व्यक्ति के ऊपर से उसार कर जला दें. जब जलायें तो उस व्यक्ति को उस आग को देखते रहने के लिए बोलें. ऐसा करने से चढ़ी हुयी नजर उतर जाती है.
0219. घर - में खुशियों के लिए, जिस बाक्स में आप पैसे रखते हैं उसमें लाल रंग का कपड़ी बिछायें और साथ ही चावल यानि की साबुत चावल की एक पोटली बना कर रख दें. ऐसा करना बहुत ही शुभ माना जाता है साथ ही ऐसा करने से लक्ष्मी जी सदैव आपके पास बनी रहती है. पूजा घर में भी लाल कपड़ा बिछाकर रखें और हर शाम को तीन अगरबत्तियाँ जलायें.
0220. घर - में खुशियों के लिए, शानिवार, मंगरवार और बृहस्पतिवार को ना कपड़े धोये और ना ही सिर, ना ही नाखून काटें. ऐसा करने से धन घर में नहीं रुकता है. इस दिन सिर में तेल भी ना लगायें. ब्रहस्पतिवार को पीले फल ना खायें खासकर केले क्योंकि इसकी पूजा होती है.
0221. घर - में घर में हरे या ऑरेंज रंग की और दूकान में काले या डार्क नीले रंग की घड़ी नहीं लगानी चाहिए. ऐसा करने से घर और दुकान में नेगेटिव एनर्जी बढ़ती है.
0222. घर - में जहाँ-तहाँ देवी देवताओं की तस्वीरे न लगायें . बेडरूम में तस्वीर न लगायें यदि लगाते भी हैं तो ध्यान दें कि पैर के समीप किसी देवी देवता की फोटो न हो .
0223. घर - में जिस हिस्से में वास्तु दोष हो, वहां सुबह-शाम कुछ समय के लिए शंख बजाना चाहिए. यदि आप चाहे तो पूजा की घंटी भी बजा सकते हैं. इनसे निकलने वाली ध्वनि से वातावरण की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है.
0224. घर - में टूटा हुआ कांच या टूटे कांच की वस्तुएं रखना आर्थिक नुक्सान का कारण बनता है. दरवाज़े-खिड़कियों में लगे कांच के टूट जाने पर उन्हें भी तुरंत बदलवा देना चाहिए.
0225. घर - में टूटा हुआ दर्पण नहीं रखना चाहिए. दो दर्पण एक-दूसरे के आमने-सामने भी नहीं लगाना चाहिए.
0226. घर - में तिजोरी के ऊपर कोई भी सामान नहीं रखना चाहिए. तिजोरी के एकदम ऊपरी वाले खाने (हिस्से) में पैसा नहीं रखना चाहिए.
0227. घर - में तिजोरी में मुकदमे या वाद-विवाद से संबंधित कागजात नहीं रखना चाहिए.
0228. घर - में तुलसी होना बहुत शुभ रहता है. रोज सुबह-शाम तुलसी के पास दीपक लगाना चाहिए.
0229. घर - में दक्षिण दिशा ठहराव मानी जाती है. इस दिशा में घडी लगाना प्रगति के अवसरों को धीमा कर सकता है. इस दिशा में घडी लगाना मुखिया के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं माना गया है.
0230. घर - में दरवाज़े पर न लागएं घडी, ऐसा करना तनाव को बढ़ा सकता है. इससे घर से बाहर आते-जाते समय कई तरह की नेगेटिव एनर्जी का प्रभाव घडी पर आ सकता है, जिसके कारण कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
0231. घर - में देवी-देवताओं पर चढ़ाये गये फूल या हार के सूख जाने पर भी उन्हें घर में रखना अलाभकारी होता है.
0232. घर - में नकली पौधे नहीं लगाने चाहिए, ये ऐस्थेटिक सेंस के लिहाज से अशुभ माने जाते है. ये धूप व गंध को भी ज्यादा आकर्षित करते हैं.
0233. घर - में परिवार के मृत सदस्यों के चित्र पूजन कक्ष में नहीं रखना चाहिए. पूर्वजों के चित्र नैऋत्य कोण (पश्चिम-दक्षिण) में या पश्चिम दिशा में रखे जा सकते हैं.
0234. घर - में पलंग के नीचे फालतू सामान या जूते-चप्पल नहीं रखना चाहिए. इससे ऊर्जा का मार्ग अवरुद्ध होता है.
0235. घर - में पूजन स्थल के ऊपर कोई सामान नहीं रखना चाहिए. पूजन कक्ष उत्तर दिशा में या पूर्व दिशा में शुभ रहता है.
0236. घर - में पूजन स्थल पर सुबह-शाम घी का दीपक लगाने चाहिए. इससे भाग्य संबंधी लाभ मिलते हैं और इस दीपक का धुआं वातावरण की हानिकारक तरंगों और सूक्ष्म कीटाणुओं को नष्ट करता है
0237. घर - में पूर्व दिशा में लगाईं घड़ी घर का वातावरण शुभ और प्यार वाला बनाए रखती है. पश्चिम दिशा में घड़ी लगाने से घर के सदस्यों को नए अवसर की प्राप्ति होती है और उत्तर दिशा में लगाईं गई घड़ी घर को पैसों के नुकसान से बचाती है.
0238. घर - में पेंडुलम वाली घड़ियों के लिए मान्यता है कि यह इंसान के जीवन के बुरा समय को दूर करने वाली होती है और तरक्की के नए अवसर लाती है. पेंडुलम वालो घडी के लिए भी पूर्व, पश्चिम या उत्तर दिशा ही शुभ मानी जाती है.
0239. घर - में फैली नकारात्मकता को दूर करने हेतु सदैव घर में झाड़ू-पोछा लगाया करें . नमक मिश्रित पानी से घर में पोछा लगाने से घर में पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है .
0240. घर - में बंद घड़ी रखने से घर में पॉजिटिव एनर्जी कम होने लगती है और नेगेटिविटी बढ़ने लगती है. घर में बंद पड़ी फ़ालतू घड़ियां व अन्य बेकार सामान को घर से तुरंत हटा देना चाहिए. साथ ही ध्यान रखें कि घड़ी पर धुल न जमें.
0241. घर - में बंद या खराब घड़ी भी नहीं रखना चाहिए. इसके अशुभ प्रभाव से भाग्य का साथ नहीं मिल पाता है.
0242. घर - में बांस के पौधे लगा सकते हैं. फेंगशुई के अनुसार बांस के पौधे सुख व समृद्धि के प्रतीक होते हैं.
0243. घर - में बार-बार धन हानि हो रही हो तों वीरवार को घर के मुख्य द्वार पर गुलाल छिड़क कर गुलाल पर शुद्ध घी का दोमुखी (दो मुख वाला) दीपक जलाना चाहिए. दीपक जलाते समय मन ही मन यह कामना करनी चाहिए की `भविष्य में घर में धन हानि का सामना न करना पड़े´. जब दीपक शांत हो जाए तो उसे बहते हुए पानी में बहा देना चाहिए.
0244. घर - में बीम के नीचे बैठकर खाना नहीं खाना चाहिए. बीम के नीचे सोना भी नहीं चाहिए.
0245. घर - में भगवान की खंडित मूर्ति भूलकर भी नहीं रखनी चाहिए. भगवान की टूटी मूर्ति घर में पैसों से संबंधी परेशानियां बढाती हैं. इसके अलावा भगवान की फटी हुई तस्वीरों को भी घर में नहीं रखना चाहिए.
0246. घर - में मांगलिक कार्य निर्विघ्न संपन्न हो जाए तो जिस दिन मंगल कार्य हो उस दिन एक मुठ्ठी गेहूं लें और उसे लाल कपड़े में पोटली जैसा बांधकर उसे घर की पूर्व दिशा में किसी कोने में रख दें. आपका जो भी मंगल कार्य है वह ईश्वर की कृपासे आपके ईष्टदेव की कृपा से बिना किसी बाधा के पूरा हो जाएगा.
0247. घर - में यदि तिजोरी का दरवाजा उत्तर या पूर्व दिशा की ओर खुलता है तो यह बहुत शुभ माना गया है.
0248. घर - में रात्रि को भोजन पश्चात सोने से पूर्व चांदी की कटोरी में देवस्थान या किसी अन्य पवित्र स्थल पर कपूर तथा लौंग जला दें. इससे आकस्मिक, दैहिक, दैविक एवं भौतिक संकटों से मुक्त मिलती है.
0249. घर - में लक्ष्मी के स्थाई वास के लिए एक लोहे के बर्तन में जल, चीनी, दूध व घी मिला लें. इसे पीपल के पेड़ की छाया के नीचे खड़े होकर पीपल की जड़ में डाले. इससे घर में लक्ष्मी का स्थाई वास होता है.
0250. घर - में लगे पेड़ पौधे की सुखी पत्तिया समय समय पेर से उखाड़ कर अलग कर देनी चाहिये.
0251. घर - में शयन कक्ष में रात के समय जूंठे बर्तन नहीं रखना चाहिए. जो लोग बेडरूम में जूंठे बर्तन रखते हैं, उन्हें धन और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है
0252. घर - में सप्ताह में एक या दो बार नीम के पत्ते की धूनी जलाएं. इससे जहां एक और सभी तरह के जीवाणु नष्ट हो जाएंगे वहीं वास्तुदोष भी समाप्त हो जाएगा.
0253. घर - में समृद्धि लाने हेतु घर के उत्तरपश्चिम के कोण (वायव्य कोण) में सुन्दर से मिट्टी के बर्तन में कुछ सोने-चांदी के सिक्के, लाल कपड़े में बांध कर रखें. फिर बर्तन को गेहूं या चावल से भर दें. ऐसा करने से घर में धन का अभाव नहीं रहेगा.
0254. घर - में सही समय से आगे या पीछे चलने वाली घड़ियों को भी अच्छा नहीं माना जाता है. ऐसी घड़ियां मनुष्य के लिए उसकी हार या नुकसान का कारण बन सकती है. इसलिए घड़ी को हमेशा सही समय पर ही सेट करके रखना चाहिए.
0255. घर - में साफ-सफाई रखते हुए पीपल के पत्ते से 7 दिन तक घर में गौमूत्र के छींटे मारें एवं तत्पश्चात शुद्ध गुग्गल की धूप जला दें. इससे घर में किसी ने कुछ कर रखा होगा तो वह दूर हो जाएगा और सभी के मस्तिष्क शांत रहेंगे. हफ्ते में 1 बार किसी भी दिन घर में कंडे जलाकर गुग्गल की धूनी देने से गृहकलह शांत होता है.
0256. घर - में सुख के लिए - एक मिट्टी के सुंदर से बर्तन में कुछ सोने-चांदी के सिक्के लाल कपड़े में बांधकर रखें. इसके बाद बर्तन को गेहूं या चावल के भर कर घर के वायव्य (उत्तर-पश्चिम) कोने में रख दें. ऐसा करने से घर में धन का कभी कोई अभाव नहीं रहेगा.
0257. घर - में सुख के लिए - यदि बेहद कोशिशों के बाद भी घर में पैसा नहीं रूकता है तो एक छोटा सा उपाय करें. सोमवार या शनिवार को थोड़े से गेहूं में 11 पत्ते तुलसी तथा 2 दाने केसर के डाल कर पिसवा लें. बाद में इस आटे को पूरे आटे में मिला लें. घर में बरकत रहेगी और लक्ष्मी दिन दूना रात चौगुना बढऩे लगेगी.
0258. घर - में सुख के लिए - लक्ष्मीजी के स्थाई वास के लिए एक लोहे के बर्तन में जल, चीनी, दूध व घी मिला लें. इसे पीपल के पेड़ की छाया के नीचे खड़े होकर पीपल की जड़ में डाले. इससे घर में लक्ष्मी का स्थाई वास होता है.
0259. घर - में सुख के लिए - सोमवार को शिव-मंदिर में जाकर दूध मिश्रित जल शिवलिंग पर चढ़ाएं तथा रूद्राक्ष की माला से 'ऊँ ऊँ सोमेश्वराय नम:' का 108 बार जप करें. साथ ही पूर्णिमा को जल में दूध मिला कर चन्द्रमा को अर्ध्य देकर व्यवसाय में उन्नति की प्रार्थना करें, तुरन्त ही असर दिखाई देगा.
0260. घर - में सुख-समृद्धि लाने के लिए एक मिट्टी के सुंदर से बर्तन में कुछ सोने-चांदी के सिक्के लाल कपड़े में बांधकर रखें. इसके बाद बर्तन को गेहूं या चावल के भर कर घर के वायव्य (उत्तर-पश्चिम) कोने में रख दें. ऐसा करने से घर में धन का कभी कोई अभाव नहीं रहेगा.
0261. घर - में स्टोर रूम और बाथरूम के पास पूजा कक्ष नहीं होना चाहिए.
0262. घर - में स्थापित देवी-देवताओं को रोज फूलों से सजाना चाहिए. इस बात का ध्यान रखें कि फूल ताजे ही हो. सच्चे मन से देवी-देवताओं को फूल आदि अर्पित करने से वे प्रसन्न होते हैं व व्यक्ति के जीवन की हर परेशानी दूर कर सकते हैं. स्नान करने के बाद तोड़े गए फूल ही भगवान को चढ़ाना चाहिए.
0263. घर - में स्थायी सुख-समृद्धि हेतु पीपल के वृक्ष की छाया में खड़े रह कर लोहे के बर्तन में जल, चीनी, घी तथा दूध मिला कर पीपल के वृक्ष की जड़ में डालने से घर में लम्बे समय तक सुख-समृद्धि रहती है और लक्ष्मी का वास होता है.
0264. घर - में हॉल में चौकोर व बेडरूम में गोल घड़ी लगाना शुभ माना जाता है. इससे घर में शांति और प्यार बना रहता है.
0265. घर - या कार्यस्थल (दुकान व ऑफिस) की पॉजिटिव एनर्जी को बढ़ाने के लिए गुलदस्तों में रोज ताजे फूल लगाएं. फूलों के गुलदस्ते ताजगी व सौभाग्य की वृद्धि करते हैं. मुरझाए फूल व पत्तियां नेगेटिव एनर्जी उत्पन्न करती हैं.
0266. घर - या दुकान में गणेश मूर्ति रखते समय ध्यान रखें की उनके दोनों पैर ज़मीन का स्पर्श करते हुए हों. इससे कामों में स्थिरता और सफलता आती है.
0267. घर - या दुकान में सुख-शांति, समृद्धि की इच्छा रखने वालों को सफ़ेद रंग के विनायक की मूर्ति या तस्वीर लगानी चाहिए.
0268. घर - से किसी भी कार्य के लिए निकलते समय पहले ‘श्री गणेशाय नम:’ बोलें फिर विपरीत दिशा में 4 पग जाएं, इसके बाद कार्य पर चले जाएं, कार्य जरूर बनेगा.
0269. घर - से बीमारी जाने का नाम न ले रही हो, किसी का रोग शांत नहीं हो रहा हो तो एक गोमती चक्र ले कर रोगी के पलंग के पाये पर बांधने से आश्चर्यजनक परिणाम मिलता है. उस दिन से रोग समाप्त होना शुरू हो जाता है.
0270. घर - और कार्यस्थल में धन वर्षा के लिए आप अपने घर, दुकान या शोरूम में एक अलंकारिक फव्वारा रखें.
0271. छिपकली अगर अलग होती दिखे तो किसी प्रियजन से बिछुडऩे का दु:ख सहन करना पड़ सकता है.
0272. छिपकली अगर आपके बालों पर गिरती है, कुछ नुकसान का संकेत है.
0273. छिपकली अगर कंठ पर गिरती है तो, शत्रुओं का नाश होगा.
0274. छिपकली अगर कमर के बीच में गिरे तो आर्थिक लाभ मिलता है.
0275. छिपकली अगर गर्दन पर गिरती है तो यश की प्राप्ति होगी.
0276. छिपकली अगर छाती के दाहिनी ओर गिरती है तो, जल्द ही ढेर सारी खुशियां मिलती हैं जबकि बाईं ओर गिरने से घर में ज्यादा क्लेश होता है.
0277. छिपकली अगर दाएं पैर के तलवे पर गिरे तो ऐश्वर्य की प्राप्ति है. वहीं बाएं पैर के तलवे पर छिपकली गिरने का मतलब व्यापार में हानि होगी.
0278. छिपकली अगर दाएं पैर या दाएं एड़ी पर छिपकली गिरे तो यात्रा से लाभ मिलता है. बाएं पैर या बाईं एड़ी पर छिपकली गिरने से बीमारी या घर में कलह होगी. दु:ख मिलेगा.
0279. छिपकली अगर दाढ़ी पर गिरती है तो आपके सामने जल्दा ही कोई भयावह घटना हो सकती है.
0280. छिपकली अगर दाहिनी आंख पर गिरती है तो, किसी दोस्तत से मुलाकात होगी. बाईं आंख पर छिपकली गिरने का मतलब जल्दख ही कोई बड़ी हानि होगी.
0281. छिपकली अगर दाहिनी जांघ पर गिरे तो सुख मिलता है. वहीं बाईं जांघ पर छिपकली गिरने से दु:ख ही दु:ख यानी शारीरिक पीड़ा.
0282. छिपकली अगर दाहिनी भुजा पर गिरती है तो, धन लाभ मिलता है. बायीं भुजा पर छिपकली गिरने से संपत्ति छिनने की आशंका बढ़ती है.
0283. छिपकली अगर दाहिनी हथेली पर गिरती है तो, कपड़े मिलते हैं. बाईं हथेली पर छिपकली गिरने पर धन की हानि होती है.
0284. छिपकली अगर दाहिने कंधे पर गिरती है तो, विजय की प्राप्ति होती है. बाएं कंधे पर अगर छिपकली गिरे तो नए शत्रु बनते हैं.
0285. छिपकली अगर दाहिने कान पर गिरती है तो आभूषण की प्राप्ति होगी. बाएं कान पर छिपकली का गिरना यानी आयु वृद्धि.
0286. छिपकली अगर दाहिने घुटने पर गिरे तो यात्रा का संयोग बनेगा. बाएं घुटने पर छिपकली गिरने का मतलब बुद्धि की हानि है.
0287. छिपकली अगर नए घर में प्रवेश करते समय यदि गृहस्वामी को छिपकली मरी हुई व मिट्टी लगी हुई दिखाई दे तो उसमें निवास करने वाले लोग रोगी हो सकते हैं, ऐसा शकुन शास्त्र में लिखा है. इस अपशकुन से बचने के लिए पूरे विधि-विधान से पूजन करने के बाद ही नए घर में प्रवेश करना चाहिए.
0288. छिपकली अगर नाक पर गिरती है तो जल्द ही भग्योद्य होगा.
0289. छिपकली अगर नाभि में गिरे तो मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
0290. छिपकली अगर पीठ पर दाहिनी ओर गिरे तो सुख मिलता है जबकि बाईं तरफ छिपकली गिरने का मतलब रोग का दस्तक देना है.
0291. छिपकली अगर पीठ पर बीच में गिरे तो घर में कलह होती है
0292. छिपकली अगर पेट पर गिरती है तो, आभूषण की प्राप्ति होती है.
0293. छिपकली अगर बाएं गाल पर गिरती है तो पुराने मित्र से मुलाकात होगी. दाहिने गाल पर छिपकली गिरना यानी आपकी उम्र बढ़ेगी.
0294. छिपकली अगर बोलते हूए सुनाई पडे दिन में भोजन करते समय, शीघ्र ही कोई शुभ समाचार मिल सकता है या फिर कोई शुभ फल प्राप्त हो सकता है. हालांकि ये घटना बहुत कम होती है क्योंकि छिपकली अधिकांश रात के समय बोलती है.
0295. छिपकली अगर भौंह पर गिरती है तो, धन हानि हो सकती है
0296. छिपकली अगर माथे पर गिरती है तो संपत्ति मिलने की संभावना बढ़ जाती है.
0297. छिपकली अगर मुख पर गिरती है तो भोजन की प्राप्ति होगी.
0298. छिपकली अगर मूंछ पर गिरती है तो, कुछ नुकसान का संकेत है.
0299. छिपकली अगर लड़ती दिखे तो किसी दूसरे से झगड़ा संभव है
0300. छिपकली अगर समागम करती मिले तो किसी पुराने मित्र से मिलना हो सकता है.
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