Saturday, October 1, 2016

अच्छे जीवन के उपाय 0601. - 0700.

ध्यान रखें यहां बताए जा रहे सभी उपाय ज्योतिष से संबंधित हैं.  इस कारण इन्हें आस्था और विश्वास के साथ करना चाहिए.  उपाय करते समय मन में किसी प्रकार की शंका   ना हो , इसका ख़याल रखे.
0601. धन-समृद्धि - चींटी को शकर मिलाकर आटा खिलाने से कर्ज समाप्त होगा और मछली को खिलाने से समृद्धि बढ़ेगी.

0602. धन-समृद्धि - जो व्यक्ति बहुत समय से आर्थिक परेशानियों से त्रस्त हैं a. रवि पुष्य नक्षत्र वाले दिन तक तांबे पर बना श्री यंत्र लाएं और शुभ मुहूर्त में उसे घर के मंदिर में गंगाजल से धोकर स्थापित करें और धूप-आदि करने के बाद रोज एक पाठ श्री सूक्तम् का उसके समक्ष करें. b. रवि पुष्य नक्षत्र के दिन ग्यारह गोमती चक्र लाएं और उन्हें गंगाजल से शुद्ध करके अपने मंदिर में रखें और धूप आदि करके निम्न मंत्र की एक माला रोज जाप करें - "ऊँ ऊँ  नमो धनदाये स्वाहा"  c. घर में एक केले का पौधा बृहस्पति वार को शुक्ल पक्ष में और शुभ मुहूर्त में उसे घर के मंदिर में गंगाजल से धोकर स्थापित करें और धूप-आदि करने के बाद रोज एक पाठ श्री सूक्तम् का उसके समक्ष करें.

0603. धन-समृद्धि - पिंजरे में आप किसी पक्षी को ले जाते हुए देखें या कोई पक्षी पिंजरे में है तो आप उन पक्षियों को लेकर उन्हें आजाद कर दें.  इस कार्य से आपके ऊपर कैसा भी कर्ज हो आप उससे मुक्त हो जाएंगे.  लेकिन यदि आपने अपने घर में किसी पक्षी को पिंजरे में रख रखा है तो आप आज नहीं तो कल कभी भी भयंकर कर्ज के बोझ तले दब जाएंगे.

0604. धन-समृद्धि - पैसों की तंगी के कारण आपके घर में क्लेश हो रहा है.  कुछ दिनों बाद आपकी यह समस्या दूर जाएगी.  आप मां लक्ष्मी का पूजन रोज करें.

0605. धन-समृद्धि - प्रति शनिवार की शाम को पीपल की पूजा करके धूप और दीप जलाएं.  इस उपाय से जीवन में धन और समृद्दि के मार्ग खुल जाएंगे और शनिदोष में समाप्त हो जाएगा.

0606. धन-समृद्धि - प्रतिदिन ब्रह्ममुहूर्त में उठकर पीपल, तुलसी एवं सूर्य देव को जल अर्पित कर सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें.

0607. धन-समृद्धि - बढाने के लिए पूजा घर में अभिमंत्रित श्री यंत्र रखें.

0608. धन-समृद्धि - यदि आप अपना मकान, दुकान या कोई अन्य प्रापर्टी बेचना चाहते हैं और वो बिक न रही हो तो  बाजार से 86  साबुत बादाम (छिलके सहित) ले आईए . सुबह नहा-धो कर, बिना कुछ खाये, दो बादाम लेकर मन्दिर जाईए . दोनो बादाम मन्दिर में शिव-लिंग या शिव जी के आगे रख दीजिए . हाथ जोड कर भगवान से प्रापर्टी को बेचने की प्रार्थना कीजिए और उन दो बादामों में से एक बादाम वापिस ले आईए . उस बादाम को लाकर घर में कहीं अलग रख दीजिए . ऐसा आपको 43 दिन तक लगातार करना है . रोज़ दो बादाम लेजाकर एक वापिस लाना है . 43 दिन के बाद जो बादाम आपने घर में इकट्ठा किए हैं उन्हें जल-प्रवाह (बहते जल, नदी आदि में) कर दें . आपका मनोरथ अवश्य पूरा होगा . यदि 43 दिन से पहले ही आपका सौदा हो जाय तो भी उपाय को अधूरा नही छोडना चाहिए . पूरा उपाय करके 43 बादाम जल-प्रवाह करने चाहिए . अन्यथा कार्य में रूकावट आ सकती है .

0609. धन-समृद्धि - यदि आप हमेशा आर्थिक समस्या से परेशान हैं तो इसके लिए आप 21 शुक्रवार 9 वर्ष से कम आयु की 5 कन्यायों को खीर व मिश्री का प्रसाद बांटें .

0610. धन-समृद्धि - यदि आपका किसी के साथ मुकदमा चल रहा हो और आप उसमें विजय पाना चाहते हैं तो थोडे से चावल लेकर कोर्ट/कचहरी में जांय और उन चावलों को कचहरी में कहीं पर फेंक दें . जिस कमरे में आपका मुकदमा चल रहा हो उसके बाहर फेंकें तो ज्यादा अच्छा है.

0611. धन-समृद्धि - यदि आपका पैसा रुक गया है अथवा आ नहीं रहा है या किसी को देने के बाद मिल नहीं रहा है तो भगवान् विष्णु की तस्वीर लाएं.  उसे मन्दिर में लगाएं, फिर रोज प्रातः स्नानादि से निवृत होकर पीला चंदन घिसकर उसमें थोड़ा केसर और हल्दी मिलाकर भगवान् विष्णु को तिलक करें, फिर अपने मस्तक पर तिलक करें और पूर्ण विश्वास के साथ गजेन्द्रमोक्ष के पाठ करें.  बहुत जल्दी फायदा होगा.

0612. धन-समृद्धि - यदि आपकी रकम कहीं फंस गई है और पैसे वापिस नहीं मिल रहे तो आप रोज़ सुबह नहाने के पश्चात सूरज को जल अर्पण करें . उस जल में 11 बीज लाल मिर्च के डाल दें तथा सूर्य भगवान से पैसे वापिसी की प्रार्थना करें. इसके साथ ही “ऊँ ऊँ आदित्याय नमः “ का जाप करें .

0613. धन-समृद्धि - यदि आपको उपर किसी तरह का कर्ज है या कोई संकट आ खड़ा हुआ है तो आटे के पांच दिए बनाकर एक एक दिए को बढ़ के अलग अलग पत्ते पर रखें.  अब उन्हें हनुमान मंदिर में ले जाकर हनुमानजी की प्रतिमा के समक्ष दिए जला दें.  वहीं बैठकर हनुमानजी से अपने संकट और कर्ज मुक्ति की प्रार्थना करें.  यह कार्य आप पांच मंगलवार तक करें.  इस दौरान आते जाते वक्त मौन रहें.

0614. धन-समृद्धि - यदि आपको व्यापार में हानि हो रही है तो पीपल पर रोज जल चढ़ाएं.  सफलता मिलेगी.

0615. धन-समृद्धि - यदि ऐसा लगता है कि किसी ने लक्ष्मी बांध रखी है तो माता कालीका को प्रतिदिन दो लकड़ी वाली (बांस वाली नहीं) अगरबत्ती लगाएं या एक धूपबत्ती लगाएं.  प्रत्येक शुक्रवार को काली के मंदिर में जाकर पूजा करें और माता से हर तरह के बंधन को काटने की प्रार्थना करें.

0616. धन-समृद्धि - यदि कोई व्यक्ति पैसों की तंगी का सामना करना रहा है तो उसे प्रति मंगलवार और शनिवार को पीपल के 11 पत्तों का यह उपाय अपनाना चाहिए. सप्ताह के प्रति मंगलवार और शनिवार को ब्रह्म मुहूर्त में उठें.  इसके बाद नित्य कर्मों से निवृत्त होकर किसी पीपल के पेड़ से 11 पत्ते तोड़ लें.  ध्यान रखें पत्ते पूरे होने चाहिए, कहीं से टूटे या खंडित नहीं होने चाहिए.  इन 11 पत्तों पर स्वच्छ जल में कुमकुम या अष्टगंध या चंदन मिलाकर इससे श्रीराम का नाम लिखें. नाम लिखते समय हनुमान चालीसा का पाठ करें. जब सभी पत्तों पर श्रीराम नाम लिख लें, उसके बाद राम नाम लिखे हुए इन पत्तों की एक माला बनाएं.  इस माला को किसी भी हनुमानजी के मंदिर जाकर वहां बजरंगबली को अर्पित करें.  इस प्रकार यह उपाय करते रहें.  कुछ समय में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे. ध्यान रखें उपाय करने वाला भक्त किसी भी प्रकार के अधार्मिक कार्य न करें.

0617. धन-समृद्धि - यदि बेवजह धन का नुकसान हो रहा है.  धन चोरी हो रहा है, डूब रहा है या गायब हो जाता है तो रोज सुबह नीम की लकड़ी से दातुन करें.

0618. धन-समृद्धि - रविवार पुष्य नक्षत्र में एक कौआ अथवा काला कुत्ता पकड़े.  उसके दाएँ पैर का नाखून काटें.  इस नाखून को ताबीज में भरकर, धूपदीपादि से पूजन कर धारण करें.  इससे आर्थिक बाधा दूर होती है.  कौए या काले कुत्ते दोनों में से किसी एक का नाखून लें.  दोनों का एक साथ प्रयोग न करें.

0619. धन-समृद्धि - लक्ष्मी जी का  जप करने से अभीष्ट धन की प्राप्ति होती है.  : - ॐ ॐ देवसखाय नम:, चिक्लीताय, आनन्दाय, कर्दमाय, श्रीप्रदाय, जातवेदाय, अनुरागाय, सम्वादाय, विजयाय, वल्लभाय, मदाय, हर्षाय, बलाय, तेजसे, दमकाय, सलिलाय, गुग्गुलाय, ॐ ॐ कुरूण्टकाय नम:.

0620. धन-समृद्धि - शनिवार के दिन कृष्ण वर्ण के पशुओं को रोटी खिलाएं. लाभ मिलता है.

0621. धन-समृद्धि - शुक्र्वार की रात को सवा किलो काले चने भिगो दें. दूसरे दिन शनिवार को उन्हें सरसों के तेल में बना लें. उसके तीन हिस्से कर लें . उसमें से एक हिस्सा घोडे या भैंसे को खिला दें. दूसरा हिस्सा कुष्ठ रोगी को दे दें और तीसरा हिस्सा अपने सिर से घडी की सूई से उल्टे तरफ तीन बार वार कर किसी चौराहे पर रख दें. यह प्रयोग 40 दिन तक करें

0622. धन-समृद्धि - सर्वप्रथम 5 लाल गुलाब के पूर्ण खिले हुए फूल लें.  इसके पश्चात् डेढ़ मीटर सफेद कपड़ा ले कर अपने सामने बिछा लें.  इन पांचों गुलाब के फुलों को उसमें, गायत्री मंत्र 21 बार पढ़ते हुए बांध दें.  अब स्वयं जा कर इन्हें जल में प्रवाहित कर दें.  भगवान ने चाहा तो जल्दी ही कर्ज से मुक्ति प्राप्त होगी.

0623. धन-समृद्धि - सिन्दूर लगे हनुमान जी की मूर्ति का सिन्दूर लेकर सीता जी के चरणों में लगाएँ.  फिर माता सीता से एक श्वास में अपनी कामना निवेदित कर भक्ति पूर्वक प्रणाम कर वापस आ जाएँ.  इस प्रकार कुछ दिन करने पर सभी प्रकार की बाधाओं का निवारण होता है.

0624. नजर -  ॐ या रुद्राक्ष का अभिमंत्रित लॉकेट गले में पहने और घर के बाहर एक त्रिशूल में जड़ा ॐ का प्रतीक दरवाजे के ऊपर लगाएं.  सिर पर चंदन, केसर या भभूति का तिलक लगाएं.  हाथ में मौली (नाड़ा) अवश्य बांध कर रखें.  बुरी नजर से भी रक्षा होती है.

0625. नज़र - " ऊँ ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं ह्रां ह्रीं ह्रूं ह्रैं ऊँ ऊँ  नमो भगवते महाबल पराक्रमाय भूत-प्रेत पिशाच-शाकिनी-डाकिनी-यक्षणी-पूतना-मारी-महामारी, यक्ष राक्षस भैरव बेताल ग्रह राक्षसादिकम्‌ क्षणेन हन हन भंजय भंजय मारय मारय शिक्षय शिक्षय महामारेश्वर रुद्रावतार हुं फट् स्वाहा. " इस हनुमान मंत्र का पांच बार जाप करने से भूत कभी भी निकट नहीं आ सकते.

0626. नज़र - आंखें भारी होना व पलकों का मुड़ना -रविवार या शनिवार को नज़र लगे व्यक्ति से तीन बार दूध उतारकर एक मिट्टी के बर्तन में रखकर कुत्तों के आगे डाल दें.

0627. नज़र - आपको लगता है कि आपके घर में किसी ने कुछ तंत्र कर रखा है तो जावित्री, गायत्री और केसर लाकर उसे कूटकर मिला लें.  इसके बाद उसमें उचित मात्रा में गुग्गल मिला लें.  अब इस मिश्रण को धूप प्रतिदिन शाम को दें.  ऐसे 21 दिन तक करेंगे तो तांत्रिक प्रभाव हट जाएगा.

0628. नज़र - किसी काम में मन न लगना - डंठल सहित 7 लाल मिर्च 9, 11, या 21 बार उतारकर अग्नि में डाल देने पर नज़र उतर जाती है.

0629. नज़र - किसी गर्भवती महिला का दूध सुख जाना - गोबर के छोटे दिए में गुड़ का टुकड़ा, तेल और रुई की बत्ती डालकर उसे जलाकर दरवाज़े के बीच में रखने से भी बुरी नज़र का प्रभाव खत्म हो जाता है.

0630. नज़र - खाने की किसी चीज़ से चिढ हो जाना - जिसे भी नज़र लगी हो उस व्यक्ति पर से तेल लगी रोटी 7 बार वारकर काले कुत्ते को खिला दें.  नज़र दोष दूर हो जाएगा.

0631. नज़र - गोबर के छोटे दिए में गुड़ का टुकड़ा, तेल और रुई की बत्ती डालकर उसे जलाकर दरवाज़े के बीच में रखने से भी बुरी नज़र का प्रभाव खत्म हो जाता है.

0632. नज़र - घर की छत पर उत्तर-पूर्व दिशा में 5 तुलसी के पौधे लगाएं या घर की छत पर काली मटकी लगाएं.

0633. नज़र - जिसे भी नज़र लगी हो उस व्यक्ति पर से तेल लगी रोटी 7 बार वारकर काले कुत्ते को खिला दें.  नज़र दोष दूर हो जाएगा.

0634. नज़र - डंठल सहित 7 लाल मिर्च 9, 11, या 21 बार उतारकर अग्नि में डाल देने पर नज़र उतर जाती है.

0635. नज़र - नींबू को सिर से उतारकर चार टुकड़ों में काटकर चौराहे पर चारों दिशाओं में फेंक दें.  यदि कोई नज़र लगी हो या टोटका किया गया हो तो दूर हो जाता है.

0636. नज़र - नीम एक चमत्कारी वृक्ष माना जाता है.  मां दुर्गा का रूप माने जाने वाले इस पेड़ को कहीं-कहीं 'नीमारी देवी' भी कहते हैं.  इस पेड़ की पूजा की जाती है.  कहते हैं कि नीम की पत्तियों के धुएं से बुरी और प्रेत आत्माओं से रक्षा होती है.

0637. नजर - मां काली के लिए उनके नाम से प्रतिदिन अच्छी तरह से पवित्र की हुई दो अगरबत्ती सुबह और दो दिन ढलने से पूर्व लगाएं और उनसे घर और शरीर की रक्षा करने की प्रार्थना करें.  बुरी नजर से रक्षा भी होती है.

0638. नजर - यदि कोई व्यक्ति किसी नदी में स्नान करता है तो उसे पानी पर ऊँ लिखकर पानी में तुरंत डुबकी मार लेना चाहिए.  ऐसा करने से नदी स्नान का पूर्ण पुण्य प्राप्त होता है.  इस उपाय से ग्रह दोष भी शांत होते हैं.  यदि आपके ऊपर किसी की बुरी नजर है तो वह  उतर जाती है.

0639. नजर - यदि घर में किसी बच्चे या बड़े व्यक्ति को बुरी नजर लग जाए तो उसके सिर से पैर तक सात बार नींबू वार लें.  इसके बाद इस नींबू के चार टुकड़े करके किसी सुनसान स्थान या किसी तिराहे पर फेंक दें.  ध्यान रखें नींबू के टुकड़े फेंकने के बाद पीछे न देखें और सीधे घर आ जाएं.  नजर तुरंत दूर हो जाएगी.

0640. नज़र - यदि व्यक्ति चिड़चिढ़ा हो रहा है तथा बात-बात पर गुस्सा हो रहा है तो उसके ऊपर से राई-मिर्ची उसार कर जला दें.  तथा पीडि़त व्यक्ति को उसे देखते रहने के लिए कहें.

0641. नजर - रविवार को बांह पर काले धतूरे की जड़ बांधें, ऊपरी हवाओं से मुक्ति मिलेगी.

0642. नज़र - रविवार या शनिवार को नज़र लगे व्यक्ति से तीन बार दूध उतारकर एक मिट्टी के बर्तन में रखकर कुत्तों के आगे डाल दें.

0643. नजर - रोटी पर थोड़ा सा गुड़ रखें और इस रोटी को बच्चे के ऊपर से 11 या 21 बार वार लें.  इसके बाद ये रोटी किसी कुत्ते को खाने के लिए दे दें.  इस उपाय से बच्चे के ऊपर से बुरी नजर का असर खत्म हो जाएगा और वह फिर से ठीक से खाना खाने लगेगा.

0644. नज़र - लगे व्यक्ति को पान में गुलाब की सात पंखुड़ियां रख अपने इष्टदेव का नाम लेकर खिलाने से बुरी नज़र का प्रभाव दूर होता है.

0645. नज़र - लहसुन के रस में हींग घोलकर आंख में डालने या सुंघाने से पीड़ित व्यक्ति को ऊपरी हवाओं से मुक्ति मिल जाती है.

0646. नज़र - लाल मिर्च, अजवायन और पीली सरसों को एक मिट्टी के छोटे बर्तन में आग लेकर उसमें जलाएं.  इसका धुआं नज़र लगे बच्चे को दें.

0647. नज़र - लोबान को सुलगते हुए कंडे या अंगारे पर रख कर जलाया जाता है.  लोबान का इस्तेमाल अक्सर दरगाह पर होता है.  लोबान को जलाने के नियम होते हैं.  इसको जलाने से पारलौकिक शक्तियां आकर्षित होती है. (लोबान को घर में जलाने से पहले किसी विशेषज्ञ से पूछकर जलाएं) गुरुवार के दिन किसी समाधि विशेष पर लोबान जलाने से पारलौकिक मदद मिलना शुरू हो जाती है.

0648. नजर - शनि, राहु या केतुजनित कोई समस्या हो, कोई ऊपरी बाधा हो, बनता काम बिगड़ रहा हो, कोई अनजाना भय आपको भयभीत कर रहा हो अथवा ऐसा लग रहा हो कि किसी ने आपके परिवार पर कुछ कर दिया है, तो इसके निवारण के लिए शनिवार के दिन एक जलदार जटावाला नारियल लेकर उसे काले कपड़े में लपेटें.  100 ग्राम काले तिल, 100 ग्राम उड़द की दाल तथा 1 कील के साथ उसे बहते जल में प्रवाहित करें.  ऐसा करना बहुत ही लाभकारी होता है.

0649. नमक - अगर कुंडली में चंद्र कमजोर है तो समुद्री या सामान्य नमक का भोजन में इस्तेमाल न करें बल्कि सेंधा नमक का इस्तेमाल करें.  इससे आप रक्तचाप की समस्या से बचे रहेंगे.  लेकिन अगर कुंडली में मंगल कमजोर है तो भोजन में समुद्री नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं.

0650. नमक - अगर कोई व्यक्ति लंबी बीमारी से ग्रसित हैं तो उसके सिरहाने कांच के एक बर्तन में नमक रखें.  एक सप्ताह बाद उस नमक को बदल कर दोबारा नमक रख दें.  धीरे धीरे उस व्यक्ति की सेहत में सुधार होने लगेगा.

0651. नमक - कई बार आपको समझ नहीं आता कि आप क्यों बीमार हो रहे हैं, क्यों अचानक से सफलता मिलते-मिलते रह जाती है, सर्वगुण संपन्न होने के बावजूद विवाह नहीं हो रहा है या आपको लगता है जैसे आपके धन को कोई टोक लग गई है तो इस उपाय को होली के दिन अवश्य आजमाएं.  काले कपड़े में काली हल्दी को बांधकर 7 बार ऊपर से उतार कर होली की अग्नि में भस्म कर दें.

0652. नमक - का गिरना अच्छा नहीं माना जाता.  बुल्गारिया, यूक्रेन और रोमानिया जैसे देशों में इसे दुर्भाग्य और विवाद का सूचक समझा जाता है. इसका गिरना अशुभ माना गया है.  नमक को गिराने से चंद्रमा और शुक्र दोनों कमजोर हो जाते हैं.

0653. नमक - को सीधे सीधे किसी व्यक्ति के हाथ में मत दीजिए.  नमक का पैकेट भी देने से बचना चाहिए.  ऐसा मानते हैं कि इससे व्यक्ति के संबंध खराब होते हैं.

0654. नमक - घर में धन का प्रवाह बनाए रखने के लिए कांच का एक गिलास लेकर उसमें पानी और नमक मिलाकर घर के नैऋत्य कोने में रख दें और उस के पीछे लाल रंग का एक बल्व लगा दें, जब भी पानी सूखे तो उस गिलास को साफ करके दोबारा नमक मिलाकर पानी भर दें.

0655. नमक - टायलेट में कांच के बाऊल में क्रिस्टल साल्ट (दरदरा नमक) भर कर रखें, 15 दिन बाद बदल दें, पहला टायलेट के सिंक में डाल दें.  अगर किसी कारण टायलेट उत्तर-पूर्व में हो तो इसके दरवाजे पर रोअरिंग लायन का फोटो पेस्ट कर दें.

0656. नमक - नमक को कांच के पात्र में रखें और उसमें चार-पांच लोंग डाल दें.  इससे धन की आवक शुरू होने लगेगी और घर में बरकत भी बनी रहती है.  इससे एक ओर जहां नमक में सुगंध बनी रहेगी वहीं इस उपाय से कभी धन की कमी नहीं होगी.

0657. नमक - भोजन पकाते समय भोजन को चखे नहीं.  उससे भोजन की पवित्रता नष्ट होती है और दरिद्रता आती है.  नमक कम हो जाएगा तो बाद में डाल दिया जाएगा.  भगवान को भोजन नैवेद्य लगाने के बाद ही भोजन को चखे.

0658. नमक - मजमूरी में या दबाव में किसी का नमक मत खाइये इससे आपका बड़ा नुकसान हो सकते है.  नमक उसी का खाइये जिसके संस्कार अच्छे हों और जो धर्म सम्मत आचरण करता हो.

0659. नमक - मिला जुला वास्तुदोष हो तो जिसे आप बदल नहीं सकते.  मन में खिन्नता, भय, चिंता होने से, दोनों हाथों में साबुत नमक भर कर कुछ देर रखे रहें, फिर वॉशबेसिन में डालकर पानी से बहा दें.  नमक इधर उधर न फेंके.

0660. नमक - यदि आपका मन बहुत अशांत रहता है.  विचार चलते रहते हैं किसी प्रकार की चिंता से ग्रस्त रह रहे हैं तो इससे आपका स्वास्थ्य गिरता जाएगा.  नमक मिले हुए जल से स्नान करने से शरीर तो शुद्ध होगा ही साथ ही मन की बैचेनी भी शांत हो जाएगी.

0661. नमक - यदि आपके पास धन तो बहुत आता है लेकिन रूकता नहीं है, तो आपको यह उपाय अवश्य करना चाहिए.  होलिका दहन के दिन चांदी की डिब्बी में काली हल्दी, नागकेशर व सिन्दूर को साथ में रखकर सजी हुई होली की पूजन कर डिब्बी के साथ 7 प्रदक्षिणा करें फिर स्पर्श करवा कर धन रखने के स्थान पर रख दें.  धन आपके पास रूकने लगेगा.

0662. नमक - यदि आपको कोई व्यक्ति पसंद नहीं है तो उसका नमक न खाएं.  उसका मीठा खा सकते हैं.  किसी पापी पुरुष के यहां का नमक तो कदापी न खाएं अन्यथा आपका जीवन भी उसी के सामन होने लगेगा.  हर कहीं का नमक या नमकीन न खाएं इस बात का हमेशा ध्यान रखें.

0663. नमक - यदि आपको या किसी बच्चे को किसी की नजर लग गई है तो सात बार एक चुटकी नमक उस पर से उतारकर उसे बहते पानी में बहा दें.  नल खोलें और उसे नल के बहते पानी में डाल दें.  इससे नजर दोष दूर हो जाएगा.

0664. नमक - यदि परिवार में कोई व्यक्ति निरन्तर अस्वस्थ्य रहता है, तो होली के दिन सुबह आटे की 2 लोई बनाकर उसमें गीले चने की दाल के साथ गुड़ और थोड़ी मात्रा में पिसी काली हल्दी को दबाकर मरीज के ऊपर से 7 बार उतार कर गाय को खिला दें.  फिर होली का पूजन कर घर लौट आएं.

0665. नमक - रोग से बचने के लिए साधारण नमक का कम ही उपयोग करना चाहिए.  उसकी जगह सेंधा नमक या काले नमक का उपयोग भोजन के दौरान करना चाहिए.

0666. नमक - व्यक्तिगत बाधा के लिए एक मुट्ठी पिसा हुआ नमक लेकर शाम को अपने सिर के ऊपर से तीन बार उतार लें और उसे दरवाजे के बाहर फेंकें.  ऐसा तीन दिन लगातार करें.  यदि आराम न मिले तो नमक को सिर के ऊपर वार कर शौचालय में डालकर फ्लश चला दें.  निश्चित रूप से लाभ मिलेगा.

0667. नमक - सप्ताह में एक बार गुरुवार को छोड़कर पोंछा लगाते समय पानी में थोड़ा साबुत खड़ा नमक (समुद्री नमक) मिला लेना चाहिए.  इस उपाय से भी घर की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है.  वातावरण की पवित्रता बढ़ती है.  इससे लक्ष्मी प्राप्ती का मार्ग खुलेगा और घर में बरकत भी बनी रहेगी.

0668. नमक - सोते समय अपना सिरहाना पूर्व की ओर रखें . अपने सोने के कमरे में एक कटोरी में सेंधा नमक के कुछ टुकडे रखें.  इससे आपकी सेहत ठीक रहेगी.

0669. नमक - हर तरह की गंदगी को हटाने वाला रसायन है.  एक कांच की कटोरी में खड़ा नमक (समुद्री नमक) भरें और इस कटोरी को बाथरूम में रखें.  इस उपाय से भी नकारात्मक ऊर्जा दूर हो सकती है.  हर माह कटोरी का नमक बदल लें.  पुराने नमक को फेंक देना चाहिए.

0670. नहाते समय -  इस मंत्र का जप करना श्रेष्ठ रहता है  गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति.  नर्मदे सिन्धु कावेरी जलऽस्मिन्सन्निधिं कुरु. .

0671. नहाते समय - हमें मंत्र जप करना चाहिए.  स्नान करते समय किसी मंत्र का पाठ किया जा सकता है या कीर्तन या भजन या भगवान का नाम लिया जा सकता है.  ऐसा करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है.

0672. ना करें -  अकारण निंदा करने वाला व्यक्ति भी मरा हुआ होता है.  जिसे दूसरों में सिर्फ कमियां ही नजर आती हैं.  जो व्यक्ति किसी के अच्छे काम की भी आलोचना करने से नहीं चूकता.  ऐसा व्यक्ति जो किसी के पास भी बैठे तो सिर्फ किसी ना किसी की बुराई ही करे, वह इंसान मृत समान होता है.

0673. ना करें -  अकेलेपन से स्ट्रेस, चिड़चिड़ापन और बीमारियां बढ़ती है.  इससे डिजीज का खतरा कई गुना बढ़ जाता है.

0674. ना करें -  अक्सर अपने वैभव एवं विलासिता को दिखाने हेतु हम घर में फव्वारे का इस्तेमाल करते हैं .  ध्यान दें वाटर फाउंटेन पानी के बहाव को दर्शाता है ऐसे में ये माना जाता है कि घर में लक्ष्मी का निवास नहीं रह पाता .

0675. ना करें -  अगर ब्लड प्रेशर जैसी किसी बीमारी की दवाई चल रही है, तो दवाई खाना भूलने या वक्त पर दवाई न खाने से शरीर पर बुरा असर पड़ता है.

0676. ना करें -  अचानक से सांस फूलना, ज्यादा पसीना आना, चेस्ट के पास दर्द होना जैसे संकेत हार्ट प्रॉब्लम की चेतावनी देते है.  इन्हें इग्नोर करना प्रॉब्लम बढ़ा सकता है.

0677. ना करें -  अति कंजूस व्यक्ति भी मरा हुआ होता है.  जो व्यक्ति धर्म के कार्य करने में, आर्थिक रूप से किसी कल्याण कार्य में हिस्सा लेने में हिचकता हो.  दान करने से बचता हो.  ऐसा आदमी भी मृत समान ही है.

0678. ना करें -  अन्धेरे में भोजन नही करना चाहिये.

0679. ना करें -  अपने उग्र स्वभाव की वजह से हम उन चीजों की तरफ ज्यादा आकर्षित होते है जो हमारी उग्रता को बढ़ावा दें .  ऐसे में घर में जंगली जानवरों का चित्र परिवार में प्यार  को थोड़ा कमजोर जरुर कर सकती हैं .

0680. ना करें -  आप इधर उधर, बाहर सड़क पर कहीं भी थूकते तो नहीं है. अगर ऐसा है तो इसे तुरंत बंद करे. आप यथासंभव अपने घर के वाशबेसिन / जहाँ पर आप नहाते , ब्रश करते है सिर्फ वही पर कुल्ला करे, अपना गला साफ करें, थूक निकाले, और अपनी थूक को कभी भी अपने पैर से ना रगड़े.

0681. ना करें -  आवासीय परिसर में दूध वाले वृक्ष लगाने से धनहानि होती है.  महुआ, पीपल, बरगद घर के बाहर होना चाहिए.  केवड़ा और चंपा को लगा सकते हैं.

0682. ना करें -  ऐसा व्यक्ति जो पूरी तरह से आत्म संतुष्टि और खुद के स्वार्थों के लिए ही जीता है, संसार के किसी अन्य प्राणी के लिए उसके मन में कोई संवेदना ना हो तो ऐसा व्यक्ति भी मृत समान है.  जो लोग खाने-पीने में, वाहनों में स्थान के लिए, हर बात में सिर्फ यही सोचते हैं कि सारी चीजें पहले हमें ही मिल जाएं, बाकि किसी अन्य को मिले ना मिले, वे मृत समान होते हैं.  ऐसे लोग समाज और राष्ट्र के लिए अनुपयोगी होते हैं.

0683. ना करें -  ऐसे स्थान पर न जाएं, जहां पर तांत्रिक अनुष्ठान होता हो.  जहां पर किसी पशु की बलि दी जाती हो या जहां भी लोभान आदि के धुएं से भूत भगाने का दावा किया जाता हो.  भूत भागाने वाले सभी स्थानों से बच कर रहें, क्योंकि यह धर्म और पवित्रता के विरुद्ध है.

0684. ना करें -  ओवरईटिंग से मोटापा बढ़ता है.  वजन ज्यादा होने पर बॉडी में कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ता है, जिससे शरीर को नुक्सान पहुंचता है.

0685. ना करें -  कभी भी किसी एक देवी-देवता की मूर्ति आमने-सामने नहीं रखनी चाहिए.  ऐसा होने से आय के साधन कम होने लगते है और खर्च बढ़ जाते हैं.

0686. ना करें -  कभी भी गाय या अन्य जानवर को झाड़ू से नहीं मारना चाहिए.  यह अपशकुन माना गया है.

0687. ना करें -  कभी भी बैठे बैठे या लेटे हुए अपनी टाँगे ना हिलाते रहे, इससे भी भाग्य रुष्ट हो जाता है और चाह कर भी पर्याप्त सम्मान नहीं मिलता है.

0688. ना करें -  किसी की गरीबी और लाचारी का मजाक नही उडाना चाहिये.

0689. ना करें -  किसी भी तरह की तेज खुशबू परालौकिक शक्तियों को आकर्षित करती हैं.  इसीलिए रात को सोने से पहले हाथ-पांव तथा चेहरा धोकर ईश्वर का ध्यान करना चाहिए.  इससे रात को बुरे स्वप्न भी नहीं आते और नकारात्मक शक्तियां भी दूर रहती हैं.

0690. ना करें -  कुछ लोग जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करते है और फिर यह शेड्यूल छोड़ देते है.  कई अचानक एक्सरसाइज करना पूरी तरह छोड़ देते है.  यह तरीका ठीक नहीं है.

0691. ना करें -  कोई भी सदस्य किसी खास कार्य के लिए घर से निकला हो तो उसके जाने के तुरंत बाद घर में झाड़ू नहीं लगाना चाहिए.  ऐसा करने पर उस व्यक्ति को असफलता का सामना करना पड़ सकता है.

0692. ना करें -  खराब या बेकार चीज़ों को घर में रखने से नेगेटिव एनर्जी बढ़ती है और धन संबंधी परेशानियां भी आती हैं.  खराब उपकरण जैसे टीवी, कंप्यूटर, फ्रीज़ आदि को घर में भूलकर भी न रखे.

0693. ना करें -  खर्राटे आने पर हम ठीक से सांस नहीं ले पाते.  इससे हार्ट बीट अनियमित होती है और  डिजीज का खतरा बढ़ता है.

0694. ना करें -  गंदे बिस्तर में नही सोना चाहिये.

0695. ना करें -  गरीबी सबसे बड़ा श्राप है.  जो व्यक्ति धन, आत्म-विश्वास, सम्मान और साहस से हीन हो, वो भी मृत ही है.

0696. ना करें -  घड़े में मुंह लगाकर पानी नही पीना चाहिये.

0697. ना करें -  घर में महाभारत की पेंटिंग अथवा तस्वीर न रखें , ध्यान दें ऐसा करने से घर परिवार में कलह की श्रृष्टि होने की संभावना बढ़ जाती है .

0698. ना करें -  जूठे हाथों से या पैरों से कभी गौ, ब्राह्मण तथा अग्नि का स्पर्श न करें.

0699. ना करें -  जूते पहने हुए कभी भोजन नहीं करना चाहिए.

0700. ना करें -  जो व्यक्ति अत्यंत भोगी हो, कामवासना में लिप्त रहता हो, जो संसार के भोगों में उलझा हुआ हो, वह मृत समान है.  जिसके मन की इच्छाएं कभी खत्म नहीं होती और जो प्राणी सिर्फ अपनी इच्छाओं के अधीन होकर ही जीता है, वह मृत समान है.

जो भी उपाय करें पूरे विश्वास के साथ करें, क्योंकि विश्वास के बिना हर उपाय असफल होगा. खुद पर विश्वास रखें और भगवान पर भी भरोसा करें. जो भी उपाय शुरू करें तो उसे पूरा अवश्य करें . अधूरा न छोडें . जो मनुष्य इस स्तुति को आदरपूर्वक पढ़ते हैं, वे आपकी भक्ति से युक्त होकर आपके परमपद को प्राप्त होते हैं, इसमें सन्देह नहीं है. जो मनुष्य मत्सर (डाह) रहित होकर आपके चरणकमलों का सेवन करते हैं, वे तर्क-वितर्क (अनेक प्रकार के सन्देह) रूपी तरंगों से पूर्ण संसार रूपी समुद्र में नहीं गिरते. जो लोग भूत, प्रेत या पितरों की उपासना करते हैं, वह राक्षसी कर्म के होते हैं. ऐसे लोगों का संपूर्ण जीवन ही भूतों के अधीन रहता है. भूत-प्रेत से बचने के लिए ऐसे कोई भी टोने-टोटके न करें जो धर्म विरुद्ध हो. हो सकता है आपको इससे तात्कालिक लाभ मिल जाए, लेकिन अंतत: जीवन भर आपको परेशान ही रहना पड़ेगा. जो लोग शाम सात बजे तक भोजन कर लेते हैं, उनको छोड़कर शेष लोगों को जो कि भोजन रात्रि 10-11 बजे तक करते हैं, सहवास आधी रात के बाद करना हितकारी है. ज्योतिष उपाय- रोटी के ये उपाय करते रहने से मिलते हैं शुभ फल ज्योतिष के अनुसार सांपों के दिखाई देने से जुड़े कुछ शकुन और अपशकुन बताए गए हैं, इन संकेतों का ध्यान रखने पर भविष्य में होने वाली घटनाओं की जानकारी प्राप्त की जा सकती है. जो लोग ज्योतिष में विश्वास रखते हैं, उनके लिए शकुन और अपशकुन की मान्यताएं काफी महत्व रखती हैं. काफी लोग इन बातों को अंधविश्वास मानते हैं. ज्योतिष के टोटके, बिना पैसा खर्चे बदलेंगे आपका भाग्य ज्योतिष में धन संबंधी परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए कई उपाय बताए गए हैं, जो अलग-अलग समय परकिए जाते हैं. नहाते समय करने के लिए एक उपाय बताया गया है. इस उपाय को सही विधि से हर रोज किया जाए तो निकट भविष्य में सकारात्मक फल प्राप्त हो सकते हैं. ज्योतिष साहित्य के मूल ग्रंथों- प्रश्नमार्ग, वृहत्पराषर, होरा सार, फलदीपिका, मानसागरी आदि में ज्योतिषीय योग हैं जो प्रेत पीड़ा, पितृ दोष आदि बाधाओं से मुक्ति का उपाय बताते हैं. ज्योतिष से सम्बंधित अ ज्योतिष से सम्बंधित अन्य लेख ज्योतिष से सम्बंधित अन्य लेख यहाँ प ज्योतिष से सम्बंधित अन्य लेख यहाँ पढ़े – ज्योतिष से सम्बंधित अन्य लेख यहाँ पढ़े – ज्यो ज्योतिष से सम्बंधित अन्य लेख यहाँ पढ़े – ज्योतिष शास्त्र ज्योतिष से सम्बंधित अन्य लेख यहाँ पढ़े – ज्योतिष शास्त्र से सम्बंधित लेख ज्योतिष से सम्बंधित सम्पूर्ण लेख यहाँ पढ़े – ज्योतिष शास्त्र से सम्बंधित लेख ज्‍योतिष को मानने वालों में 'लाल किताब' का बड़ा महत्‍व है. यह किताब सम्‍पूर्ण उत्‍तर भारत (हिन्‍दी बेल्‍ट) में विशेष रूप से लोकप्रिय है. कहा जाता है कि इसमें तमाम तरह की समस्‍याओं से मुक्ति के सराल उपाय बताए गये हैं. इन टोटकों को बताकर ज्‍योतिषी लोग अक्‍सर लोगों को बेवकूफ बनाया करते हैं. कुछ लाजवाब टोटके देखिए : झाड़ू से घर में प्रवेश करने वाली बुरी अथवा नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है. अत: इसके संबंध ध्यान रखें कि… झाड़ू से जुड़े शकुन-अपशकुन झाड़ू से जुड़े शकुन-अपशकुन और लक्ष्मी कृपा पाने के उपाय झूठ बोलना व्यक्तिगत बुराई है. जो लोग झूठ बोलते हैं, उन्हें समाज व परिवार में उचित मान सम्मान नहीं मिलता. इसलिए सिर्फ एकादशी पर ही नहीं अन्य दिनों में भी झूठ नहीं बोलना चाहिए. टूटा हुआ कांच टोटका टोटके और उपाय टोटके को: टोटके धन टोटके वशीकरण टोटके से वश मे करना टोटके ही टोटके टोटकों द्वारा चमत्कार तकिये के नीचे घड़ी रखकर न सोएं- तनयं कृष्ण त्वामहम् शरणंगता: क्लीं ऊं. . तप मन, शरीर और विचारों से कठिन साधना करें. तप का अच्छे परिवार के लिए व्यावहारिक तौर पर मतलब यही है कि तप – तभी पढ़ने वालों पर इसका अनुकूल प्रभाव पड़ता है . तमेकमद्भुतं प्रभुं, निरीहमीश्वरं विभुम्. तांत्रिक ग्रंथों में कई ऐसे प्रयोगों के बारे में बताया गया है जिनकी मदद से असंभव कार्य को भी संभव बनाया जा सकता है. इन प्रयोगों में विशेष पौधे, पूजा सामग्री, फल तथा अन्य चीजों का उपयोग होता है. तंत्र के अनुसार नींबू तथा लौंग के टोने-टोटके द्वारा जीवन की कई समस्याओं को एक झटके में खत्म किया जा सकता है. ताक़त आती है. ताक़त के लिए ताक़त के लिए कुलंजन, सोंठ, मिश्री, अंजीर के बीज, गाजर के बीज, जरजीह के बीज और टिलयुन के बीजों को बराबर मात्रा में मिलाकर कूटकर और पीसकर छान लें. इसके बाद शहद और सफेद प्याज के पत्तों के रस को एक साथ मिलाकर किसी कलईदार बर्तन में भरकर हल्की आग पर पकाने के लिए रख दें. जब प्याज का रस जल जाए और सिर्फ शहद ही बाकी रह जाए तो इसमें पहले बताई गई औषधियों का तैयार किया हुआ चूर्ण मिला लें. इस मिश्रण को अपनी ताकत के अनुसार सेवन करने से शक्ति बढ़ती है. तीन माला जाप उपरोक्त मंत्र की करें. तत्पश्चात एक माला से मंत्र पढ़ते हुए हवन करें. तीसरा उपाए- 1 प्रदोष का व्रत करें, प्रत्येक प्रदोष को भगवान शंकर का रुद्राभिषेक करने से संतान की प्राप्त होती है. तीसरा- गर्भस्रावण बन्ध्यत्व यानी गर्भ तो धारण कर ले पर गर्भकाल पूरा होने से पहले ही गर्भस्राव या गर्भपात हो जाए. इसे रिलेटिव स्टेरिलिटी कहते हैं. तीसरे भाव में शनि हो तो कष्ट निवारण के उपाय /टोटके :- तुलसी का धार्मिक महत्व तो है, साथ ही आयुर्वेद में इसे संजीवनी बुटि के समान माना जाता है. तुलसी तुलसी की देखभाल करना तुलसी के पत्ते तोड़ते समय इस मंत्र का जाप करना चाहिए- तुलसी चढाने सम्बन्धी नियम : तुला राशि :- ते सर्वे तव पूजार्थे निरता: स्युर्वरो मत:. तो देखें ऐसे ही कुछ आसान किंतु प्रभावशाली टोटके को: – तो यह अशुभ संकेत है. तोड़ने के लिए और आप के साथ हो जाएगा. त्वदंघ्रि-मूलं ये नरा:, भजन्ति हीन-मत्सरा:. थ्लेस्पी बर्सा पेस्टोरिस : ऋतुकाल के अलावा समय में रक्त स्राव होना, अधिक होना, दाग धोने पर भी न मिटना, स्राव के समय दर्द होना आदि लक्षणों वाली बन्ध्या स्त्री को थ्लेस्पी बर्सा पेस्टोरिस का मूल अर्क (मदर टिंचर) सुबह- शाम दो चम्मच पानी में 4-5 बूँद टपकाकर लेने से लाभ होता है व गर्भ स्थापित हो जाता है. दक्षिण दिशा की ओर न हो श्री गणेश का मुंह दक्षिण दिशा की ओर सिर कर के सोने वाले व्यक्ति में चुम्बकीय बल रेखाएं पैर से सिर की ओर जाती हैं, जो अधिक से अधिक रक्त खींच कर सिर की ओर लायेंगी, जिससे व्यक्ति विभिन्न रोंगो से मुक्त रहता है और अच्छी निद्रा प्राप्त करता है. दरवाजा नंबर आठ दरवाजा नंबर एक दरवाजा नंबर चार दरवाजा नंबर छह दरवाजा नंबर तीन दरवाजा नंबर दो दरवाजा नंबर पांच दरवाजा नंबर सात दरिद्रता दूर करने हेतु : दशम भाव में शनि हो तो कष्ट निवारण के उपाय /टोटके :- दस चीजें और उनसे मिलने वाले फल

अच्छे जीवन के उपाय 0501. - 0600.


ध्यान रखें यहां बताए जा रहे सभी उपाय ज्योतिष से संबंधित हैं.  इस कारण इन्हें आस्था और विश्वास के साथ करना चाहिए.  उपाय करते समय मन में किसी प्रकार की शंका   ना हो , इसका ख़याल रखे.

0501. दीपावली -  की रात चांदी की कटोरी में कपूर जलाकर देवी लक्ष्मी की आरती धन वृद्ध‌ि में सहायक होती है.

0502. दीपावली -  की रात सोने से पहले किसी चौराहे पर तेल का दीपक जलाएं और घर लौटकर आ जाएं.  ध्यान रखें पीछे पलटकर न देखें.

0503. दीपावली -  की रात हत्‍थाजोड़ी में स‌िंदूर लगाकर धन रखने के स्‍थान पर रखें आय बढ़ेगी और अनावश्यक खर्चों में कमी आएगी.

0504. दीपावली -  की शाम में साबुत उड़द, दही और स‌िंदूर लेकर पीपल की जड़ में रखें और एक दीपक जलाएं.  कहते हैं इससे आय में वृद्ध‌ि होती है.

0505. दीपावली -  के दिन यदि कोई किन्नर संज-संवर कर दिखाई दे, तो अवश्य ही धन लाभ होता है.  ये धन लाभ अप्रत्याशित रूप से होता है.

0506. दीपावली -  के दिन सरसों के तेल का या शुद्ध घी का दिया जलाकर काजल बना लें.  यह काजल लगाने से भूत, प्रेत, पिशाच, डाकिनी आदि से रक्षा होती है और बुरी नजर से भी रक्षा होती है.

0507. दीपावली -  के दीन पीपल के पत्ते पर कुमकुम लगाकर उस पर लड्डू रखें और हनुमान को भोग लगाएं.  इससे आय में आ रही बाधा दूर होती है.

0508. दीपावली -  पर सुबह-सुबह शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल अर्पित करें.  जल में यदि केसर भी डालेंगे तो श्रेष्ठ रहेगा.

0509. दीपावली -  पूजन के समय एकाक्षी नारियल की भी पूजा करें और इसे हमेशा देवी लक्ष्मी के साथ पूजा स्‍थान में रखें,  लाभ होगा.

0510. दीपावली - अपने घर के आसपास किसी पीपल के पेड़ के नीचे तेल का दीपक जलाएं.  यह उपाय दीपावली की रात में किया जाना चाहिए.  ध्यान रखें दीपक लगाकर चुपचाप अपने घर लौट आए, वापिस पलटकर न देखें.

0511. दीपावली - इस दिन अमावस्या रहती है और इस तिथि पर पीपल के वृक्ष को जल अर्पित करना चाहिए.  ऐसा करने पर शनि के दोष और कालसर्प दोष समाप्त हो जाते हैं.

0512. दीपावली - एक बात का विशेष ध्यान रखें कि माह की हर अमावस्या पर पूरे घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई की जानी चाहिए.  साफ-सफाई के बाद घर में धूप-दीप-ध्यान करें.  इससे घर का वातावरण पवित्र और बरकत देने वाला बना रहेगा.

0513. दीपावली - किसी तालाब या नदी में मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर खिलाएं.  इस पुण्य कर्म से बड़े से बड़े संकट भी दूर हो जाते हैं.

0514. दीपावली - किसी शिव मंदिर जाएं और वहां शिवलिंग पर अक्षत यानी चावल चढ़ाएं.  ध्यान रहें सभी चावल पूर्ण होने चाहिए.  खंडित चावल शिवलिंग पर चढ़ाना नहीं चाहिए.

0515. दीपावली - की मध्य रात्र‌ि के बाद घंटी बजाएं.  कहते हैं इससे नकारात्मक शक्त‌ियां और दरिद्रता, घर में नहीं ठहरती.

0516. दीपावली - की रात में लक्ष्मी पूजन के साथ ही अपनी दुकान, कम्प्यूटर आदि ऐसी चीजों की भी पूजा करें, जो आपकी कमाई का साधन हैं.

0517. दीपावली - की रात लक्ष्मी पूजा करते समय एक थोड़ा बड़ा घी का दीपक जलाएं, जिसमें नौ बत्तियां लगाई जा सके.  सभी 9 बत्तियां जलाएं और लक्ष्मी पूजा करें.

0518. दीपावली - के दिन झाड़ू अवश्य खरीदना चाहिए.  पूरे घर की सफाई नई झाड़ू से करें.  जब झाड़ू का काम न हो तो उसे छिपाकर रखना चाहिए.

0519. दीपावली - के दिन यदि संभव हो सके तो किसी किन्नर से उसकी खुशी से एक रुपया लें और इस सिक्के को अपने पर्स में रखें.  बरकत बनी रहेगी.

0520. दीपावली - घर में स्थित तुलसी के पौधे के पास दीपावली की रात में दीपक जलाएं.  तुलसी को वस्त्र अर्पित करें.

0521. दीपावली - जल्‍दी और अचानक धन लाभ के ल‌िए दीपावली की शाम में क‌िसी बरगद के पेड़ की जटा में गांठ लगाएं.  धन लाभ म‌िलने के बाद इस गांठ को खोल दें.

0522. दीपावली - जो लोग धन का संचय बढ़ाना चाहते हैं, उन्हें तिजोरी में लाल कपड़ा बिछाना चाहिए.  इसके प्रभाव से धन का संचय बढ़ता है.  महालक्ष्मी का ऐसा फोटो रखें, जिसमें लक्ष्मी बैठी हुईं दिखाई दे रही हैं.

0523. दीपावली - दीवाली के दिन किसी मंदिर में झाड़ू का दान करें.  यदि आपके घर के आसपास कहीं महालक्ष्मी का मंदिर हो तो वहां गुलाब की सुगंध वाली अगरबत्ती का दान करें.

0524. दीपावली - पर तेल का दीपक जलाएं और दीपक में एक लौंग डालकर हनुमानजी की आरती करें.  किसी मंदिर हनुमान मंदिर जाकर ऐसा दीपक भी लगा सकते हैं.

0525. दीपावली - पर महालक्ष्मी के पूजन में पीली कौड़ियां भी रखनी चाहिए.  ये कौडिय़ा पूजन में रखने से महालक्ष्मी बहुत ही जल्द प्रसन्न होती हैं.  आपकी धन संबंधी सभी परेशानियां खत्म हो जाएंगी.

0526. दीपावली - पर लक्ष्मी का पूजन करने के लिए स्थिर लग्न श्रेष्ठ माना जाता है.  इस लग्न में पूजा करने पर महालक्ष्मी स्थाई रूप से घर में निवास करती हैं. -पूजा में लक्ष्मी यंत्र, कुबेर यंत्र और श्रीयंत्र रखना चाहिए.  यदि स्फटिक का श्रीयंत्र हो तो सर्वश्रेष्ठ रहता है.

0527. दीपावली - पर लक्ष्मी पूजन के बाद घर के सभी कमरों में शंख और घंटी बजाना चाहिए.  इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा और दरिद्रता बाहर चली जाती है.  मां लक्ष्मी घर में आती हैं.

0528. दीपावली - पर श्रीसूक्त एवं कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना चाहिए.  रामरक्षा स्तोत्र या हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ भी किया जा सकता है.

0529. दीपावली - प्रथम पूज्य श्रीगणेश को दूर्वा अर्पित करें.  दूर्वा की 21 गांठ गणेशजी को चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है.  गणेशजी के साथ महालक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है.

0530. दीपावली - महालक्ष्मी के चित्र का पूजन करें, जिसमें लक्ष्मी अपने स्वामी भगवान विष्णु के पैरों के पास बैठी हैं.  ऐसे चित्र का पूजन करने पर देवी बहुत जल्द प्रसन्न होती हैं.

0531. दीपावली - महालक्ष्मी के महामंत्र "ऊँ ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद् श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ ऊँ महालक्ष्मयै नम: का कमलगट्टे की माला से कम से कम 108 बार जप करें.

0532. दीपावली - लक्ष्मी पूजन के समय एक नारियल लें और उस पर अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि अर्पित करें और उसे भी पूजा में रखें.

0533. दीपावली - लक्ष्मी पूजन के समय हल्दी की गांठ भी साथ रखें.  पूजन पूर्ण होने पर हल्दी की गांठ को घर में उस स्थान पर रखें, जहां धन रखा जाता है.

0534. दीपावली - लक्ष्मी पूजन में सुपारी रखें.  सुपारी पर लाल धागा लपेटकर अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि पूजन सामग्री से पूजा करें और पूजन के बाद इस सुपारी को तिजोरी में रखें.

0535. दुख में - पूर्ण साफ मन से प्रदोष के दिन स्नान करके प्रभु शिव का ध्यान करते हुए पूर्ण निराहार होकर व्रत (उपवास) रखें.  उस दिन अन्न न लें.

0536. दुख में - मंत्र का जप करना चाहिये " ॐ  ॐ श्रीं श्रीं श्रीं परमाम् सिद्धिं श्री श्री श्रीं. " इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखें.

0537. दुख में - शाम को (गोधूली बेला में) शिवजी का पूजन करें एवं असगंध के फूल को घी में डूबाकर रख लें.

0538. दूर रहें - अत्यंत मूढ़ यानी मूर्ख व्यक्ति भी मरा हुआ होता है.  जिसके पास विवेक, बुद्धि नहीं हो.  जो खुद निर्णय ना ले सके.  हर काम को समझने या निर्णय को लेने में किसी अन्य पर आश्रित हो, ऐसा व्यक्ति भी जीवित होते हुए मृत के समान ही है.

0539. देवी लक्ष्मी - की पूजा के समय गोमती चक्र को पूजा की थाली में रखकर मां की पूजा करें.  पूजा के बाद गोमती चक्र को त‌िजोरी में रखें, धन बढ़ेगा.

0540. देवी लक्ष्मी - के चित्र के समक्ष नौ बत्तियों का घी का दीपक जलाए. धन लाभ होगा.

0541. धन प्राप्ति के लिए - एक मछलीघर जिसमें 8 सुनहरी व एक काली मछ्ली हो रखें . इसको उत्तर या उत्तरपूर्व की ओर रखें . यदि कोई मछ्ली मर जाय तो उसको निकाल कर नई मछ्ली लाकर उसमें डाल दें.

0542. धन प्राप्ति के लिए - कन्या -a स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ श्रीं ऐं सौं  b यदि आपको धन संबंधी कोई समस्या है तो आप लाल रुमाल में नारियल बांधकर अपने गल्ले अथवा तिजोरी में रखें.  धन लाभ होने लगेगा.  इसके दो कमलगट्टे की माला माता लक्ष्मी के मंदिर में दान अर्पित करें.   c यदि आपको नौकरी संबंधी कोई समस्या है तो आप तक रोज मीठे चावल कौओं को खिलाएं.  इससे आपकी समस्या का निदान हो जाएगा.

0543. धन प्राप्ति के लिए - कर्क - a यदि आप त्रिकोण आकृति का झंड़ा विष्णु भगवान के किसी मंदिर में ऊंचाई वाले स्थान पर इस प्रकार लगाएं कि वह लहराता रहे तो तक आपका भाग्य चमक उठेगा.   b कर्क राशि के लोग स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ क्ली ऐं श्रीं  c यदि आपको धन लाभ की अभिलाषा है तो शाम के समय पीपल के वृक्ष के नीचे तेल का पंचमुखी दीपक जलाएं.

0544. धन प्राप्ति के लिए - कुंभ - a स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ ह्रीं ऐं क्लीं श्रीं  b जीवन साथी के साथ नहीं बनती है तो खीर बनाएं इसका भोग लक्ष्मी को लगाएं और फिर स्वयं भी खाएं.  इससे दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी.   c धन प्राप्ति के लिए नारियल के कठोर आवरण में घी डालकर लक्ष्मीजी के समक्ष दीपक जलाएं.  यह दीपक रात भर जलने दें

0545. धन प्राप्ति के लिए - तुला - a स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं  b लक्ष्मी की विशेष कृपा पाने के लिए तुला राशि के लोग सुबह स्नान आदि नित्य कर्म करने के बाद किसी लक्ष्मी मंदिर में जाकर 11 नारियल अर्पित करें.   c यदि आपको व्यवसाय में घाटा हो रहा है तो आप बड़ के पेड़ के पत्ते पर सिंदूर व घी से ॐ श्रीं श्रियै नम: मंत्र लिखें और इसे बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें.

0546. धन प्राप्ति के लिए - धनु -  a स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ ह्रीं क्लीं सौ:  b इस राशि के लोग धन प्राप्ति के लिए पान के पत्ते पर रोली से श्रीं लिख कर अपने पूजा स्थान पर रखे तथा रोज इसकी पूजा करें.   c यदि तुला राशि के लोग किसी बीमारी से परेशान हैं तो चंद्रमा को अध्र्य दें और बीमारी के निवारण के लिए प्रार्थना करें.  अमावस्या होने से चांद दिखाई नहीं देगा तो भी अध्र्य दें.

0547. धन प्राप्ति के लिए - मकर - a स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ ऐं क्लीं सौ:  b यदि विवाह में बाधा आ रही है तो भगवान विष्णु की पूजा करें और उन्हें पीला वस्त्र, पीली मिठाई अर्पित करें.   c काफी समय से यदि धन रुका हुआ है तो आक की रुई का दीपक घर के ईशान कोण में जलाएं.

0548. धन प्राप्ति के लिए - मिथुन -   a यदि आप कर्ज से परेशान हैं तो लक्ष्मी पूजन के बाद गणेशजी की प्रतिमा को हल्दी की माला पहनाएं.  इससे आपकी परेशान समाप्त हो जाएगी.    b स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ क्लीं ऐं स:  c यदि आप धन की कमी से जूझ रहे हैं तो लक्ष्मी-गणेश पूजन करते समय दक्षिणावर्ती शंख की पूजा करके उसे अपने धन स्थान पर रखें.

0549. धन प्राप्ति के लिए - मीन - a कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ ह्रीं क्लीं सौ:  b धन लाभ के लिए किसी लक्ष्मी मंदिर में जाकर कमल के फूल, नारियल अर्पित करें तथा सफेद मिठाई का भोग लगाएं.   c  यदि आपको शत्रु पक्ष से परेशानी हैं तो कपूर के काजल से शत्रु का नाम लिखकर अपने पैर से मिटा दें.

0550. धन प्राप्ति के लिए - मेष - a रात में लाल चंदन और केसर घिसकर उससे रंगा हुआ सफेद कपड़ा यदि आप अपने गल्ले अथवा तिजोरी में बिछाएंगे तो उससे आपकी समृद्धि में हमेशा वृद्धि होगी तथा आकस्मिक धनहानि का अवसर भी नहीं आएगा.   b स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ ऐं क्लीं सौ:.  c शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर तेल का दीपक जलाएं तथा उस दीपक में दो काली गुंजा डाल दें तो वर्ष भर आपको आर्थिक रूप से परेशानी नहीं होगी.  आपका रुका हुआ धन भी जल्दी ही मिल जाएगा.

0551. धन प्राप्ति के लिए - वृश्चिक - a स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ ऐं क्लीं सौ:  b इस राशि के लोगों को यदि धन की इच्छा है तो वे अपने घर के बगीचे या बरामदे में केले के दो पेड़ लगाएं तथा इनकी देखभाल करें.  परंतु इनके फल का सेवन न करें.   c यदि परिवार में अशांति है तो नागकेसर का फूल लाकर घर में कहीं छिपा दें.  जहां उसे कोई देख न सके.

0552. धन प्राप्ति के लिए - वृषभ - a स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ ऐं क्लीं श्रीं b रात गाय के घी के दो दीपक जलाकर उन्हें किसी एकांत स्थान अपनी मनोकामना बताते हुए पर रख आएं.  शीघ्र ही आपकी हर मनोकामना पूरी हो जाएगी.  c यदि बहुत पैसा कमाने के बावजूद भी आप उसे सेविंग नहीं कर पा रहे हैं तो लक्ष्मी पूजन के साथ-साथ कमल के फूल का भी पूजन करें तथा बाद में इस फूल को लाल कपड़े में बांधकर अपने धन स्थान यानी तिजोरी या लॉकर में रखें.

0553. धन प्राप्ति के लिए - सिंह - a स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ ह्रीं श्रीं सौं:   b  रात घर के मुख्य दरवाजे पर गाय के घी का दीपक जला कर रखें.  यदि वह दीपक सुबह तक जलता रहे तो समझें कि आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा साथ ही मान-सम्मान भी बढ़ेगा.  c  यदि शत्रु आपको परेशान कर रहे हैं तो दीपावली की शाम को पीपल के पत्ते पर अनार की कलम से गोरोचन के द्वारा शत्रु का नाम लिखकर भूमि में दबा दें.

0554. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - कन्या - यदि जीवन में आर्थिक स्थिरता नहीं हो तो धनतेरस के दिन दो कमलगट्टे लेकर उन्हें माता लक्ष्मी के मंदिर में अर्पित करें.

0555. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - कर्क - यदि आपको अचानक धन लाभ की आशा हो तो धनतेरस के दिन शाम के समय पीपल वृक्ष के समीप तेल का पंचमुखी दीपक जलाएं.

0556. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - कुंभ - जीवन स्थायी सुख-समृद्धि हेतु प्रत्येक धनतेरस की रात में पूजन करने वाले स्थान पर ही रात्रि में जागरण करना चाहिए.

0557. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - तुला - यदि आप आर्थिक परेशानी से जुझ रहे हैं तो धनतेरस के दिन शाम को लक्ष्मीजी के मंदिर में नारियल चढ़ाएं.

0558. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - धनु - धनतेरस के दिन गुलर के ग्यारह पत्तों को मोली से बांधकर यदि किसी वट वृक्ष पर बांध दिया जाए, तो आपकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी.

0559. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - मकर - यदि आप आर्थिक समस्या से परेशान है, किंतु रूकावटें आ रही हों, तो आक की रूई का दीपक शाम के समय किसी तिहारे पर रखने से आपको धन लाभ होगा.

0560. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - मिथुन - बरगद से पांच फल लाकर उसे लाल चंदन में रंगकर नए लाल वस्त्र में कुछ सिक्कों के साथ बांधकर अपने घर अथवा दुकान में किसी कील से लटका दें.

0561. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - मीन - यदि व्यवसाय में शिथिलता हो तो केले के दो पौधे रोपकर उनकी देखभाल करें तथा उनके फलों को नहीं खाएं.

0562. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - मेष - यदि आप धनतेरस के दिन शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर तेल का दीपक में दो काली गुंजा डाल दें, तो साल भर आर्थिक अनुकूलता बनी रहेगी.  आपका उधार दिया हुआ धन भी प्राप्त हो जाएगा.

0563. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - वृश्चिक - यदि आप निरंतर कर्ज में उलझ रहें हो तो धनतेरस के दिन श्मशान के कुएं का जल लाकर किसी पीपल वृक्ष पर चढ़ाएं.

0564. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - वृषभ - यदि आपके संचित धन का लगातार खर्च हो रहा है तो धनतेरस के दिन पीपल के पांच पत्ते लेकर उन्हे पीले चंदन में रंगकर बहते हुए जल में छोड़ दें.

0565. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - सिंह - यदि व्यवसाय में बार-बार हानि हो रही हो या घर में बरकत ना रहती हो तो धनतेरस के दिन से गाय को रोज चारा डालने का नियम लें.

0566. धन-समृद्धि -  शुक्ल पक्ष में किसी भी दिन अपनी फैक्ट्री या दुकान के दरवाजे के दोनों तरफ बाहर की ओर थोडा सा गेहूं का आटा रख दें . ध्यान रहे ऐसा करते हुए आपको कोई देखे नही .

0567. धन-समृद्धि - "ॐ ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर.  भूरि घेदिन्द्र दित्ससि.  ॐ ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्.  आ नो भजस्व राधसि. . " हे लक्ष्मीपते . आप दानी हैं, साधारण दानदाता ही नहीं बहुत बड़े दानी हैं.  आप्तजनों से सुना है कि संसारभर से निराश होकर जो याचक आपसे प्रार्थना करता है उसकी पुकार सुनकर उसे आप आर्थिक कष्टों से मुक्त कर देते हैं – उसकी झोली भर देते हैं.  हे भगवान मुझे इस अर्थ संकट से मुक्त कर दो.

0568. धन-समृद्धि - 10-10 के 100 अच्छे नोट इकट्ठे करें और उनको तिजोरी में रखें.  इसी तरह 10 की एक गड्डी और 40-50 सिक्कों का एक सेट बनाएं और उसे प्रतिदिन रात में सोते समय गिनकर उचित स्थान पर रख दें.  हो सके तो नोटों के ढेर का एक चित्र खरीदकर ले आएं और उसे घर में वहां पर चिपका दें जहां पर आपकी नजर सहज ही रूप से जाती हो.  भाग्य चमकाने लगेगा.

0569. धन-समृद्धि - अकस्मात् धन लाभ के लिये शुक्ल पक्ष के प्रथम बुधवार को सफेद कपड़े के झंडे को पीपल के वृक्ष पर लगाना चाहिए. यदि व्यवसाय में आकिस्मक व्यवधान एवं पतन की सम्भावना प्रबल हो रही हो, तो यह प्रयोग बहुत लाभदायक है.

0570. धन-समृद्धि - अक्सर सुनने में आता है कि घर में कमाई तो बहुत है, किन्तु पैसा नहीं टिकता, तो यह प्रयोग करें.  जब आटा पिसवाने जाते हैं तो उससे पहले थोड़े से गेंहू में 11 पत्ते तुलसी तथा 2 दाने केसर के डाल कर मिला लें तथा अब इसको बाकी गेंहू में मिला कर पिसवा लें.  यह क्रिया सोमवार और शनिवार को करें.  फिर घर में धन की कमी नहीं रहेगी.

0571. धन-समृद्धि - अगर  समस्या आर्थिक है तो आप रोज श्रीसूक्त का पाठ करें और लक्ष्मीजी का पूजा करें.  आपकी समस्या दूर होगी.

0572. धन-समृद्धि - अगर अचानक धन लाभ की स्थितियाँ बन रही हो, किन्तु लाभ नहीं मिल रहा हो, तो गोपी चन्दन की नौ डलियाँ लेकर केले के वृक्ष पर टाँग देनी चाहिए.  यह चन्दन पीले धागे से ही बाँधना है.

0573. धन-समृद्धि - अगर आप अपार धन-समृद्धि चाहते हैं, तो आपको पके हुए मिट्टी के घड़े को लाल रंग से रंगकर, उसके मुख पर नाड़ा यानी मौली बांधकर तथा उसमें जटायुक्त नारियल रखकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर देना चाहिए.

0574. धन-समृद्धि - अगर आप चाहते हैं कि आपकी किस्मत चमक जाए तो रोज चीटियों को शक्कर मिला हुआ आटा डालें.  ऐसा करने से आपके पाप कर्मों का क्षय होगा और पुण्य कर्म उदय होंगे.  यही पुण्य कर्म आपकी मनोकामना पूर्ति में सहायक होंगे.

0575. धन-समृद्धि - अगर आप धन संबंधित काम के लिए कहीं जाने के लिए कपड़े पहन रह हैं और उसी समय आपकी जेब से पैसे गिरें, तो यह आपके लिए धन प्राप्ति का संकेत है.

0576. धन-समृद्धि - अगर आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हों, तो मन्दिर में केले के दो पौधे (नर-मादा) लगा दें.

0577. धन-समृद्धि - अगर निरन्तर कर्ज में फँसते जा रहे हों, तो श्मशान से जल लाकर किसी पीपल के वृक्ष पर चढ़ाना चाहिए.  यह 6 शनिवार किया जाए, तो आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त होते हैं.

0578. धन-समृद्धि - अगर पर्याप्त धर्नाजन के पश्चात् भी धन संचय नहीं हो रहा हो, तो काले कुत्ते को प्रत्येक शनिवार को कड़वे तेल (सरसों के तेल) से चुपड़ी रोटी खिलाएँ.

0579. धन-समृद्धि - अग्निहोत्र करने से भी बहुत बरकत होती है.  अग्निहोत्र मतलब जब भी भोजन खाएं उससे पहले उसे अग्नि को अर्पित करें.  अग्नि द्वारा पकाए गए अन्न पर सबसे पहला अधिकार अग्नि का ही होता है.

0580. धन-समृद्धि - अपनी ईमानदारी और मेहतन की कमाई का 2 प्रतिशत हिस्सा, जीव-जंतु, प्रकृति, राष्ट्र एवं समाज की भलाई में खर्च करें.  यहां पर लगाया धन लाख गुना होकर शीघ्र ही लौट आता है.

0581. धन-समृद्धि - अश्लेषा नक्षत्र में बरगद का पत्ता लाकर अन्न भंडार में रखें, भंडार भरा रहेगा.  हल्दी की गांठें, पान पत्ता और सुपारी तिजोरी में रखने से धन का भंडार बना रहेगा.

0582. धन-समृद्धि - आटा पिसते समय उसमें 100 ग्राम काले चने भी पिसने के लियें डाल दिया करें तथा केवल शनिवार को ही आटा पिसवाने का नियम बना लें, कमाई बड़ेगी.

0583. धन-समृद्धि - आप छोटे बच्चों को मिठाई बांटें. व्यापार में लाभ होगा, घर में खुशहाली का माहौल रहेगा और सबकुछ भी ठीक रहेगा.

0584. धन-समृद्धि - आप जो भी धन मेहनत से कमाते हैं उससे ज्यादा खर्च हो रहा हो अर्थात घर में धन का ठहराव न हो तो ध्यान रखें को आपके घर में कोई नल लीक न करता हो . अर्थात पानी टप–टप टपकता न हो .

0585. धन-समृद्धि - ऋण मुक्त होगी अगर मंगलवार को शिव मन्दिर में जा कर शिवलिंग पर मसूर की दाल “ॐ ॐ ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय नम:´´ मंत्र बोलते हुए चढ़ाएं.

0586. धन-समृद्धि - एक नारियल पर  सिन्दूर, मोली, अक्षत अर्पित कर पूजन करें.  फिर हनुमान जी के मन्दिर में चढ़ा आएँ. धन लाभ होगा.

0587. धन-समृद्धि - एक नारियल पर चमेली का तेल मिले सिन्दूर से स्वस्तिक का चिह्न बनाएं.  कुछ भोग (लड्डू अथवा गुड़-चना) के साथ हनुमानजी के मंदिर में जाकर उनके चरणों में अर्पित करके ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें.  तत्काल लाभ प्राप्त होगा.

0588. धन-समृद्धि - एक हंडिया में सवा किलो हरी साबुत मूंग की दाल, दूसरी में सवा किलो डलिया वाला नमक भर दें.  यह दोनों हंडिया घर में कहीं रख दें.  यह क्रिया बुधवार को करें.  घर में धन आना शुरू हो जाएगा.

0589. धन-समृद्धि - कहीं जाते समय नेवले का दिखना शुभ संकेत होता है.  नेवला दिखना धन लाभ का संकेत होता है.  आप सोकर उठे हों और उसी समय नेवला आपको दिख जाए तो गुप्त धन मिलने की संभावना रहती है.

0590. धन-समृद्धि - कारोबार में नुकसान हो रहा हो या कार्यक्षेत्र में झगडा हो रहा हो तो आप अपने वज़न के बराबर कच्चा कोयला लेकर जल प्रवाह कर दें . अवश्य लाभ होगा.

0591. धन-समृद्धि - कारोबार में लगातार घाटा हो रहा हो तो गुरुवार के दिन एक नारियल सवा मीटर पीले वस्त्र में लपेटकर एक जोड़ा जनेऊ, सवा पाव मिष्ठान्न के साथ आस-पास के किसी भी विष्णु मंदिर में अपने संकल्प के साथ चढ़ा दें.  तत्काल ही व्यापार चल निकलेगा.

0592. धन-समृद्धि - काला सुरमा एक शीशी में लेकर शनिवार को नौ बार सिर से पैर तक किसी से उतरवाकर सुनसान जमीन में गाड़ दें.  इसके बाद पीछे पलटकर न देखें और जिससे गड्ढ़ा किया गया है, उसे औजार को वहीं छोड़ आएं.

0593. धन-समृद्धि - किसी गुरु पुष्य योग और शुभ चन्द्रमा के दिन सुबह-सुबह हरे रंग के कपड़े की छोटी थैली तैयार करें.  श्री गणेश के चित्र अथवा मूर्ति के आगे 'संकटनाशन गणेश स्तोत्र' के 11 पाठ करें.  तत्पश्चात् इस थैली में 7 मूंग, 10 ग्राम साबुत धनिया, एक पंचमुखी रूद्राक्ष, एक चांदी का रुपया या 2 सुपारी, 2 हल्दी की गांठ ले कर दाहिनी सूंड के गणेश जी को शुद्ध घी के मोदक का भोग लगाएं.  फिर यह थैली तिजोरी या कैश बॉक्स में रख दें.  आर्थिक स्थिति में शीघ्र सुधार आएगा.  एक साल बाद नई थैली बना कर बदलते रहें.

0594. धन-समृद्धि - की देवी लक्ष्मी को प्रति एकादशी के दिन नौ बत्तियों वाला शुद्ध घी का दीपक लगाएं.

0595. धन-समृद्धि - कुत्ते को तेल चुपड़ी रोटी खिलाएं. मनोकामनाएं पूरी होंगी.  धन-धान्य एवं परिवार में वृद्धि होगी.

0596. धन-समृद्धि - केले का पेड़ काफी पवित्र माना जाता है और कई धार्मिक कार्यों में इसका प्रयोग किया जाता है.  भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को केले का भोग लगाया जाता है.  केले के पत्तों में प्रसाद बांटा जाता है.  माना जाता है कि समृद्धि के लिए केले के पेड़ की पूजा अच्छी होती है.

0597. धन-समृद्धि - गन्ने की जड़ को लाल वस्‍त्र में लपेटकर उस पर स‌िंदूर और लाल चंदन लगाएं और इसे धन रखने के स्‍थान में रखें, आय बढ़ेगी.

0598. धन-समृद्धि - घर आए अतिथि, साधु या याचक को यथा संभव प्रसन्न करके ही विदा करें.

0599. धन-समृद्धि - घर का कोना-कोना साफ रखें और मुख्य द्वार पर रंगोली बनाएं.

0600. धन-समृद्धि - घर के मुख्य प्रवेश द्वार पर तांबे के सिक्के को लाल रंग के नवीन वस्त्र में बांधने से घर में धन, समृद्धि का आगमन होता है.
विनोद बंसल विपिन किशोर सिन्हा विपुल समाजदार विभाष कुमार झा विभोर गुप्ता विभोर त्रिखा विमलेश बंसल 'आर्या' विविधा  (2,885) विवेक सक्सेना विशाल आनंद विशाल शर्मा विश्व गौरव विश्ववार्ता  (484) विश्‍वमोहन तिवारी विश्‍वरंजन वी. के. सिंह वीडियो  (5) वीरभान सिंह वीरेंदर परिहार वीरेन्द्र जैन वीरेन्द्र सिंह चौहान वीरेन्द्र सिंह राठौर वीरेन्‍द्र वीरेश्वर तोमर वृषेश चन्‍द्र लाल वैदिका गुप्ता व्यंग्य  (692) व्यंग्य/ स्थितप्रज्ञ हुए मनमोहन व्यंग्य/ स्थितप्रज्ञ हुए मनमोहन" height="104" srcs व्यंग्य/ स्थितप्रज्ञ हुए मनमोहन
  • सत्यव्रत त्रिपाठी सत्येंद्र खरे सत्येन्द्र गुप्ता सत्‍येन्‍द्र सिंह 'भोलू' सपना मांगलिक समन्वय़ नंद समन्‍वय नंद समाज  (1,112) समीर चौगांवकर सम्पुट पाठ ०३ से ०६ घन्टे तक, इक्यावन सौ रुपये से प्रारम्भ !
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    साक्षात्‍कार गुरु ग्रह का कमजोर होना किस तरह करता है धन की कमी गुरु पुष्य योग पंचांग से पता करे . गुरुवार को किए गए ये कार्य रोकते हैं पति, संतान की उन्नति गुरुवार को नहीं करना चाहिए नेल कटिंग और शेविंग भी गुरुवार को नहीं करने चाहिए ये 5 काम, जानिए क्यों? गुरूदराय गुरवे गोप्त्रे गुह्यासिताय ते. गृहकलह से बचने के लिए : गोप्याय गोपिताशेषभुवना चिदात्मने.. ग्रह के लिए कब, कैसे और कौनसा पहनना चाहिए रत्न ग्रह के लिए कब, कैसे और कौनसा पहने रत्न घण्टों टी वी देखना घर आए अतिथि, साधु या याचक को यथा संभव प्रसन्न करके ही विदा करें. – घर की खुशहाली के लिए 10 वास्तु टिप्स घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए 25 आसान वास्तु टिप्स घर के अंदर लगाएं- घर के बाहर एक खास नंबर का (नंबर 26 जिसे ईसाईयों में पवित्र माना जाता है) होना बताता है कि आप ईश्वर में आस्था रखते हैं. आप मानते हैं कि एक अदृश्य शक्ति आप पर नजर रखती है. यही विश्वास आपमें ऊर्जा लाता है और विश्वास पैदा करता है जिसके चलते आपके बिगड़े काम भी देर-सवेर बन जाते हैं. घर के मंदिर में ध्यान रखनी चाहिए यह 20 बातें घर को बुरी नजर से बचाता है यह दिव्य मंत्र घर खाली हाथ न जाएं घर बनाते वक़्त काफी कुछ ध्यान दिया जाता है जैसे कि प्रवेश द्वार का मुँह किस दिशा में हो पूजा घर की बनावट कैसी हो..बेडरूम की साज-सज्जा का कैसे रखें ध्यान इत्यादि . ऐसे में आज समाज में वास्तु के प्रति रुझान में बेतहासा वृधि हुयी है . घर में किसी को हार्ट डिजीज रही है, तो रेग्युलर हेल्थ चेकअप करवाना जरूरी है. बॉडी में प्रॉब्लम होना शुरू होते ही पता चल जाए, तो उसे आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है. घर में कोई बीमार हो जाए तो उस रोगी को शहद में चन्दन मिला कर चटाएं. घर में खूबसूरत पत्ती वाले पौधे जैसे- साइकस, एक्लिया, अर्लिया, फिलोडेण्ट्रोन व ऐरिका आदि लगाए जा सकते हैं. घर में चाहते हैं बरकत तो करें ये 10 टोटके घर में झाड़ू कहां और कैसे रखें घर में न रखें बंद घड़ी- घर में न रखें ये 5 चीजे होती है वास्तु दोष घर में पोंछा लगाते समय करें ये उपाय घर में बरकत रहेगी और लक्ष्मी दिन दूना रात चौगुना बढऩे लगेगी. घर में यहां जरूर लगाएं श्रीगणेश का चित्र घर या दुकान में श्री गणेश की स्थापना करते वक़्त ध्यान रखे ये बातें घर से निकलते वक्त गुड़ खाकर व थोड़ा-सा पानी ‍पीकर निकलें, तो कार्य में सफलता मिलेगी. इसके अलावा घर की देहली के बाहर कुछ काली मिर्ची के दाने बिखेर दें और उस पर से पैर रखकर निकल जाएं फिर पीछे पलटकर न देंखे. बिगड़े कार्य बन जाएंगे घर से निकलते ही :. क्योंकि, ऐसा करने से इस टोटके का प्रभाव लगभग खत्म हो जाता है. घड़ी का समय हमेशा सही रखें- चत्वारि तस्य वर्धन्ते आयुर्विद्या यशो बलम्. . चाही हुई कोई भी वस्तु या इच्छा आसानी से पूरी नहीं होती है. अन्य लोगों को जो चीज बिना संघर्ष के मिल जाती है, वही आपको एड़ी-चोटी का जोर लगाने के बाद हासिल होती है. आप धैर्यवान हैं और यही आपकी शक्ति है. चिकित्सा चीटियों को आटा डालें चुगली करने से मान-सम्मान में कमी आ सकती है. कई बार अपमान का सामना भी करना पड़ सकता है. इसलिए सिर्फ एकादशी ही नहीं अन्य दिनों में भी किसी की चुगली नहीं करना चाहिए. चोरी करना पाप कर्म माना गया है. चोरी करने वाला व्यक्ति परिवार व समाज में घृणा की नजरों से देखा जाता है. इसलिए सिर्फ एकादशी ही नहीं अन्य दिनों में भी चोरी जैसा पाप कर्म नहीं करना चाहिए. चौथा उपाए- गरीब बालक, बालिकाओं को गोद लें, उन्हें पढ़ाएं, लिखाएं, वस्त्र, कापी, पुस्तक, खाने पीने का खर्चा दो वर्ष तक उठाने से संतान की प्राप्त होती है. चौमुखा दीपक का उपाय छठवे भाव में शनि हो तो कष्ट निवारण के उपाय /टोटके :- छिपकली से जुड़े कुछ शकुन – अपशकुन (शकुन शास्त्र के अनुसार) छोटा बच्चा खाना न खाए तो कर सकते हैं ये उपाय जंगली जानवरों की तस्वीर: ध्यान दें अक्सर जगद्-गुरूं च शाश्वतं, तुरीयमेव केवलम्. . 9 जन्मकुंडली में कई ऐसे योग होते हैं जिनकी वजह से कोई भी पुरुष या स्त्री विवाह की खुशी से वंचित रह सकते हैं….कई बार ये रूकावट बाहरी बाधाओं की वजह से भी आती हैं. उम्र लगातार बढती जाती है और लाख प्रयास के बाद भी रिश्ते बन नहीं पाते हैं या मनचाहे रिश्तों का तो जैसे आकाल ही पड़ जाता है इस प्रकार की स्थिति होने पर शीघ्र विवाह के उपाय करने में समझदारी रहती है. इन उपाय को करने से शीघ्र विवाह के मार्ग बनते है, तथा विवाह मार्ग की समस्त बाधाएं दूर होती है| यहाँ पर हम कुछ बहुत ही आसान किन्तु अचूक उपाय बता रहे है जिनको सच्चे मन से करने से वर एवं कन्या दोनों को ही निश्चित रूप से मनवांछित लाभ प्राप्त होगा. जन्मकुंडली में गुरु ग्रह के प्रबल होने से उन्नति के रास्ते आसानी से खुलते हैं. यदि गुरु ग्रह को कमजोर करने वाले कार्य किए जाए तो प्रमोशन होने में रुकावटें आती है. जब किसी इंसान को बुरी नजर लगती है तो उसे अनेक बाधाएं व मुसीबतें आ घेरती हैं. आइए जानते हैं कौन से वो लक्षण है जिनसे पता लग सकता है कि आप पर किसी की बुरी नज़र का साया है और कैसे उससे छुटकारा पाया जा सकता है… जब किसी कारण किसी युवती के वक्षस्थल का समुचित विकास नहीं हो पाता तो वह चिंतित और दुःखी हो उठती है, प्रायः हमउम्र सहेलियों एवं परिवार की महिलाओं के सामने लज्जा का अनुभव करती है. उसे यह भी संकोच और भय होता है कि विवाह के बाद पति के सामने उसकी क्या स्थिति होगी. जब भी उन फूलों का सीजन जाने वाला हो तो उससे पहले ही कुछ गमलो में नए फूल लगा दें, जिससे ज्यादातर आपके घर में लाल फूल खिले ही रहे. आपको समाज में उचित मान सम्मान मिलने लगेगा. जब भी टोटका करने के बाद नींबू फेंके तो पीछे मुड़कर कभी न देखें. सीधे अपने घर की तरफ आ जाएं. जब भी मौका मिले इन 5 में से 1 को जरूर भोजन करवाएं. जब माता पिता की गाढ़ी कमाई के सहारे उच्च शिक्षा प्राप्त करके भी कोई मार्ग सामने दिख न रहा हो तब क्या किया जाए और कितने इस मानसिक स्थिति में असामाजिक रास्ते पर भी चल पड़ते हैं .पर जब कोई मार्ग न दिख रहा हो तो जमीन पर ना फैलाएं- जल अर्पित करने के बाद शिवलिंग पर चंदन, चावल, बिल्वपत्र, आंकड़े के फूल और धतूरा चढ़ाएं. जल्दी शादी के उपाय – Jaldi Shadi Ke Upay in Hindi 4 जाएगा. जानिए उपाय की विधि… जानिए काम से जुड़ी 10 बुरी आदतों के बारे में- जानिए किस ग्रह के लिए कब, कैसे और कौनसा पहनना चाहिए रत्न जानिए गाय से जुड़े कुछ शकुन व अपशकुन के बारे में – जानिए शरीर के किस अंग के फड़कने का क्या होता है मतलब जानिये कुंडली के प्रत्येक भाव/लग्न में उपस्तिथ शनि के कष्ट निवारण के उपाय/टोटके. जिन लोगों की हथेली में भाग्य रेखा चंद्र क्षेत्र से प्रारंभ हुई है, वे दूसरों की मदद या प्रोत्साहन से सफलता प्राप्त करने वाले हो सकते हैं. जिन लोगों को 1-2 बार दिल का दौरा पहले भी पड़ चुका हो वे उपरोक्त प्रयोग संख्या 2 करें तथा निम्न प्रयोग भी करें :- जिस तरह से आर्युवेद की किसी भी औषधि का सेवन करते समय क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए इस बात का खासतौर पर ध्यान रखा जाता है उसी तरह से वाजीकरण औषधि का प्रयोग करते समय भी व्यक्ति को कई तरह के परहेजों से गुजरना पड़ता है. जिस दिन शिव पूजन करना चाहते हैं, उस दिन सुबह स्नान आदि नित्य कर्मों से निवृत्त होकर पवित्र हो जाएं. इसके बाद घर के मंदिर में ही या किसी शिव मंदिर जाएं. मंदिर पहुंचकर भगवान शिव के साथ माता पार्वती और नंदी को गंगाजल या पवित्र जल अर्पित करें. जिसमें उनकी सूंड दाईं ओर मुड़ी हुई हो. जी हाँ, फेंगसुई आर्ट की ही तरह वास्तु विद्या भी प्राकृतिक बल को साधने की कला है जिससे कि आप पर हमेशा खुशियों की बरसात हो परन्तु हमारे घर में कुछ ऐसी चीजे हो सकती हैं जो वास्तु दोष को उजागर करती हैं . आईये डालते है नजर उन चीजों पर.. जीवन रेखा: जीवन रेखा शुक्र पर्वत (अंगूठे के नीचे वाला भाग) को घेरे रहती है. यह रेखा तर्जनी उंगली (इंडेक्स फिंगर) और अंगूठे के मध्य से शुरू होती है और मणिबंध तक जाती है. जुआ खेलना एक सामाजिक बुराई है. जो व्यक्ति जुआ खेलता है, उसका परिवार व कुटुंब भी नष्ट हो जाता है. जिस स्थान पर जुआ खेला जाता है, वहां अधर्म का राज होता है. ऐसे स्थान पर अनेक बुराइयां उत्पन्न होती हैं. इसलिए सिर्फ आज ही नहीं बल्कि कभी भी जुआ नहीं खेलना चाहिए. जूठा व गंदगी से रखें घर को दूर- जॉन्डिस: अगर मां को पीलिया है तो डिलिवरी से पहले ही ब्लीडिंग हो सकती है. ऐसे केस में डिलिवरी हमेशा अच्छे हॉस्पिटल में ही कराएं. जो एकान्तवासी पुरूष मुक्ति के लिये, इन्द्रियादि का निग्रह करके (उन्हें विषयों से हटाकर) प्रसन्नतापूर्वक आपको भजते हैं, वे स्वकीय गति को (अपने स्वरूप को) प्राप्त होते हैं. जो पुरुष जन्मजात नपुंसक होता है, उसे सहज क्लैब्य कहते हैं. आयुर्वेद ने मुख्य रूप से नपुंसकता के ये सात कारण बताए हैं. सहज और शिराच्छेदजन्य क्लैब्यता असाध्य यानी जो बहु अपने सास ससुर और ससुराल वालो के साथ मिल कर रहती है उनका ध्यान रखती है उनका दिल नहीं दुखाती है, अर्थात घर में प्रेम और हर्ष के बीज को लगाकर उसकी देखभाल करती है उसे पौधे और वृक्ष का रूप देती है उसके पति – बच्चो पर कोई भी आकस्मिक विपदा नहीं आती है, उस परिवार में धन की कोई भी कमी नहीं होती है और उस स्त्री और उसके पति से रोग दूर दूर ही रहते है. उस परिवार के बच्चे भी उस प्रेम और सदभाव के वृक्ष की छावं में बड़े होकर अपने माता पिता के आज्ञाकारी होते है, उनकी सेवा करते है, अंत तक
  • Thursday, September 29, 2016

    Navratri Day

     Navaratri is a festival dedicated to the worship of the Hindu deity Durga. The word Navaratri means 'nine nights' in Sanskrit, nava meaning nine and ratri meaning nights.

    During these nine nights and ten days, nine forms of Devi are worshipped. The tenth day is commonly referred to as Vijayadashami or "Dussehra" (also spelled Dasera). Navaratri is an important major festival and is celebrated all over India and Nepal. Diwali the festival of lights is celebrated twenty days after Dasera. Though there are in total five types of Navaratri that come in a year, Sharad Navaratri is the most popular one. Hence, the term Navaratri is being used for Sharada Navaratri here.



    नवरात्रि एक हिंदू पर्व है। नवरात्रि एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ होता है 'नौ रातें'। इन नौ रातों और दस दिनों के दौरान, शक्ति / देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है। दसवाँ दिन दशहराके नाम से प्रसिद्ध है। नवरात्रि वर्ष में चार बार आता है। पौष, चैत्र,आषाढ,अश्विन प्रतिपदा से नवमी तक मनाया जाता है। नवरात्रि के नौ रातों में तीन देवियों - महालक्ष्मी, महासरस्वती यासरस्वती और दुर्गा के नौ स्वरुपों की पूजा होती है जिन्हें नवदुर्गा कहते हैं। इन नौ रातों और दस दिनों के दौरान, शक्ति / देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है। दुर्गा का मतलब जीवन केदुख कॊ हटानेवाली होता है। नवरात्रि एक महत्वपूर्ण प्रमुख त्योहार है जिसे पूरे भारत में महान उत्साह के साथ मनाया जाता है।




    navratri .PNG THE COLOUR CODE: 9 SIMPLY STUNNING NAVRATRI LOOKS BY SHIVANI SONI SEPTEMBER 26, 2016 feature_image_navratri The festival of dancing is here, and we’re prepped for nine bombastic nights echoing with garba beats and the colourful sight of immaculate mandaps. But before we get caught up in the excitement, let’s not forget the fact that some of us will be busting those grey cells trying to choose the perfect dress for every single night. And with every day of Navratri having its own unique colour, this isn’t going to be easy. Thankfully, you have an ethnic partner-in-crime who put together nine fabulous looks you won’t be able to resist. (Wardrobe sorted!) day_6_orange day_5_grey Grey Anarkali + Black earrings + Black pump sandals Orange bandhani saree + Gold temple jewellery + Orange sandals day_7_white White anarkali + Golden necklace set + White and gold potli bag day_2_royalblue day_1_red Get the look: Red Banarasi silk saree + Golden necklace + Golden wedges Royal blue anarkali + Studded peacock earrings + Silk potli bag day_3_yellow Yellow bandhani saree + Gold plated necklace set + Golden wedges day_8_purple Purple multicoloured kurta + kundan earrings + trendy sandals Navratri Dress Code 9 Different Colors Dress to Wear on Different Navratri Days day_4_green Green kurti and lehenga + Jhumkis + Embroidered clutch ngth. It is also said that Maa Durga has eternal divine power, which can never be created nor destroyed. ALSO READ: Navratri Songs: 10 Best Dandiya Special Songs to dance on & celebrate this joyous festival! D: Navratri Colors 2016: 9 Colors of Navratri to wear this year on different days! Muhurat, Puja Vidhi & Auspicious timings for Navrati, Durga Puja & Ghatasthapana 2016 How to dance Garba: Learn Dandiya in 5 Simple steps for this Navratri 2016 – WATCH VIDEO Navaratri 2016: Learn Dandiya, Gharbha with this 5 simple steps day_9_peacock_green Peacock green gown + Gold studded earrings + Bronze sandals Navratri Colours 2016 – Dress Colors during Navaratri 2016 ndi.webdunia.com/.../मां-दुर्गा-के-108-नाम-111100502... Translate this page 108 नामों के जाप से प्रसन्न होगीं देवी. WD| ... और भी पढ़ें : मां दुर्गा के 108 नाम नवदुर्गा नवरात्रि पर्व 2011 नवरात्रि ... Searches related to navratri devi names nine avatars of durga navratri devi names in hindi navratri 9 devi names navratri 9 days devi names navratri 9 devi names in hindi navratri all devi names navratri 9 devi images 9 goddesses of navratri Navratri Special : Know the 9 Avatars of Durga and 9 Colors to Wear This Festive Week Navratri 2015 Special: The 9 different avatars of Goddess Durga During the nine days of Navratri there is a custom of wearing different colour dress – Sarees (Sari) and Churidhar – mainly in Gujarat and Maharashtra. Information on what are the Navratri 2016 colours (September - October) usually appears a couple of days before in local Gujarati and Marathi newspapers. This is the latest information regarding the nine colors of Navratri in 2016. The colors are not followed during Chaitra Navratri (March - April). Update - This is the latest information we have about Navratri 2016 colors. If there are any changes we will be updating it very soon: Please refer with the local newspapers that publish the Navaratri colors so that you don’t make mistake in dressing for Navratri to office and prayers. The nine Navratri colors for 2016 are: Goddess Chandraghanta wears the semi-circular moon(Chandra) on her forehead. The half-moon on her forehead looks like the bell(Ghanta) and hence, Her name. She is depicted with ten hands. She holds baby Skanda in one of Her right hands and keeps the other right hand in Abhayamudra. Devotees who worship this form of the Mother Goddess get the added benefit of blessings of Lord Skanda, the God of War(also known as Kartikeya). She bestows all types of siddhi (supernatural powers) to her devotees and hence is worshipped by humans, ghandarvas, asuras and devas alike. Goddess Chandraghanta carries Trishul, Gada, sword and kamandalu in Her four left hands and keeps the fifth left hand in Varadamudra. She carries a lotus flower, arrow, Dhanush and Japa Mala in Her four right hands and keeps the fifth right hand in Abhaya Mudra. Has eight hands. She holds a kamandalu, Dhanush, Bada and Kamal in Her right hands. Her left hands hold Amrit Kalash(pot of nectar), japa mala(prayer beads), Gada and Chakra - in that order. Goddess Skandamata carries baby Skanda in her lap. Lord Skanda(also known as Kartikeya or Lord Murugan) is the brother of Ganesha. Goddess Siddhidatri is depicted with four hands. She has four arms, holding a Trishul in one of her right hands and depicts the Abhayamudra with the other right hand. Her complexion is dark black. She is depicted with four hands. Searches related to nine colours of navratri nine colours of navratri 2012 nine colours of navratri october 2012 nine colours of navratri oct 2012 nine colours of navratri 2011 nine colours of navratri 2015 nine colours of navratri march 2015 navratri saree colours 2015 nine colours of navratri 2009 nine colours of navratri navratri colors dress code for navaratri navratri colours 2016 navratri colors 2016 9 colours of navratri 2016 navratri colors 2015 navratri 2016 colours with date Pratipada – Navratri 1st Day – Orange Dwitiya – Navratri 2nd Day – White Tritiya – Navratri 3rd Day – Red Chaturthi – Navratri 4th Day – Royal Blue Panchami – Navratri 5th Day – Yellow Sashti – Navratri 6th Day – Green Saptami – Navratri 7th Day – Grey Ashtami – Navratri 8th Day – Purple Navami / Vijayadasami – Navratri 9th Day – Peacock Green ============= Day 1: Graceful grey Day 2: Festive orange Day 3: White elegance Day 4: Ravishing red Day 5: Bask in blue Day 6: Sunshiny yellow Day 7: Stunning green Day 8 : Peacock Blue Day 9: Peppy Purple Sailaputri - शैलपुत्री Brahmacharini - व्रह्मचारणी Candraghanta - चन्द्रघन्टा Kusamanda - कुशमन्दा Skandamata - स्कन्दमाता Katyayani - कात्यायनी Kalaratri - कालरात्री Mahāgauri - महागौरी Siddhidatri - सिद्धिदात्री Mahagauri - महागौरी Shailputri shailputri_durga “Shail” means mountains, “Putri” means daughter.Variously known as Sati Bhavani, Parvati or Hemavati, the daughter of the King of the Mountains Himavan, is called ‘Shailputri“. The first among nine Durgas and her worship takes place on the first day of Navaratri – the nine divine nights. The embodiment of the power of Brahma, Vishnu and Shiva, she rides a bull and carries a trident and a lotus in her two hands. Brahamcharini Bharmacharini_durga She is worshipped on the second day of Navaratri and is the second form of Mother Goddess. Bharmacharini means one who practices devout austerity. She enlightens us in the magnificent embodiment of Durga with great powers and divine grace. Brahma that is who observes penance (tapa) and good conduct. Here “Brahma” means “Tapa”. The idol of this Goddess is very gorgeous. On left hand shehold a “Kumbha” or water pot, and the right hand holds a rosary. She personifies love and loyalty. Bhramcharini is the store house of knowledge and wisdom. Rudraksha beads are her most adored ornaments. She is blissful and endows happiness, peace, prosperity and grace upon all devotees who worship her. Filled with bliss and happiness, she is the way to emancipation – Moksha. Chandraghanta Chandraghanta_durga The third facet of Goddess Durga is ‘Chandraghanta‘, who is worshipped on the third day of Navaratri, for peace, tranquility and prosperity in life. She has a ‘chandra’ or half moon in her forehead in the shape of a ‘ghanta’ or bell. That is why she is called ‘Chandraghanta‘. She is Golden in color, possesses ten hands and 3 eyes. Eight of her hands display weapons while the remaining two are respectively in the mudras of gestures of boon giving and stopping harm. She is charming, has a golden bright complexion and rides a lion. She is the apostle of bravery and possesses great strength to fight in the battle against demons. Kushmanda Kushmanda_durga Kushmanda is the fourth form of the mother goddess and is worshipped on the fourth day of Navaratri. Shepossessed of eight arms, holding a weapons and a mala ( rosary), her mount is the tiger and She emanates a solar aura.The meaning of the name ‘Ku-shm-anda’ is as follows: ‘Ku‘ = a little; ‘ushma‘ = ‘warmth’; ‘anda‘ = ‘the cosmic egg’. So she is considered the creator of the universe. The universe was no more than a void full of darkness, until her light spreads in all directions like rays from the sun. Skanda Mata SkandaMata_durga The fifth aspect of the Mother Durga is known as ‘Skanda Mata‘ – the mother of Skanda or Lord Kartikeya, who was chosen by gods as their commander in chief in the war against the demons. She is worshipped on the fifth day of Navaratri. She is accompanied by the Lord Skanda in his infant form. Rising a lion as Her chosen vehicle, She holds Her son skanda on her lap. She has three eyes and four hands; two hands holds lotuses while the other two hand display defending and granting mudras, respectively. Its said, by the merch of Skandmata, even the fool becomes an ocean of knowledge. Katyayani Katyayani_durga The sixth form of Mother Durga is known as ‘Katyayani’, who is worshiped on the six day of Navaratri. The legend behind her name is that there was a great sage called Kata, who had a son named Katya. Kata was very famous and renowned in the lineage of saints. He underwent long austerities and penance in order to receive the grace of the Mother Goddess. He wished to have a daughter in the form of a goddess. According to his wish and desire the Mother Goddess granted his request. Katyayani was born to Kata as an avatar of Durga. Kaalratri Kaalratri_durga This is the seventh form of Mother Durga and is worshipped on the seventh day of Navaratri. She has a dark complexion, disheveled hair and a fearlessness posture. She has three eyes that shine bright and terrible flames emanate from her breath. Black (or blue ) skin with bountiful hair and 4 hands, 2 clutching a cleaver and a torch, while the remaining 2 are in the mudras of “giving” and “protecting“. Her left upper hand holds a thorn-like weapon, made of iron and there is a dragger in the lower left hand. Her vehicle is a faithful donkey. She is the destroyer of darkness and ignorance. Searches related to navratri date 2016 navratri date april 2016 navratri 2016 march gupt navratri 2016 dates navratri atham 2015 navratri 2016 date and time navratri 2016 october navratri 2016 song navratri 2016 colour October 1, 2016 – October 10, 2016 Feedback Navratri 2016 Dates - Navratri Day www.navratriday.com/navratri-dates.html First time it is celebrated as Chaitra Navratri or Vasant Navratri in March-April and second time as Sharad Navratri in the months of September-October. During Chaitra Navratri ninth day is celebrated as Ram Navami while after Sharad Navratri next day is celebrated as Dussehra or ... 2016 Navratri Calendar for Shardiya Navratri for Ujjain, Madhya ... www.drikpanchang.com/navratri/ashwin-shardiya-navratri-dates.html This page provides puja dates and color of the day for Shardiya Navratri in year 2016 for Ujjain, Madhya Pradesh, India. Shardiya Navratri is also known as ... ‎Ayudha Puja · ‎Sandhi Puja · ‎Navratri Parana · ‎Prev Year In the news Image for the news result Navratri, Durga Puja 2016 Dates, Muhurat, Puja Vidhi, Fasting & Auspicious timings for Ghatasthapana India‎ - 22 hours ago Muhurat, Puja Vidhi & Auspicious timings for Navrati, Durga Puja & Ghatasthapana 2016 ... Navratri Colors 2016: 9 Colors of Navratri to wear this year During Navratri! India.com‎ - 2 days ago Navratri 2016: Know the 9 different avatars of goddess Durga India.com‎ - 16 hours ago More news for navratri date 2016 2016 Navratri Start Date | Sharad Navaratri Start Date for Ujjain ... www.drikpanchang.com › Calendars › Hindu Calendar This page provides you the start date and time for Navratri in year 2016 for Ujjain, Madhya Pradesh, India. This navratri is also known as Maha Navratri, Sharad ... Navratri 2016 - 2017 Dates - Navratri Festival Calendar in 2016 ... www.hindu-blog.com/2009/11/navratri-2010-dates-navaratri-calendar.html Apr 18, 2016 - The nine-day festival of Navratri in Hindu religion is dedicated to the nine manifestations of Goddess Durga. Navratri 2016 dates are from ... 2016 Navratri Calendar for Shardiya Navratri, Shardiya Navratri Dates www.indif.com/nri/.../2016/shradiya_navratri_calendar_16.asp Translate this page Shardiya Navratri Calendar 2016 शारदीय नवरात्र कलैन्डर: 2016. Shardiya Navratri Calendar. अश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक यह ... Navratri 2016, Navratri Calendar, Navratri Festival Celebrations www.dgreetings.com › Navratri The festival of Navratri is dedicated to the workship of Shakti, a Hindu Deity. ... Oct 2016, Saturday. Sharad Navratri 2016 Dates. Sharad Navratri: October 1, ... Navratri 2016 | When is Navratri 2016? - Today's Date www.wikidates.org/hindu-holidays/navratri-2016.html See here Navratri dates in 2016, Navratri 2016 calendar and the number of the ... Navratri in 2016 is on Saturday, October 01, 2016 and will continue to Sunday, ... Navratri Dates, Timings of 2015 and 2016 - Navratri Festival Calendars www.theholidayspot.com/navratri/navratri-calendar.htm The nine day fast festival of Navratri is celebrated in the honor of Goddess Durga. Know the dates, timings and colors of Navratri for the years of 2015 and 2016. Navratri - Navratri 2016 Dates - Navratri Festival - India Guide www.indiaonlinepages.com › Festivals in India Navratri 2016 Dates - The nine day fast festival of Navratri is celebrated in Navratri Festivity Navaratri is a festival dedicated to the worship of the Hindu deity Durga. The word Navaratri means 'nine nights' in Sanskrit, nava meaning nine and ratri meaning nights. During these nine nights and ten days, nine forms of Devi are worshipped. Wikipedia 2016 Date: October 1, 2016 – October 10, 2016 2017 Date: September 21, 2017 – September 29, 2017 Observances: Goddess Durga is worshipped Type of holiday: Religious celebration Featured in religions: Hinduism Navratri 2016 Dates - Navratri Day www.navratriday.com/navratri-dates.html First time it is celebrated as Chaitra Navratri or Vasant Navratri in March-April and second time as Sharad Navratri in the months of September-October. During Chaitra Navratri ninth day is celebrated as Ram Navami while after Sharad Navratri next day is celebrated as Dussehra or ... 2016 Navratri Calendar for Shardiya Navratri for Ujjain, Madhya ... www.drikpanchang.com/navratri/ashwin-shardiya-navratri-dates.html This page provides puja dates and color of the day for Shardiya Navratri in year 2016 for Ujjain, Madhya Pradesh, India. Shardiya Navratri is also known as ... ‎Ayudha Puja · ‎Sandhi Puja · ‎Navratri Parana · ‎Prev Year 2016 Navratri Start Date | Sharad Navaratri Start Date for Ujjain ... www.drikpanchang.com › Calendars › Hindu Calendar This page provides you the start date and time for Navratri in year 2016 for Ujjain, Madhya Pradesh, India. This navratri is also known as Maha Navratri, Sharad ... People also ask What is Navratri 2015? When Navratri will start? What date is Navratri 2016? When was Navratri in 2016? Navratri 2016 - 2017 Dates - Navratri Festival Calendar in 2016 ... www.hindu-blog.com/2009/11/navratri-2010-dates-navaratri-calendar.html Apr 18, 2016 - The nine-day festival of Navratri in Hindu religion is dedicated to the nine manifestations of Goddess Durga. Navratri 2016 dates are from ... Navratri 2016, Navratri Festival and Nav Durga Navratri Puja Vidhi ... www.rudraksha-ratna.com/articles/navratri Navratri Festival 2016 date is falling on 1st October as per Hindu calendar. Perform Navratri Durga Puja with Spiritual Items, Yagna and Homam Puja with Vidhi ... Navratri 2016, Navratri Calendar, Navratri Festival Celebrations www.dgreetings.com › Navratri Navratri Date. Navratri Begins. 1. st. Oct 2016, Saturday. Sharad Navratri 2016 Dates. Sharad Navratri: October 1, 2016 to October 10, 2016. Navratri - Navratri 2016 Dates - Navratri Festival - India Guide www.indiaonlinepages.com › Festivals in India Navratri 2016 Dates - The nine day fast festival of Navratri is celebrated in the honor of Goddess Durga. Sharad Navratri will be celebrated from October 1 to ... In the news Image for the news result Navratri, Durga Puja 2016 Dates, Muhurat, Puja Vidhi, Fasting & Auspicious timings for Ghatasthapana India‎ - 22 hours ago Navratri festival is just few days away! On this auspicious festival, devotees worship ... इस बार घोड़े पर बैठकर आएंगी दुर्गा, जानें इस अनोखे योग की 5 बड़ी बातें... - shardiya navratri ... Patrika‎ - 3 days ago Navratri Colors 2016: 9 Colors of Navratri to wear this year During Navratri! India.com‎ - 2 days ago More news for navratri date Navratri 2016 | When is Navratri 2016? - Today's Date www.wikidates.org/hindu-holidays/navratri-2016.html See here Navratri dates in 2016, Navratri 2016 calendar and the number of the ... Navratri in 2016 is on Saturday, October 01, 2016 and will continue to Sunday, ... 2016 Navratri Calendar for Shardiya Navratri, Shardiya Navratri Dates www.indif.com/nri/panchang/.../shradiya_navratri_calendar_16.asp Translate this page Shardiya Navratri Calendar 2016 शारदीय नवरात्र कलैन्डर: 2016. Shardiya Navratri Calendar. अश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक यह ... 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Due to her long austerities in the deep forests of the Himalayas, she developed a dark complexion. When Lord Shiva cleaned her with the water of the Ganges, her body regained its beauty and she came to be known as MahaGauri, which mean extremely white. Her left upper hand holds a thorn-like weapon, made of iron and there is a dragger in the lower left hand. She is as white as a conch, moon and Jasmine. She is of eight years old. With four arms and the fairest complexion of all the Durga Shaktis, Mahagauri radiates peace and compassion. She is often dressed in a white or green sari. She holds a drum and a trident and is often depicted riding a bull. Siddhidatri Siddhidatri_durga Siddhidatri is the ninth form of Goddess. She is worshipped on the ninth day of Navaratri. There are eight Siddhis , they are- Anima, Mahima, Garima, Laghima, Prapti, Prakamya, Iishitva and Vashitva. Siddhidatri has supernatural healing powers. She has four arms and she is always in a blissful happy enchanting pose. She rides on the lion as her vehicle. She blesses all Gods, saints, yogis, tantrics and all devotees as a manifestation of the Mother Goddess. It is said in “Devipuran” that the Supreme God Shiv got all these Siddhies by worshipping Maha Shakti. With her gratitude the half body of Shiv has became of Goddess and therefore his name “Ardhanarishvar” has became famous. Usually shown ensconced a lotus with four arms, She is the grantor of 26 different wishes to Her Bhaktas. Siddhidatri is the ninth form of Goddess. She is worshipped on the ninth day of Navaratri. There are eight Siddhis , they are- Anima, Mahima, Garima, Laghima, Prapti, Prakamya, Iishitva and Vashitva. Siddhidatri has supernatural healing powers. She has four arms and she is always in a blissful happy enchanting pose. She rides on the lion as her vehicle. She blesses all Gods, saints, yogis, tantrics and all devotees as a manifestation of the Mother Goddess. It is said in “Devipuran” that the Supreme God Shiv got all these Siddhies by worshipping Maha Shakti. With her gratitude the half body of Shiv has became of Goddess and therefore his name “Ardhanarishvar” has became famous. Usually shown ensconced a lotus with four arms, She is the grantor of 26 different wishes to Her Bhaktas. Navaratri is a festival dedicated to the worship of the Hindu deity Durga. The word Navaratri means 'nine nights' in Sanskrit, nava meaning nine and ratri meaning nights. During these nine nights and ten days, nine forms of Devi are worshipped. The tenth day is commonly referred to as Vijayadashami or "Dussehra" (also spelled Dasera). Navaratri is an important major festival and is celebrated all over India and Nepal. Diwali the festival of lights is celebrated twenty days after Dasera. Though there are in total five types of Navaratri that come in a year, Sharad Navaratri is the most popular one. Hence, the term Navaratri is being used for Sharada Navaratri here. Navratri Day 1 Navratri Day 2 Navratri Day 3 Navratri Day 4 Navratri Day 5 Navratri Day 6 Navratri Day 7 Navratri Day 8 Navratri Day 9 


    नौ देवियाँ है :-

    शैलपुत्री - इसका अर्थ- पहाड़ों की पुत्री होता है.
    ब्रह्मचारिणी - इसका अर्थ- ब्रह्मचारीणी.
    चंद्रघंटा - इसका अर्थ- चाँद की तरह चमकने वाली.
    कूष्माण्डा - इसका अर्थ- पूरा जगत उनके पैर में है.
    स्कंदमाता - इसका अर्थ- कार्तिक स्वामी की माता.
    कात्यायनी - इसका अर्थ- कात्यायन आश्रम में जन्मि.
    कालरात्रि - इसका अर्थ- काल का नाश करने वली.
    महागौरी - इसका अर्थ- सफेद रंग वाली मां.
    सिद्धिदात्री - इसका अर्थ- सर्व सिद्धि देने वाली.


    नौ देवियाँ है :-

    शैलपुत्री - इसका अर्थ- पहाड़ों की पुत्री होता है.
    ब्रह्मचारिणी - इसका अर्थ- ब्रह्मचारीणी.
    चंद्रघंटा - इसका अर्थ- चाँद की तरह चमकने वाली.
    कूष्माण्डा - इसका अर्थ- पूरा जगत उनके पैर में है.
    स्कंदमाता - इसका अर्थ- कार्तिक स्वामी की माता.
    कात्यायनी - इसका अर्थ- कात्यायन आश्रम में जन्मि.
    कालरात्रि - इसका अर्थ- काल का नाश करने वली.
    महागौरी - इसका अर्थ- सफेद रंग वाली मां.
    सिद्धिदात्री - इसका अर्थ- सर्व सिद्धि देने वाली.

     

    अच्छे जीवन के उपाय 0401. - 0500.



    ध्यान रखें यहां बताए जा रहे सभी उपाय ज्योतिष से संबंधित हैं.  इस कारण इन्हें आस्था और विश्वास के साथ करना चाहिए.  उपाय करते समय मन में किसी प्रकार की शंका   ना हो , इसका ख़याल रखे.


    0401. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - तुलसी के पौधे और केले के पौधे के पास हर दिन शाम में घी का दीपक जलाएँ. हर दिन श्रीसूक्त और पुरुषसूक्त का पाठ करें.

    0402. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - बुजुर्ग लोगों का अपमान कभी न करें.

    0403. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - विवाह की बात करने जाते समय घर से निकलते वक्त गुड़ खाकर निकलें.

    0404. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - विवाह के समय जब लड़की और लड़का आपस में बात करें, तो दोनों को दक्षिण के तरफ मुंह करके नहीं बैठना चाहिए.

    0405. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - शादी की बात करने जब कोई व्यक्ति आए, तो उसे इस तरह बैठाएं. जिससे आए हुए लोगों को दरवाजा न दिखे.

    0406. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - हर गुरुवार को गाय को रोटी खिलाएँ, उसके साथ थोड़ा सा गुड़ और चने की दाल भी ले लें.

    0407. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - हर दिन ‘दुर्गासप्तशती’ से ‘अर्गलास्तोत्रम्’ का पाठ करें.

    0408. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - हर दिन नहाने वाले पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर स्नान कीजिए.

    0409. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - हर दिन सूर्य को जल चढ़ायें, जल चढ़ाते समय “ऊँ ऊँ  सूर्याय नमः " का जप करें.

    0410. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - हर बुधवार को गणेश भगवान की पूजा करें, सिंदूर, रोरी चढ़ाएं… दीपक और अगरबत्ती दिखाएँ. दूब घास, और पीले रंग के लड्डू जरुर चढ़ाएं. उस दिन नमक न खाएं. ध्यान रखें यह पूजा शुक्ल पक्ष से शुरू करें.

    0411. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए - हर मंगलवार को हनुमान मन्दिर में घी का दीपक जलाएँ. और हनुमान जी पर सिंदूर चढ़ाएं. (अगर आप मांगलिक हैं)

    0412. जल्द विवाह की सम्भावना के लिए- हर दिन शिवलिंग पर कच्चा दूध, बिल्व पत्र, अक्षत, कुमकुम आदि चढ़ाएं. “ऊँ ऊँ ग्रां ग्रीं ग्रों स: गुरूवे नम:" इस मन्त्र का 5 माला हर गुरुवार को जाप करें.

    0413. जाने से पहले - गुरूवार को सरसों के कुछ दाने मुख में डालकर जायें.

    0414. जाने से पहले - बुधवार को हरे धनिये के पत्ते खाकर जायें.

    0415. जाने से पहले - मंगलवार को मिष्ठान खाकर जायें.

    0416. जाने से पहले - रविवार को पान का पत्ता साथ लेकर जायें.

    0417. जाने से पहले - शनिवार को अदरक या  घी खाकर जाना चाहिये.

    0418. जाने से पहले - शुक्रवार को दही खाकर जायें.

    0419. जाने से पहले - सोमवार को दर्पण में अपना चेहरा देखकर जायें.

    0420. झाड़ू -  को हमेशा लेटाकर रखना चाहिए.  झाड़ू को खड़ा करके रखने पर कलह होता है.

    0421. झाड़ू -  जिस प्रकार देवी लक्ष्मी को आदर देते हैं उसी प्रकार झाड़ू को भी सम्मान दें.  लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि इसे फूल अक्षत और प्रसाद चढ़ायें.  झाड़ू को आदर देने का मतलब है इसे कभी पांव नहीं लगाएं.  जब भी घर की गंदगी साफ करें इसे अच्छी तरह साफ करके घर में नियत स्थान में रख दें.

    0422. झाड़ू -  जो लोग किराये पर रहते हैं वह नया घर किराये पर लेते हैं अथवा अपना घर बनवाकर उसमें गृह प्रवेश करते हैं तब इस बात का ध्यान रखें कि आपका झाड़ू पुराने घर में न रह जाए. ऐसा होने पर लक्ष्मी पुराने घर में ही रह जाती है और नए घर में सुख-समृद्घि का विकास रूक जाता है.

    0423. झाड़ू -  शाम के समय सूर्यास्त के बाद झाड़ू नहीं लगाना चाहिए इससे आर्थिक परेशानी आती है तथा घर में लड़की का जन्म होता है.

    0424. झाड़ू -  सिर्फ घर की गंदगी को दूर नहीं करती है बल्कि दरिद्रता को भी घर से बाहर निकालकर घर में सुख समृद्घि लाती है.  झाड़ू का महत्व इससे भी समझा जा सकता है कि रोगों को दूर करने वाली शीतला माता अपने एक हाथ में झाड़ू धारण करती हैं.  शास्त्रों में कहा गया है कि झाड़ू में लक्ष्मी का अंश होता है.  जहां झाड़ू का अपमान होता है वहां धन की हानि होती है.

    0425. झाड़ू - a देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए घर के आसपास किसी भी मंदिर में तीन झाड़ू रख आएं.  यह पुराने समय से चली आ रही परंपरा है.  पुराने समय में लोग अक्सर मंदिरों में झाड़ू दान किया करते थे.   b मंदिर में झाड़ू सुबह ब्रह्म मुहूर्त में रखना चाहिए.   c यह काम किसी विशेष दिन करना चाहिए.  विशेष दिन जैसे कोई त्योहार, ज्योतिष के शुभ योग या शुक्रवार को.   d इस काम को बिना किसी को बताए गुप्त रूप से करना चाहिए.  शास्त्रों में गुप्त दान का विशेष महत्व बताया गया है.   e जिस दिन यह काम करना हो, उसके एक दिन पहले ही बाजार से 3 झाड़ू खरीदकर ले आना चाहिए.

    0426. झाड़ू - को कभी भी खड़ी करके नहीं रखना चाहिए.  यह अपशकुन माना गया है.

    0427. झाड़ू - पर गलती से भी पैर नहीं रखना चाहिए.  ऐसा होने पर लक्ष्मी रूठ जाती हैं.  यह अपशकुन है.

    0428. ताक़त के लिए - 10 ग्राम भैंस का घी और 10 ग्राम सितोपलादि चूर्ण को किसी कांच या मिट्टी के बर्तन में भरकर रख लें.  फिर उसी बर्तन में गाय या भैंस का दूध मिला कर  पी लें.  रोजाना सुबह और शाम 3-4 महीनों तक इस दूध का सेवन करने से हर प्रकार की कमजोरी दूर हो जाती है.

    0429. ताक़त के लिए - 100-100 ग्राम शतावरी, कौंच के बीज, उड़द, खजूर, मुनक्का दाख और सिंघाड़ा को मोटा-मोटा पीसकर चूर्ण बना लें.  इसके बाद 1 लीटर दूध में इतनी ही मात्रा में पानी मिलाकर इसमें चूर्ण को भी मिला लें और हल्की आग पर पकाने के लिए रख दें.  पकने पर जब सिर्फ दूध बच जाए तो नीचे उतारकर छान लें.  फिर इसमें लगभग 300-300 ग्राम चीनी, वंशलोचन का बारीक चूर्ण और घी मिला लें.  इसके बाद इसमें शहद मिलाकर 50 ग्राम की मात्रा में रोजाना सुबह और शाम सेवन करने से बल बढ़ता है.

    0430. ताक़त के लिए - 25 ग्राम पिसी-छनी हुई मुलहठी, 25 ग्राम पिसी और छनी असगंध, और 12 ग्राम पिसा और छना हुआ बिधारा को एकसाथ मिलाकर शीशी में भर लें.  सर्दी के मौसम में इसमें से 3 ग्राम चूर्ण को अच्छी तरह से घुटे हुए लगभग 0.12 ग्राम मकरध्वज के साथ मिला लें.  इसके बाद इसे मिश्री मिले दूध के साथ रोजाना सुबह और शाम 3-4 महीनों तक सेवन करने से  शक्ति तेज होती है.

    0431. ताक़त के लिए - 25-25 ग्राम केसर, पीपल, जायफल, जावित्री, अकरकरा, सोंठ, लोंग और लाल चंदन, 6 ग्राम शुद्ध हिंगुल, 6 ग्राम शुद्ध गंधक और 90 ग्राम अफीम को ले लें.  इन सारी औषधियों को कूटकर और छानकर लगभग 20-20 ग्राम की मात्रा में रख लें.  फिर सबको एकसाथ मिलाकर हिंगुल, गंधक और अफीम के साथ खरल में डालकर पानी मिलाकर घोट लें.  इसके पूरी तरह से घुट जाने पर 0.36 ग्राम और 0.36 ग्राम की गोलियां बना लें.  यह एक गोली रोजाना सोने से पहले खाकर ऊपर से दूध पीने से  शक्ति तेज होती है.

    0432. ताक़त के लिए - 30 पीस छोटी पीपल को लगभग 40 ग्राम तिल के तेल या गाय के घी में भूनकर बिल्कुल पाउडर बना लें.  फिर उसमें शहद और शक्कर मिलाकर दूध निकालने के बर्तन में डालकर उसी के अंदर गाय का दूध दूह लें.  इस दूध को अपनी रुचि के अनुसार सेवन करें.  इसको 1-1 चम्मच की मात्रा में गाय के ताजा निकले हुए दूध के साथ सेवन करने से बल की वृद्धि होती है.

    0433. ताक़त के लिए - अंडे का सेवन करना  चाहिए,संडे हो या मंडे, रोज खाओ अंडे.

    0434. ताक़त के लिए - अजवाइन की पत्तियां  एक बेहतरीन दवा है.  अजवाइन की पत्तियों का जूस निकालकर उसे शहद के साथ लें.  अजवाइन का रस इस तरह से लेने से बहुत जल्दी लाभ होता है.

    0435. ताक़त के लिए - अश्वगंधा की जड़ के 3-3 ग्राम चूर्ण को दूध के साथ सेवन करने से लाभ होता है शारीरिक शक्ति की  कमी होना, मानसिक कमजोरी आदि रोगों में अश्वगंधा का सेवन करना लाभकारी होता है.  जब शरीर में  याददाश्त कम होने लगती है, किसी काम में मन नहीं लगता है, शरीर में हर समय थकान सी बनी रहती है,  इस तरह के लक्षणों में अश्वगंधा के चूर्ण को गाय के घी में मिलाकर चाटने और उसके ऊपर से गाय का गर्म-गर्म दूध पीना लाभकारी रहता है.

    0436. ताक़त के लिए - अश्वगंधा बहुत ही बेहतरीन दवाई है इसको  लेटिन भाषा में Withania-Somnifera कहा जाता है.  अश्वगंधा का सेवन करने से शरीर में घोड़े की तरह ताकत आ जाती है

    0437. ताक़त के लिए - आंवले का मुरब्बा खाएं.  केला पुरुष की शक्ति को बढ़ाने वाला फल है.  प्रतिदिन केले खाएं और संभव हो तो केला खाने के बाद दूध भी पिएं.

    0438. ताक़त के लिए - इमली के बीजों को पानी में छिलका उतरने तक भिगो लें.  इसके बाद इन बीजों का छिलका उतारकर चूर्ण बना लें.  इसके लगभग आधा किलो चूर्ण में इतनी ही मात्रा में मिश्री मिलाकर रख लें.  इसमें से लगभग 2 ग्राम चूर्ण को लगभग 40 दिनों तक नियमित रूप से फांकने के बाद ऊपर से दूध पीने से शरीर मजबूत बनता हैं.

    0439. ताक़त के लिए - उड़द के लड्डू, उड़द की दाल, दूध में बनाई हुई उड़द की खीर का सेवन करना  चाहिए.

    0440. ताक़त के लिए - उड़द, उड़द की दाल को घी में भूनकर उसमें दूध डालकर पकाएं.  जब खीर तैयार हो जाए तो उसमें चीनी मिलाकर नीचे उतार लें.  इस खीर को रोजाना सुबह नाश्ते के रूप में सेवन करने से शक्ति तेज होती है.

    0441. ताक़त के लिए - एक पौधा है पुनर्नवा.  पुनर्नवा का वानस्पतिक नाम बोहराविया डिफ्यूसा है.  पुनर्नवा की ताजी जड़ों का रस (2 चम्मच) दो से तीन माह तक लगातार दूध के साथ सेवन करने से वृद्ध व्यक्ति भी युवा की तरह महसूस करने लगता है.

    0442. ताक़त के लिए - कुलंजन, सोंठ, मिश्री, अंजीर के बीज, गाजर के बीज, जरजीह के बीज और टिलयुन के बीजों को बराबर मात्रा में मिलाकर कूटकर और पीसकर छान लें.  इसके बाद शहद और सफेद प्याज के पत्तों के रस को एक साथ मिलाकर किसी कलईदार बर्तन में भरकर हल्की आग पर पकाने के लिए रख दें.  जब प्याज का रस जल जाए और सिर्फ शहद ही बाकी रह जाए तो इसमें पहले बताई गई औषधियों का तैयार किया हुआ चूर्ण मिला लें.  इस मिश्रण को अपनी ताकत के अनुसार सेवन करने से  शक्ति बढ़ती है.

    0443. ताक़त के लिए - कौंच का भी प्रयोग कर सकते हैं, इसको कपिकच्छू और कैवांच आदि के नामों से भी जाना जाता है. इसके बीजों का उपयोग करने के लिए बीजों को दूध या पानी में उबालकर उनके ऊपर का छिलका हटा देना चाहिए.  इसके बाद बीजों को सुखाकर बारीक चूर्ण बना लेना चाहिए.  इस चूर्ण को लगभग 5-5 ग्राम की मात्रा में सुबह और शाम मिश्री के साथ दूध में मिलाकर सेवन करने से  रोग दूर होता है.

    0444. ताक़त के लिए - कौंच के बीज, सफेद मूसली और अश्वगंधा के बीजों को बराबर मात्रा में मिश्री के साथ मिलाकर बारीक चूर्ण तैयार कर लें.  इस चूर्ण में से एक चम्मच चूर्ण सुबह और शाम दूध के साथ लेने से जैसे रोग जल्दी दूर हो जाते हैं.

    0445. ताक़त के लिए - गोखरू का चूर्ण, आंवले का चूर्ण, गिलोय को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें.  इस बने हुए चूर्ण को रसायन चूर्ण कहा जाता है.  इस चूर्ण को रोजाना 3 बार 1-1 चम्मच की मात्रा में दूध या ताजे पानी के साथ लाभ होता है.

    0446. ताक़त के लिए - चिरौंजी, मुलहठी और दूधिया बिदारीकंद को बराबर मात्रा में एक साथ मिलाकर चूर्ण बना लें.  इस चूर्ण को लगभग 1 सप्ताह तक लेने से शरीर में शक्ति का संचार होने लगता है.

    0447. ताक़त के लिए - छुआरे का हलुवा, इसको  बनाने के लिए 50 ग्राम छुआरे. 50 ग्राम घी, 300 ग्राम दूध, 50 ग्राम पिसी हुई मिश्री और 2 इलायची के पीस ले लें.  इसके बाद छुआरों के बीजों को निकाल लें और बीज निकले हुए छुआरों को 250 ग्राम दूध में उबाल लें तथा बारीक पीस लें.  इसके बाद कड़ाही में घी डालकर पिसे हुए छुआरों को इसमें डालकर भून लें.  जब यह लाल हो जाए तो इसमें दूध डालकर पकाएं और गाढ़ा हो जाने पर इसमें पिसी हुई मिश्री मिला लें.  अब इसमें इलायची के दानों का पाउडर मिलाकर अच्छी तरह से मिला लें.  अब हलुआ तैयार है.  इस हलुए को पाचन शक्ति के अनुसार 30 से 60 ग्राम की मात्रा में रोजाना सुबह-सुबह खाकर ऊपर से दूध पीने से शरीर में बल मात्रा बढ़ती है.

    0448. ताक़त के लिए - छुई-मुई के बीजों के चूर्ण (3 ग्राम) को दूध में मिलाकर रोजाना रात को सोने से पहले लिया जाए तो फायदा होता है

    0449. ताक़त के लिए - तालमखाना का सेवन करना  चाहिए, ये ज्यादातर धान के खेतों में पाया जाता है इसे लेटिन भाषा में एस्टरकैन्था-लोंगिफोलिया कहते हैं.

    0450. ताक़त के लिए - तालमखाना, समुंद्रशोष, ढाक का गोंद, बीजबंद, बड़े गोखरू, तज और सफेद मूसली को एक साथ मिलाकर कूटकर और पीसकर छान लें.  इसके बाद इस चूर्ण के बराबर ही इसमें पिसी हुई मिश्री मिलाकर रख लें.  इस चूर्ण को रोजाना सुबह 6 ग्राम की मात्रा में फांककर उसके ऊपर से गाय का धार वाला ताजा दूध पीने से शरीर में ताकत की बढ़ोतरी होती है.

    0451. ताक़त के लिए - तिल का तेल भी  रामबाण की तरह काम करता है.  तिल के तेल को जितनी मात्रा में लें, उतनी ही मात्रा में लौकी का जूस भी लें.  रात को सोने से पहले इस तेल के मिश्रण से अपने सिर और बॉडी पर मसाज करें.  यह एक बहुत प्रभावी नुस्खा है.

    0452. ताक़त के लिए - दही की मलाई में उतनी ही मात्रा में वंशलोचन, कालीमिर्च, शक्कर और  शहद मिला लें.  इसके बाद एक मिट्टी के घड़े के मुंह पर साफ कपड़ा बांध देना चाहिए तथा उस कपड़े से दिए गए मिश्रण को छान लें.  इससे मिश्रण छनकर उस घड़े के अंदर जमा हो जाएगा.  इस छने हुए मिश्रण को रोजाना 2-2 चम्मच की मात्रा में घी के साथ सेवन करके ऊपर से दूध पीने से  शरीर में ताकत आती है.

    0453. ताक़त के लिए - दूध को सबसे ज्यादा उपयोगी माना गया है.इसलिए रोज रात को गरम दूध पीना  चाहिए.

    0454. ताक़त के लिए - नारियल के लड्डू, इसको  बनाने के लिए सबसे पहले 250 ग्राम कच्चे नारियल की कद्दूकस करी हुई गिरी, 50 ग्राम घी, 125 ग्राम मावा, 250 ग्राम चीनी और 10 छोटी इलायची को पीस लें.  इसके बाद लगभग 25 ग्राम घी को कड़ाही में डालकर उसके अंदर नारियल की गिरी को मिलाकर भून लें.  अब बचे हुए घी को मावे के साथ मिलाकर भून लें.  इसके बाद दोनों भुनी हुई चीजों को आपस में मिला लें.  अब इसके अंदर चीनी की चाशनी बनाकर मिला लें और इलायची का बारीक पिसा हुआ चूर्ण भी डाल लें.  इस मिश्रण के 20-20 ग्राम के लड्ड़ू बनाकर 1-1 लड्ड़ू रोजाना सुबह और शाम दूध के साथ सेवन करने से  कमजोरी आदि रोग दूर हो जाते हैं.

    0455. ताक़त के लिए - पुरुषों को कच्ची भिंडी चबानी चाहिए.  इस समस्या में भिंडी एक बेहतरीन दवा का काम करती है.

    0456. ताक़त के लिए - पुष्पधंवा रस  का सेवन  लाभकारी रहता है और यह बहुत ही प्रसिद्ध योग है.  इसकी 1-1 गोली सुबह और शाम पीसकर इसमें 1.5 चम्मच मक्खन और मिश्री मिलाकर प्रयोग करने से स्त्री और पुरुष दोनों ही की  शक्ति  में वृद्धि होती है.  इसके ऊपर से दूध में पिंड खजूर को उबालकर खाएं और दूध को पी लें.

    0457. ताक़त के लिए - प्याज के सफेद कंद का रस, शहद, अदरक का रस और घी का मिश्रण 21 दिनों तक लगातार लेने से  फायदा होता है

    0458. ताक़त के लिए - बबूल की कच्ची पत्तियां, कच्ची फलियां और गोंद को बराबर मात्रा में मिलाकर बारीक चूर्ण बना लें और इनमें इतनी ही मात्रा में मिश्री मिलाकर किसी डिब्बे आदि में रख लें.  इस चूर्ण को नियमित रूप से 2 महीने तक 2-2 चम्मच की मात्रा में दूध के साथ सेवन करने से ताक़त मैं वृद्धि होती है.

    0459. ताक़त के लिए - बरगद के पके हुए फलों को छाया में सुखाकर चूर्ण बना लें और इसमें मिश्री मिलाकर रख लें.  इस चूर्ण को 5 ग्राम की मात्रा में रोजाना शाम को दूध के साथ लेने से लाभ होता  है

    0460. ताक़त के लिए - मुलहठी के बारीक चूर्ण को 10 ग्राम की मात्रा में घी और शहद से साथ चाटकर ऊपर से दूध पीने से  शक्ति तेज होती है.

    0461. ताक़त के लिए - मूसली का भी प्रयोग कर सकते हैं, यह सफेद और काली दो प्रकार की होती है.  काली मूसली से ज्यादा गुणकारी सफेद मूसली होती है.  सुबह और शाम दूध के साथ लेने से  शरीर में तेज़ी आती है.

    0462. ताक़त के लिए - मूसली के लगभग 10 ग्राम चूर्ण को 250 ग्राम गाय के दूध में मिलाकर अच्छी तरह से उबालकर किसी मिट्टी के बर्तन में रख दें.  इस दूध में रोजाना सुबह और शाम पिसी हुई मिश्री मिलाकर सेवन करने से रोगों में बहुत लाभ मिलता है.

    0463. ताक़त के लिए - मेथी को  बहुत कारगर दवा माना गया है.  दो चम्मच मेथी के जूस में आधा चम्मच शहद मिलाकर रोजाना रात को लेने से  लाभ मिलता है.

    0464. ताक़त के लिए - रोज रात को सोने से पहले लहसुन की दो कलियां निगल लें.  फिर थोड़ा-सा पानी पिएं.  आंवले के चूर्ण में मिश्री पीसकर मिलाएं.  इसके बाद प्रतिदिन रात को सोने से पहले करीब एक चम्मच इस मिश्रित चूर्ण का सेवन करें.  इसके बाद थोड़ा-सा पानी पिएं.

    0465. ताक़त के लिए - लगभग 10 ग्राम बिदारीकंद के चूर्ण को गूलर के रस में मिलाकर चाट लें.  इसके ऊपर से घी मिला हुआ दूध पीने से व्यक्ति मजबूत बनता है.

    0466. ताक़त के लिए - लगभग 10-10 ग्राम जायफल, काला अनार, रुमी मस्तंगी, खस की जड़, बालछड़, दालचीनी, बबूल और शहद, 1 ग्राम कस्तूरी, 9 ग्राम सालममिश्री और 125 ग्राम मिश्री को एक साथ मिलाकर पीसकर छान लें.  इस चूर्ण को 6 ग्राम की मात्रा में रोजाना सुबह और शाम 3-4 महीने तक सेवन करने से शक्ति तेज हो जाती है.

    0467. ताक़त के लिए - लगभग 20 ग्राम उड़द की दाल के छिलके उतारकर रात के समय पानी में भिगों दें.  सुबह इस दाल को बारीक पीसकर पिट्ठी बना लें और कड़ाही में डालकर घी के साथ गुलाबी होने तक सेक लें.  इसके बाद एक दूसरे बर्तन में 250 ग्राम दूध डालकर उबाल लें.  दूध के उबलने पर इसमें सिंकी हुई उड़द की दाल डालकर पका लें.  पकने पर इसमें शक्कर डालकर नीचे उतार लें.  इस खीर को ठंडा करके रोजाना सुबह नाश्ते के समय 2 चम्मच शहद के साथ सेवन करने से पुरुष की  शक्ति बहुत ज्यादा तेज हो जाती है.

    0468. ताक़त के लिए - लगभग 25 ग्राम खस-खस के दाने, 25 ग्राम भुने चने, 25 ग्राम खांड और नारियल की पूरी गिरी को एक साथ कूटकर पीसकर रख लें.  इस चूर्ण को रोजाना 70 ग्राम की मात्रा में सेवन करने से शरीर में ताकत की बढ़ोत्तरी होती है.

    0469. ताक़त के लिए - लगभग 250 ग्राम शतावरी घृत में इतनी ही मात्रा में शक्कर, 5 ग्राम छोटी पीपल और 5 चम्मच शहद मिला लें.  इस मिश्रण को 1-1 चम्मच की मात्रा में सुबह और शाम दूध के साथ सेवन करने से शक्ति तेज हो जाती है.

    0470. ताक़त के लिए - लगभग 25-25 ग्राम सफेद बूरा, ढाक की छाल का रस, गेंहू का मैदा और शुद्ध घी को एकसाथ मिलाकर हलवा बना लें.  इस हलुए को रोजाना सुबह और शाम सेवन करने से शरीर मजबूत बनता है.

    0471. ताक़त के लिए - लगभग 5-5 ग्राम की मात्रा में सेमल की जड़ के चूर्ण और मूसली के चूर्ण को रोजाना सुबह और शाम मीठे दूध के साथ सेवन करने  शक्ति तेज होती है.

    0472. ताक़त के लिए - लगभग 6 चम्मच अदरक का रस, 8 चम्मच सफेद प्याज का रस, 2 चम्मच देशी घी और 4 चम्मच शहद को एक साथ मिलाकर किसी साफ कांच के बर्तन में रख लें.  इस योग को रोजाना 4 चम्मच की मात्रा में सुबह खाली पेट सेवन करना चाहिए.  इसको लगातार 2 महीने तक सेवन करने से  दुर्बलता, शिथिलता, कमजोरी आदि दूर हो जाते हैं.

    0473. ताक़त के लिए - लगभग आधा किलो देशी फूल की कच्ची कलियों को डेढ़ लीटर पानी में डालकर उबाल लें.  पानी उबलने के बाद जल जाने पर इस मिश्रण को बारीक पीसकर 5-5 ग्राम की गोलियां बनाकर एक कांच के बर्तन में रखकर ऊपर से ढक्कन लगा दें.  इसमें से 1 गोली को रोजाना सुबह के समय दूध के साथ लेने से ताक़त आती है.

    0474. ताक़त के लिए - लौंग, अकरकरा, कबाबचीनी, ऊदस्वालिस और बीजबंद को बराबर की मात्रा में लेकर कूटकर और पीसकर छान लें.  इसके बाद इस चूर्ण के वजन से 2 गुणा पुराना गुड़ लेकर लेकर इसमें मिला लें और छोटी-छोटी गोलियां बना लें.  यह 1-1 गोली रोजाना सुबह और शाम दूध के साथ 21 दिनों तक लेने से शरीर में बल  की वृद्धि होती है.

    0475. ताक़त के लिए - वानरी गुटिका,150 ग्राम कौंच के बीजों को 2 लीटर दूध में डालकर उबाल लें.  उबलने पर जब दूध गाढ़ा हो जाए तो इसे नीचे उतारकर ठंडा कर लें और बीजों के छिलके उतार लें.  इसके बाद इन बीजों को बिल्कुल बारीक पीसकर रख लें.  अब बीजों की पिट्ठी बनाकर इतनी ही मात्रा में मैदा मिलाकर एकसाथ गूंथ लें.  फिर इसमें थोडा सा गिल्ट और मिल्कमेड का गुलाब जामुन पाउडर मिलाकर छोटे-छोटे आकार के गोले बनाकर गाय के घी में हल्का गुलाबी होने तक तलें.  इन्हे एकतार की चाशनी में डालते जाएं.  ठंडा होने के बाद इस चाशनी में ही शहद डालकर किसी कांच के बर्तन में सुरक्षित रख लें.  इस 1-1 गुलाब जामुन को सुबह और शाम सेवन करने से शक्ति बहुत तेज हो जाती है.

    0476. ताक़त के लिए - विदारीकंद का भी प्रयोग कर सकते हैं. इसको लेटिन भाषा में Pueraria-Tuberosa कहा जाता है.  विदारीकंद के चूर्ण को 5-5 ग्राम की मात्रा में सुबह और शाम असमान मात्रा के घी और शहद के साथ मिलाकर चाटने और ऊपर से गर्म दूध पीने से शक्ति तेज होती है.  विदारीकंद बल  बढ़ाने वाली औषधि है.

    0477. ताक़त के लिए - व्यक्ति को जल्दी पचने वाला और पौष्टिक भोजन करना चाहिए.  क्योंकि इस औषधि का सेवन करने के दौरान कब्ज का रोग बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए.  भोजन में हरी सब्जियां. मौसमी फल, खिचड़ी, मोटे आटे की रोटी, दूध, सलाद, दलिया आदि का सेवन ज्यादा मात्रा में करना चाहिए, खटाई, खट्टे फल, तंबाकू, गुटखा, पान, तेज मिर्च-मसाले वाले और तले हुए भोजन, शराब आदि का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए.

    0478. ताक़त के लिए - शतावरी- का भी प्रयोग कर सकते हैं, शतावरी को लेटिन भाषा में असपारगस-रेसेमेसस कहा जाता है.  इसका पौधा उत्तर भारत में ज्यादा पाया जाता है.  इसकी जड़ को औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है.  इसे दूध में चाय की तरह पकाकर भी सेवन किया जा सकता है.  शरीर में बल  को बढ़ाने के लिए शतावरी की जड़ का चूर्ण लगभग 5-5 ग्राम की मात्रा में सुबह और शाम गर्म दूध के साथ लेना लाभकारी रहता है.

    0479. ताक़त के लिए - सफेद चीनी, ग्वारपाठे का गूदा, घी और गेंहू के मैदा को बराबर मात्रा में एकसाथ मिलाकर हलवा बनाकर खाने से 21 दिन में ही बल की वृद्धि होती है.

    0480. ताक़त के लिए - सफेद मूसली की खीर, इसको  बनाने के लिए करने के लिए सबसे पहले 10 ग्राम सफेद मूसली का चूर्ण, 250 ग्राम गाय का दूध और 20 ग्राम पिसी हुई मिश्री लें लें.  इसके बाद मूसली के चूर्ण को दूध में मिलाकर उबाल लें.  उबलने पर जब यह गाढ़ा हो जाए तो इसमें पिसी हुई मिश्री मिलाकर नीचे उतार लें.  इस मिश्रण को ठंडा करके नियमित रूप से सेवन करने से  कमजोरी समाप्त होती है.

    0481. ताक़त के लिए - सफेद मूसली के चूर्ण और मुलहठी के चूर्ण को बराबर की मात्रा में मिला लें.  इस चूर्ण को 1 चम्मच की मात्रा में सुबह और शाम शुद्ध घी के साथ मिलाकर चाट लें और ऊपर से गर्म दूध पी लें.  नियमित सेवन करने से शरीर पुष्ट और शक्तिशाली बनता है.

    0482. ताक़त के लिए - सर्दी के मौसम में उड़द की दाल के लड्ड़ू बनाकर रोजाना सुबह के समय खाकर ऊपर से दूध पीने से शरीर में बल की वृद्धि होती है.

    0483. ताक़त के लिए - साबुत अनाज को भिगोकर अंकुरित कर खाने से खून बढ़ता है ओर शरीर मजबूत बनता है.

    0484. ताक़त के लिए - सिंघाड़े का हलवा,  लगभग 25 ग्राम सिंघाड़े का आटा, 25 ग्राम घी, 50 ग्राम चीनी और 250 ग्राम दूध ले लें.  इसके बाद सिंघाड़े के आटे में घी डालकर हल्की आग पर लाल होने तक पकने के लिए रख दें.  जब यह आटा अच्छी तरह से सिक जाए तो इसमें दूध डालकर पकाएं और हलुए की तरह सेक लें.  जब यह गाढ़ा हो जाए तो इसमें चीनी डालकर चलाएं और तैयार होने के बाद नीचे उतार लें.  इस हलुए को रोजाना सुबह नाश्ते में खाने और ऊपर से दूध पीने से शक्ति तेज होती है.

    0485. ताक़त के लिए - सिंघाड़े के आटे का हलुआ, उड़द और चने की दाल का हलुआ, अंडों की जर्दी का गाय के घी में तैयार किया हुआ हलुआ, मेथी और उड़द की दाल के लडडू, आंवले की चटनी, गेहूं, चावल, बराबर मात्रा में जौ और उड़द का आटा और उसमें थोड़ी सी पीपल को डालकर तैयार की गई पूडि़यां और नारियल की खीर आदि का सेवन करने से हर तरह के  रोग नष्ट हो जाते हैं, शक्ति बढ़ती है.

    0486. ताक़त के लिए - सूखे आंवलों को अच्छी तरह से कूटकर और पीसकर छान लें.  इस चूर्ण में ताजे आंवलों के ताजा रस को उबालकर और सुखाकर किसी कांच की शीशी में भर लें.  इस मिश्रण में शहद और मिश्री मिलाकर अपनी ताकत के अनुसार 3 महीने तक खाने से बूढ़े लोगों के शरीर में भी जवानों के जैसी  ताकत आ जाती है.

    0487. ताक़त के लिए - सूखे बिदारीकंद को पीसकर उसमें ताजी बिदारीकंद के रस की 7 भावनाएं देकर उसमें मिश्री तथा शहद मिलाकर लगभग 20 ग्राम की मात्रा में नियमित रूप से 3 महीने तक सुबह के समय सेवन करने से बूढ़े लोग भी अपने शरीर में जवानों जैसी ताकत महसूस करते हैं.

    0488. ताक़त के लिए - सेमल का भी प्रयोग कर सकते हैं, इसके पेड़ पूरे भारतवर्ष में पाए जाते हैं.  इसको लेटिन भाषा में सालमालिया-माला-बारिका कहा जाता है.  सेमल के गोंद को मोचरस कहा जाता है.  रोग होने पर सेमल की गोंद और जड़ का प्रयोग होता था.

    0489. ताक़त के लिए - सोंठ, सतावर, गोरखमुंडी, थोड़ी सी हींग और देशी खांड को एक साथ मिलाकर सेवन करने से  शरीर मजबूत और सख्त होता है और बुढ़ापे तक ऐसा ही रहता है.

    0490. तुलसी  - एक पौधा सूख जाने के बाद तुरंत ही दूसरा तुलसी का पौधा लगा लेना चाहिए.  सूखा हुआ तुलसी का पौधा घर में होने से बरकत पर बुरा असर पड़ सकता है.  इसी वजह से घर में हमेशा पूरी तरह स्वस्थ तुलसी का पौधा ही लगाया जाना चाहिए.

    0491. तुलसी  - का पौधा होने से घर वालों को बुरी नजर प्रभावित नहीं कर पाती है.  साथ ही, सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा सक्रिय नहीं हो पाती है.  सकारात्मक ऊर्जा को बल मिलता है.

    0492. तुलसी  - की सुंगध हमें श्वास संबंधी कई रोगों से बचाती है.  साथ ही, तुलसी की एक पत्ती रोज सेवन करने से हम सामान्य बुखार से बचे रहते हैं. तुलसी की पत्ती सेवन करने से हमारे शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता काफी बढ़ जाती है.

    0493. तुलसी  - के पत्तों का सेवन करते समय ध्यान रखना चाहिए कि इन पत्तों को चबाए नहीं बल्कि निगल लेना चाहिए.  इस प्रकार तुलसी का सेवन करने से कई रोगों में लाभ प्राप्त होता है.  तुलसी के पत्तों में पारा धातु के तत्व भी विद्यमान होते हैं जो कि पत्तों को चबाने से दांतों पर लग जाते हैं.

    0494. तुलसी  - घर-आंगन में होने से कई प्रकार के वास्तु दोष भी समाप्त हो जाते हैं और परिवार की आर्थिक स्थिति पर शुभ असर होता है.

    0495. तुलसी  - पूजन हर रोज  करना चाहिए, हर शाम तुलसी के पास दीपक लगाना चाहिए.  ऐसी मान्यता है कि जो लोग शाम के समय तुलसी के पास दीपक लगाते हैं, उनके घर में महालक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है.

    0496. तुलसी  - में कई ऐसे गुण होते हैं जो कई बीमारियों को दूर करने और उनकी रोकथाम करने में सहायक हैं.  तुलसी का पौधा घर में रहने से उसकी सुगंध वातावरण को पवित्र बनाती है और हवा में मौजूद बीमारी फैलाने वाले कई सूक्ष्म कीटाणुओं को नष्ट कर देती है.

    0497. तुलसी  - यदि घर में लगा हुआ तुलसी का पौधा सूख जाता है तो उसे किसी पवित्र नदी में या तालाब में या कुएं में प्रवाहित कर देना चाहिए.  तुलसी का सूखा पौधा घर में रखना अशुभ माना जाता है.

    0498. तुलसी  - शास्त्रों के अनुसार तुलसी के पत्ते कुछ खास दिनों में नहीं तोड़ने चाहिए.  ये दिन हैं एकादशी, रविवार और सूर्य या चंद्र ग्रहण काल.  इन दिनों में और रात के समय तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए.  बिना उपयोग तुलसी के पत्ते कभी नहीं तोड़ने चाहिए.  ऐसा करने पर व्यक्ति को दोष लगता है.  अनावश्यक रूप से तुलसी के पत्ते तोड़ना, तुलसी को नष्ट करने के समान माना गया है.

    0499. तुलसी  - शिव पूजन और गणेश पूजन में तुलसी का प्रयोग वर्जित है.  इसके लिए पुराणो में दो कथा बताई गई है.  एक कथा के अनुसार भगवान शिव ने तुलसी के पति दैत्यों के राजा शंखचूड़ का वध किया था, जिसके फलस्वरूप न तो शिव पूजन में तुलसी काम में लेते है और नाहि शंख से शिवलिंग पर जल चढ़ाते है.  जबकि एक अन्य कथा के अनुसार एक बार गणेशजी ने तुलसी का विवाह प्रस्ताव यह कह कर अस्वीकार कर दिया की वो ब्रह्मचारी है जिससे रुष्ट होकर तुलसी ने उन्हें दो विवाह का श्राप दे दिया, प्रतिक्रिया स्वरुप गणेश जी ने तुलसी को एक राक्षस से विवाह का श्राप दे दिया.  इसलिए गणेश पूजन में भी तुलसी का प्रयोग वर्जित है.

    0500. दीपावली -  की रात उल्लू की तस्वीर त‌िजोरी पर लगाएं.  माना जाता है क‌ि उल्लू हर पूर्ण‌िमा को पीपल के चक्कर लगाता है जहां लक्ष्मी व‌िराजती हैं.  कहते हैं उल्लू की तस्वीर यहां पर होने पर, देवी लक्ष्मी का वास आपकी त‌िजोरी में बना रहेगा.

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    Astrological measures Chapati Roti Jyotis upay Astrological tips for marriage in Hindi : जन्मकुंडली में कई ऐसे योग होते हैं जिनकी वजह से कोई भी पुरुष या स्त्री विवाह की खुशी से वंचित रह सकते हैं….कई बार ये रूकावट बाहरी बाधाओं की वजह से भी आती हैं. उम्र लगातार बढती जाती है और लाख प्रयास के बाद भी रिश्ते बन नहीं पाते हैं या मनचाहे रिश्तों का तो जैसे आकाल ही पड़ जाता है इस प्रकार की स्थिति होने पर शीघ्र विवाह के उपाय करने में समझदारी रहती है. इन उपाय को करने से शीघ्र विवाह के मार्ग बनते है, तथा विवाह मार्ग की समस्त बाधाएं दूर होती है. यहाँ पर हम 30 बहुत ही आसान किन्तु अचूक उपाय बता रहे है जिनको सच्चे मन से करने से वर एवं कन्या दोनों को ही निश्चित रूप से मनवांछित लाभ प्राप्त होगा. Astrology Jyotish Measures Upay Shine Luck Astrology indian astrology, vashikaran August 7, 2016 Shivani A 0 Comments Vastu Shastra, वास्तु टिप्स Bad Habits For Heart : दिल के लिए हार्मफुल आदतें Bad Habits For Heart – Hindi Health Tips: जैसा कि हम सभी जानते है की हमारी कई आदतें जैसे स्मोकिंग, ज्यादा शराब पीना और एक्टिव न रहना आदि हमारे दिल की सेहत के लिए हार्मफुल है. लेकिन कई मेडिकल स्टडीज बताती है की इनके अलावा भी कई ऐसी आदतें है जिन्हें हम इग्नोर करते है लेकिन जो हमारे हार्ट को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाती है. आइए जानते है हमारी ऐसी ही कुछ आदतों के बारे में जिन्हें छोड़ना हमारे दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है. Bad Habits For Heart, Hindi, Health Tips, Dil, Buri Aadat, Galat Aadat, Become an expert in anything Best Akarshan Vashikaran Mantra Best astrologer in India - Free Online astrology | +91 8955457765 | India Bharatiya Tantra Shastra - Vraj Vallabha Dwivedi, Janardan Pandey, Bahulkar Bhut Pret Badha Nivaran ke Upay in Hindi NOVEMBER 27, 2015 BY AG LEAVE A COMMENT NUMEROLOGY (ANK JYOTISH) Nakshatra Vidnyan Nazar Lagne ke lakshan aur Nazar Utarne ke Upay Nazar Lagne ke lakshan aur Nazar Utarne ke Upay,Tarike, Totake Nazar Lagne ke lakshan aur Nazar Utarne ke Upay,Tarike, Totake, : जब किसी इंसान को बुरी नजर लगती है तो उसे अनेक बाधाएं व मुसीबतें आ घेरती हैं. आइए जानते हैं कौन से वो लक्षण है जिनसे पता लग सकता है कि आप पर किसी की बुरी नज़र का साया है और कैसे उससे छुटकारा पाया जा सकता है… Nazar Lagne ke lakshan aur Nazar Utarne ke Upay,Tarike, Totake, Hindi Neck pain implies the need to forgive. It may be to forgive yourself or to forgive to some other person. It is very important to focus on things that you love about yourself or what others love in you. Next Entries » Niruttara Tantra - Rama Dutta Shukla OCTOBER 13, 2014 BY AG LEAVE A COMMENT OCTOBER 14, 2015 BY AG LEAVE A COMMENT OCTOBER 31, 2014 BY AG 4 COMMENTS Online Shopping Online Vedic astrologers for Love spell Online astrology Other Similar Pos Other Similar Posts- Our blog PARTNERS PATI VASHIKARAN YANTRA MANTRA Terms Terms of service These 7 things don't do during pitru paksha (shraddh paksh) in Hindi These 7 things don’t do during pitru paksha (shraddh paksh) in Hindi: प‌ितृपक्ष यानी श्राद्ध का पक्ष शुरु हो चुका है. ऐसी मान्यता है क‌ि इन द‌िनों प‌‌ितर यानी पर‌िवार में ज‌िनकी मृत्यु हो चुकी है उनकी आत्मा पृथ्वी पर आती है और अपने पर‌िवार के लोगों के बीच रहती है. इसल‌िए प‌ितृपक्ष में शुभ काम करना अच्छा नहीं माना जाता है. इन द‌‌िनों कई ऐसे काम हैं ज‌िन्हें करने से लोग बचते हैं. जान‌िए यह काम कौन से और इन्हें भला क्यों नहीं करना चाह‌िए. Tips to Increase Sex Power : 15 घरेलु नुस्खे, ये करने से मिलेगी जबरदस्त ताकत Tips to improve sex power in Hindi : 15 घरेलु नुस्खे, ये करने से मिलेगी जबरदस्त ताकत – सामान्यत: जो पुरुष ताकतवर होते हैं, उनका दांपत्य जीवन भी सुखी रहता है. इसलिए किसी भी तरह की कमजोरी पुरुषों में आत्मविश्वास की कमी का कारण बन सकती है. कई बार पुरुषों में पाई जाने वाली ये शारीरिक कमजोरियां अस्वस्थ संबंधों का कारण बन जाती हैं. कुछ शारीरिक कमजोरियां जैसे स्वप्न दोष, शीघ्र पतन व कमजोरी आदि ऐसी समस्याएं हैं, जो मन पर नियंत्रण न होने के कारण होती हैं. Totke Upay If Payment not Getting Tulsi ka pujan UPYOGI TOTKE Upper back pain manifests lack of emotional support. Probably the person is holding back feelings or doesn’t feel appreciated. Just talk about your feelings with your partner or close friend. Useful tone totke in Hindi Useful tone totke in Hindi : VASHIKARAN ANUSHTHAN Vashikaran Guru in belgium Vashikaran Mantra For Love | खोया प्यार पाने का मंत्र Vashikaran for Love Vashikaran to Get Love Back Vastu Tips About Home For Positivity Vastu Tips For Bathroom in Hindi : घर में सुख-समृद्धि और शांति बनाए रखने के लिए वास्तु के नियमों का ध्यान रखना भी जरूरी माना गया है. वास्तु के अनुसार बताए गए उपाय करने पर वातावरण सकारात्मक बनता है और मानिसक शांति प्राप्त होती है. यदि घर में वास्तु दोष होते हैं तो दरिद्रता और मानसिक परेशानियों के साथ ही वैवाहिक जीवन में भी दुखों का सामना करना पड़ सकता है. इन परेशानियों से बचने के लिए घर के सभी हिस्सों के लिए वास्तु में कई उपाय बताए गए हैं. यहां जानिए बाथरूम से जुड़े कुछ उपाय, जिनसे नकारात्मक ऊर्जा दूर हो सकती है… Vastu Tips For Bathroom – बाथरूम से जुड़े वास्तु उपाय Vastu Tips For Clock Vastu Tips For Clock in Hindi, Vastu Upay Vastu Tips For Clock in Hindi: घड़ी जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. ये यदि इससे जुड़ी वास्तु की कुछ आसान बातों का ध्यान रखा जाए तो यह आपके बुरे समय को अच्छे में भी बदल सकती है. जानिए, घड़ी से जुड़ी वास्तु की 9 खास बातें. Vastu Tips For Home- घर में कहां कौन सी चीज रखें और कौन सी चीज न रखें? Vastu Tips For Money Plant : वास्तु शास्त्र में हर पौधे के लिए एक दिशा निर्धारित है. अगर सही दिशा में पौधा लगाया जाए तो उससे कई फायदे मिल सकते हैं, लेकिन गलत दिशा में लगाए पौधे फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकते हैं. घर में मनी प्लांट लगाने से धन और सुख-समृद्धि बढ़ती है, लेकिन गलत दिशा में रखे मनी प्लांट की वजह से आपको पैसों का नुकसान भी झेलना पड़ सकता है. Vastu Tips For Money Plant, Hindi, Upay, Jyotish, Vastu Tips for bathroom and washroom Vastu shastra Tps for main door in Hindi : किसी भी घर में मेन दरवाजे का सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है. आप अपने घर के लिए कैसा मेन दरवाज़ा सिलेक्ट करते हैं, आपकी च्वॉइस से भी आपके व्यवहार और भविष्य के कई इशारे मिलते हैं. वास्तुशास्त्र के अनुसार भी घर के मुख्य दरवाज़े को लेकर आपकी च्वॉइस से आपके व्यक्तित्व, व्यवहार, जिंदगी को जीने के प्रति आपके नजरिए की और भविष्य में छिपे संकेत मिलते हैं. Vastu shastra for main door in Hindi Vastu tips Vastu tips for home in Hindi : यहां जानिए वास्तु से जुड़ी छोटी-छोटी बातें, जिनका दैनिक जीवन में काफी अधिक महत्व माना गया है. इनकी मदद सेसमय को भी दूर किया जा सकता है. Vastu tips for main door in Hindi Vastu tips for positive energy in Hindi Vastu tips for positive energy in Hindi : क्या आप जानते हैं, प्रत्येक व्यक्ति का अपना एक अलग आभामंडल होता है. आभामंडल का अर्थ है हमारे शरीर के आसपास रहने वाली अदृश्य ऊर्जा. यही ऊर्जा समाज और घर-परिवार में हमारी अच्छी या बुरी छबि निर्मित करती है. जिस प्रकार इंसान का आभामंडल होता है, ठीक उसी प्रकार हमारे घर का भी आभामंडल होता है. यदि आपके घर का आभामंडल सकारात्मक और शुभ होगा तो समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है. यदि घर में नकारात्मक ऊर्जा रहेगी तो आभामंडल भी बुरा असर दिखा सकता है. इसी वजह से घर में ऐसी बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे घर के आभामंडल से हमें भी सकारात्मक ऊर्जा मिलती रहे. Vastu upay for main door in Hindi Vidya Maadhaveeyam - 1 Vivah Badha Upay l Love marriage delay remedies Vivah ke Jyotish Upay You must be logged in to post a comment. `मानस पीयूष´ के अनुसार यह `राम चरित मानस की नवीं स्तुति है और नक्षत्रों में नवाँ नक्षत्र आश्लेषा (नक्षत्र स्वामी-बुध) है. अत: जीवन में जिनको सर्वोच्च आसन पर जाने की कामना हो, वे इस स्तोत्र को भगवान् श्रीराम / रामायणी हनुमान के चित्र या मूर्ति के समक्ष बैठकर नित्य पढ़ें. black magic specialist in india by Cassandra Jones by Pradyot Roy by WWW.COMPLETEVASHIKARAN.COM by abhinav_surveyor1355 by devdarshanastro earches related to टोटके filetype:doc ghar ke mandir mein dhyan rakhe ye baatein http://www.haribhoomi.com/news/ajab-gajab/ajab-gajab/facts-of-laal-kitab-magic-life/38587.html#8jmVEeM8q5CA9wyY.99 kamdev vashikaran mantra to control woman karpur Gauram Mantra: जानिए आरती के बाद क्यों बोलते हैं कपूरगौरं मंत्र lal kitab ke totke in hindi loading... love-marriage-solution-300x188.jpg" alt="Love marriage solution" width="300" height="188" srcset="https://www.astrologerscience.com/wp-content/uploads/2014/09/love-marriage-solution-300x188.jpg 300w, https://www.astrologerscience.com/wp-content/uploads/2014/09/love-marriage-solution-768x481.jpg 768w, https://www.astrologerscience.com/wp-content/uploads/2014/09/love-marriage-solution-440x275.jpg 440w, https://www.astrologerscience.com/wp-content/uploads/2014/09/love-marriage-solution.jpg 960w" sizes="(max-width: 300px) 100vw, 300px">शीघ्र विवाह के सरल एवं आसान  उपाय / टोटके modern love लैला–मजनू, हीर–राँझा प्यार की वह दास्तां बयां करते हैं modern-love• कभी भी अपने सबसे अच्छे दोस्त से इस बात पर प्यार ना करने लगें कि वह आपके सुख-दुःख के समय आपके साथ था. क्योंकि खुदा ना करे कि अगर आप दोनों के रिश्तों में कड़वाहट आई तो उस समय आप उससे आंख नहीं मिला सकते हैं. purnima-ke-upayहिन्दु धर्म में सूर्य और चन्द्र की गति और कला की गणना करके वर्ष का निर्धारण किया गया है. shiva-upay shiva-upay-01_1438673691 shiva-upay-03_1438673694 tone totke

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