ध्यान रखें यहां बताए जा रहे सभी उपाय ज्योतिष से संबंधित हैं. इस कारण इन्हें आस्था और विश्वास के साथ करना चाहिए. उपाय करते समय मन में किसी प्रकार की शंका ना हो , इसका ख़याल रखे.
0501. दीपावली - की रात चांदी की कटोरी में कपूर जलाकर देवी लक्ष्मी की आरती धन वृद्धि में सहायक होती है.
0502. दीपावली - की रात सोने से पहले किसी चौराहे पर तेल का दीपक जलाएं और घर लौटकर आ जाएं. ध्यान रखें पीछे पलटकर न देखें.
0503. दीपावली - की रात हत्थाजोड़ी में सिंदूर लगाकर धन रखने के स्थान पर रखें आय बढ़ेगी और अनावश्यक खर्चों में कमी आएगी.
0504. दीपावली - की शाम में साबुत उड़द, दही और सिंदूर लेकर पीपल की जड़ में रखें और एक दीपक जलाएं. कहते हैं इससे आय में वृद्धि होती है.
0505. दीपावली - के दिन यदि कोई किन्नर संज-संवर कर दिखाई दे, तो अवश्य ही धन लाभ होता है. ये धन लाभ अप्रत्याशित रूप से होता है.
0506. दीपावली - के दिन सरसों के तेल का या शुद्ध घी का दिया जलाकर काजल बना लें. यह काजल लगाने से भूत, प्रेत, पिशाच, डाकिनी आदि से रक्षा होती है और बुरी नजर से भी रक्षा होती है.
0507. दीपावली - के दीन पीपल के पत्ते पर कुमकुम लगाकर उस पर लड्डू रखें और हनुमान को भोग लगाएं. इससे आय में आ रही बाधा दूर होती है.
0508. दीपावली - पर सुबह-सुबह शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल अर्पित करें. जल में यदि केसर भी डालेंगे तो श्रेष्ठ रहेगा.
0509. दीपावली - पूजन के समय एकाक्षी नारियल की भी पूजा करें और इसे हमेशा देवी लक्ष्मी के साथ पूजा स्थान में रखें, लाभ होगा.
0510. दीपावली - अपने घर के आसपास किसी पीपल के पेड़ के नीचे तेल का दीपक जलाएं. यह उपाय दीपावली की रात में किया जाना चाहिए. ध्यान रखें दीपक लगाकर चुपचाप अपने घर लौट आए, वापिस पलटकर न देखें.
0511. दीपावली - इस दिन अमावस्या रहती है और इस तिथि पर पीपल के वृक्ष को जल अर्पित करना चाहिए. ऐसा करने पर शनि के दोष और कालसर्प दोष समाप्त हो जाते हैं.
0512. दीपावली - एक बात का विशेष ध्यान रखें कि माह की हर अमावस्या पर पूरे घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई की जानी चाहिए. साफ-सफाई के बाद घर में धूप-दीप-ध्यान करें. इससे घर का वातावरण पवित्र और बरकत देने वाला बना रहेगा.
0513. दीपावली - किसी तालाब या नदी में मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर खिलाएं. इस पुण्य कर्म से बड़े से बड़े संकट भी दूर हो जाते हैं.
0514. दीपावली - किसी शिव मंदिर जाएं और वहां शिवलिंग पर अक्षत यानी चावल चढ़ाएं. ध्यान रहें सभी चावल पूर्ण होने चाहिए. खंडित चावल शिवलिंग पर चढ़ाना नहीं चाहिए.
0515. दीपावली - की मध्य रात्रि के बाद घंटी बजाएं. कहते हैं इससे नकारात्मक शक्तियां और दरिद्रता, घर में नहीं ठहरती.
0516. दीपावली - की रात में लक्ष्मी पूजन के साथ ही अपनी दुकान, कम्प्यूटर आदि ऐसी चीजों की भी पूजा करें, जो आपकी कमाई का साधन हैं.
0517. दीपावली - की रात लक्ष्मी पूजा करते समय एक थोड़ा बड़ा घी का दीपक जलाएं, जिसमें नौ बत्तियां लगाई जा सके. सभी 9 बत्तियां जलाएं और लक्ष्मी पूजा करें.
0518. दीपावली - के दिन झाड़ू अवश्य खरीदना चाहिए. पूरे घर की सफाई नई झाड़ू से करें. जब झाड़ू का काम न हो तो उसे छिपाकर रखना चाहिए.
0519. दीपावली - के दिन यदि संभव हो सके तो किसी किन्नर से उसकी खुशी से एक रुपया लें और इस सिक्के को अपने पर्स में रखें. बरकत बनी रहेगी.
0520. दीपावली - घर में स्थित तुलसी के पौधे के पास दीपावली की रात में दीपक जलाएं. तुलसी को वस्त्र अर्पित करें.
0521. दीपावली - जल्दी और अचानक धन लाभ के लिए दीपावली की शाम में किसी बरगद के पेड़ की जटा में गांठ लगाएं. धन लाभ मिलने के बाद इस गांठ को खोल दें.
0522. दीपावली - जो लोग धन का संचय बढ़ाना चाहते हैं, उन्हें तिजोरी में लाल कपड़ा बिछाना चाहिए. इसके प्रभाव से धन का संचय बढ़ता है. महालक्ष्मी का ऐसा फोटो रखें, जिसमें लक्ष्मी बैठी हुईं दिखाई दे रही हैं.
0523. दीपावली - दीवाली के दिन किसी मंदिर में झाड़ू का दान करें. यदि आपके घर के आसपास कहीं महालक्ष्मी का मंदिर हो तो वहां गुलाब की सुगंध वाली अगरबत्ती का दान करें.
0524. दीपावली - पर तेल का दीपक जलाएं और दीपक में एक लौंग डालकर हनुमानजी की आरती करें. किसी मंदिर हनुमान मंदिर जाकर ऐसा दीपक भी लगा सकते हैं.
0525. दीपावली - पर महालक्ष्मी के पूजन में पीली कौड़ियां भी रखनी चाहिए. ये कौडिय़ा पूजन में रखने से महालक्ष्मी बहुत ही जल्द प्रसन्न होती हैं. आपकी धन संबंधी सभी परेशानियां खत्म हो जाएंगी.
0526. दीपावली - पर लक्ष्मी का पूजन करने के लिए स्थिर लग्न श्रेष्ठ माना जाता है. इस लग्न में पूजा करने पर महालक्ष्मी स्थाई रूप से घर में निवास करती हैं. -पूजा में लक्ष्मी यंत्र, कुबेर यंत्र और श्रीयंत्र रखना चाहिए. यदि स्फटिक का श्रीयंत्र हो तो सर्वश्रेष्ठ रहता है.
0527. दीपावली - पर लक्ष्मी पूजन के बाद घर के सभी कमरों में शंख और घंटी बजाना चाहिए. इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा और दरिद्रता बाहर चली जाती है. मां लक्ष्मी घर में आती हैं.
0528. दीपावली - पर श्रीसूक्त एवं कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना चाहिए. रामरक्षा स्तोत्र या हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ भी किया जा सकता है.
0529. दीपावली - प्रथम पूज्य श्रीगणेश को दूर्वा अर्पित करें. दूर्वा की 21 गांठ गणेशजी को चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है. गणेशजी के साथ महालक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है.
0530. दीपावली - महालक्ष्मी के चित्र का पूजन करें, जिसमें लक्ष्मी अपने स्वामी भगवान विष्णु के पैरों के पास बैठी हैं. ऐसे चित्र का पूजन करने पर देवी बहुत जल्द प्रसन्न होती हैं.
0531. दीपावली - महालक्ष्मी के महामंत्र "ऊँ ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद् श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ ऊँ महालक्ष्मयै नम: का कमलगट्टे की माला से कम से कम 108 बार जप करें.
0532. दीपावली - लक्ष्मी पूजन के समय एक नारियल लें और उस पर अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि अर्पित करें और उसे भी पूजा में रखें.
0533. दीपावली - लक्ष्मी पूजन के समय हल्दी की गांठ भी साथ रखें. पूजन पूर्ण होने पर हल्दी की गांठ को घर में उस स्थान पर रखें, जहां धन रखा जाता है.
0534. दीपावली - लक्ष्मी पूजन में सुपारी रखें. सुपारी पर लाल धागा लपेटकर अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि पूजन सामग्री से पूजा करें और पूजन के बाद इस सुपारी को तिजोरी में रखें.
0535. दुख में - पूर्ण साफ मन से प्रदोष के दिन स्नान करके प्रभु शिव का ध्यान करते हुए पूर्ण निराहार होकर व्रत (उपवास) रखें. उस दिन अन्न न लें.
0536. दुख में - मंत्र का जप करना चाहिये " ॐ ॐ श्रीं श्रीं श्रीं परमाम् सिद्धिं श्री श्री श्रीं. " इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखें.
0537. दुख में - शाम को (गोधूली बेला में) शिवजी का पूजन करें एवं असगंध के फूल को घी में डूबाकर रख लें.
0538. दूर रहें - अत्यंत मूढ़ यानी मूर्ख व्यक्ति भी मरा हुआ होता है. जिसके पास विवेक, बुद्धि नहीं हो. जो खुद निर्णय ना ले सके. हर काम को समझने या निर्णय को लेने में किसी अन्य पर आश्रित हो, ऐसा व्यक्ति भी जीवित होते हुए मृत के समान ही है.
0539. देवी लक्ष्मी - की पूजा के समय गोमती चक्र को पूजा की थाली में रखकर मां की पूजा करें. पूजा के बाद गोमती चक्र को तिजोरी में रखें, धन बढ़ेगा.
0540. देवी लक्ष्मी - के चित्र के समक्ष नौ बत्तियों का घी का दीपक जलाए. धन लाभ होगा.
0541. धन प्राप्ति के लिए - एक मछलीघर जिसमें 8 सुनहरी व एक काली मछ्ली हो रखें . इसको उत्तर या उत्तरपूर्व की ओर रखें . यदि कोई मछ्ली मर जाय तो उसको निकाल कर नई मछ्ली लाकर उसमें डाल दें.
0542. धन प्राप्ति के लिए - कन्या -a स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ श्रीं ऐं सौं b यदि आपको धन संबंधी कोई समस्या है तो आप लाल रुमाल में नारियल बांधकर अपने गल्ले अथवा तिजोरी में रखें. धन लाभ होने लगेगा. इसके दो कमलगट्टे की माला माता लक्ष्मी के मंदिर में दान अर्पित करें. c यदि आपको नौकरी संबंधी कोई समस्या है तो आप तक रोज मीठे चावल कौओं को खिलाएं. इससे आपकी समस्या का निदान हो जाएगा.
0543. धन प्राप्ति के लिए - कर्क - a यदि आप त्रिकोण आकृति का झंड़ा विष्णु भगवान के किसी मंदिर में ऊंचाई वाले स्थान पर इस प्रकार लगाएं कि वह लहराता रहे तो तक आपका भाग्य चमक उठेगा. b कर्क राशि के लोग स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ क्ली ऐं श्रीं c यदि आपको धन लाभ की अभिलाषा है तो शाम के समय पीपल के वृक्ष के नीचे तेल का पंचमुखी दीपक जलाएं.
0544. धन प्राप्ति के लिए - कुंभ - a स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ ह्रीं ऐं क्लीं श्रीं b जीवन साथी के साथ नहीं बनती है तो खीर बनाएं इसका भोग लक्ष्मी को लगाएं और फिर स्वयं भी खाएं. इससे दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी. c धन प्राप्ति के लिए नारियल के कठोर आवरण में घी डालकर लक्ष्मीजी के समक्ष दीपक जलाएं. यह दीपक रात भर जलने दें
0545. धन प्राप्ति के लिए - तुला - a स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं b लक्ष्मी की विशेष कृपा पाने के लिए तुला राशि के लोग सुबह स्नान आदि नित्य कर्म करने के बाद किसी लक्ष्मी मंदिर में जाकर 11 नारियल अर्पित करें. c यदि आपको व्यवसाय में घाटा हो रहा है तो आप बड़ के पेड़ के पत्ते पर सिंदूर व घी से ॐ श्रीं श्रियै नम: मंत्र लिखें और इसे बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें.
0546. धन प्राप्ति के लिए - धनु - a स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ ह्रीं क्लीं सौ: b इस राशि के लोग धन प्राप्ति के लिए पान के पत्ते पर रोली से श्रीं लिख कर अपने पूजा स्थान पर रखे तथा रोज इसकी पूजा करें. c यदि तुला राशि के लोग किसी बीमारी से परेशान हैं तो चंद्रमा को अध्र्य दें और बीमारी के निवारण के लिए प्रार्थना करें. अमावस्या होने से चांद दिखाई नहीं देगा तो भी अध्र्य दें.
0547. धन प्राप्ति के लिए - मकर - a स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ ऐं क्लीं सौ: b यदि विवाह में बाधा आ रही है तो भगवान विष्णु की पूजा करें और उन्हें पीला वस्त्र, पीली मिठाई अर्पित करें. c काफी समय से यदि धन रुका हुआ है तो आक की रुई का दीपक घर के ईशान कोण में जलाएं.
0548. धन प्राप्ति के लिए - मिथुन - a यदि आप कर्ज से परेशान हैं तो लक्ष्मी पूजन के बाद गणेशजी की प्रतिमा को हल्दी की माला पहनाएं. इससे आपकी परेशान समाप्त हो जाएगी. b स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ क्लीं ऐं स: c यदि आप धन की कमी से जूझ रहे हैं तो लक्ष्मी-गणेश पूजन करते समय दक्षिणावर्ती शंख की पूजा करके उसे अपने धन स्थान पर रखें.
0549. धन प्राप्ति के लिए - मीन - a कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ ह्रीं क्लीं सौ: b धन लाभ के लिए किसी लक्ष्मी मंदिर में जाकर कमल के फूल, नारियल अर्पित करें तथा सफेद मिठाई का भोग लगाएं. c यदि आपको शत्रु पक्ष से परेशानी हैं तो कपूर के काजल से शत्रु का नाम लिखकर अपने पैर से मिटा दें.
0550. धन प्राप्ति के लिए - मेष - a रात में लाल चंदन और केसर घिसकर उससे रंगा हुआ सफेद कपड़ा यदि आप अपने गल्ले अथवा तिजोरी में बिछाएंगे तो उससे आपकी समृद्धि में हमेशा वृद्धि होगी तथा आकस्मिक धनहानि का अवसर भी नहीं आएगा. b स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ ऐं क्लीं सौ:. c शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर तेल का दीपक जलाएं तथा उस दीपक में दो काली गुंजा डाल दें तो वर्ष भर आपको आर्थिक रूप से परेशानी नहीं होगी. आपका रुका हुआ धन भी जल्दी ही मिल जाएगा.
0551. धन प्राप्ति के लिए - वृश्चिक - a स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ ऐं क्लीं सौ: b इस राशि के लोगों को यदि धन की इच्छा है तो वे अपने घर के बगीचे या बरामदे में केले के दो पेड़ लगाएं तथा इनकी देखभाल करें. परंतु इनके फल का सेवन न करें. c यदि परिवार में अशांति है तो नागकेसर का फूल लाकर घर में कहीं छिपा दें. जहां उसे कोई देख न सके.
0552. धन प्राप्ति के लिए - वृषभ - a स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ ऐं क्लीं श्रीं b रात गाय के घी के दो दीपक जलाकर उन्हें किसी एकांत स्थान अपनी मनोकामना बताते हुए पर रख आएं. शीघ्र ही आपकी हर मनोकामना पूरी हो जाएगी. c यदि बहुत पैसा कमाने के बावजूद भी आप उसे सेविंग नहीं कर पा रहे हैं तो लक्ष्मी पूजन के साथ-साथ कमल के फूल का भी पूजन करें तथा बाद में इस फूल को लाल कपड़े में बांधकर अपने धन स्थान यानी तिजोरी या लॉकर में रखें.
0553. धन प्राप्ति के लिए - सिंह - a स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ॐ ह्रीं श्रीं सौं: b रात घर के मुख्य दरवाजे पर गाय के घी का दीपक जला कर रखें. यदि वह दीपक सुबह तक जलता रहे तो समझें कि आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा साथ ही मान-सम्मान भी बढ़ेगा. c यदि शत्रु आपको परेशान कर रहे हैं तो दीपावली की शाम को पीपल के पत्ते पर अनार की कलम से गोरोचन के द्वारा शत्रु का नाम लिखकर भूमि में दबा दें.
0554. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - कन्या - यदि जीवन में आर्थिक स्थिरता नहीं हो तो धनतेरस के दिन दो कमलगट्टे लेकर उन्हें माता लक्ष्मी के मंदिर में अर्पित करें.
0555. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - कर्क - यदि आपको अचानक धन लाभ की आशा हो तो धनतेरस के दिन शाम के समय पीपल वृक्ष के समीप तेल का पंचमुखी दीपक जलाएं.
0556. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - कुंभ - जीवन स्थायी सुख-समृद्धि हेतु प्रत्येक धनतेरस की रात में पूजन करने वाले स्थान पर ही रात्रि में जागरण करना चाहिए.
0557. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - तुला - यदि आप आर्थिक परेशानी से जुझ रहे हैं तो धनतेरस के दिन शाम को लक्ष्मीजी के मंदिर में नारियल चढ़ाएं.
0558. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - धनु - धनतेरस के दिन गुलर के ग्यारह पत्तों को मोली से बांधकर यदि किसी वट वृक्ष पर बांध दिया जाए, तो आपकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी.
0559. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - मकर - यदि आप आर्थिक समस्या से परेशान है, किंतु रूकावटें आ रही हों, तो आक की रूई का दीपक शाम के समय किसी तिहारे पर रखने से आपको धन लाभ होगा.
0560. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - मिथुन - बरगद से पांच फल लाकर उसे लाल चंदन में रंगकर नए लाल वस्त्र में कुछ सिक्कों के साथ बांधकर अपने घर अथवा दुकान में किसी कील से लटका दें.
0561. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - मीन - यदि व्यवसाय में शिथिलता हो तो केले के दो पौधे रोपकर उनकी देखभाल करें तथा उनके फलों को नहीं खाएं.
0562. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - मेष - यदि आप धनतेरस के दिन शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर तेल का दीपक में दो काली गुंजा डाल दें, तो साल भर आर्थिक अनुकूलता बनी रहेगी. आपका उधार दिया हुआ धन भी प्राप्त हो जाएगा.
0563. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - वृश्चिक - यदि आप निरंतर कर्ज में उलझ रहें हो तो धनतेरस के दिन श्मशान के कुएं का जल लाकर किसी पीपल वृक्ष पर चढ़ाएं.
0564. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - वृषभ - यदि आपके संचित धन का लगातार खर्च हो रहा है तो धनतेरस के दिन पीपल के पांच पत्ते लेकर उन्हे पीले चंदन में रंगकर बहते हुए जल में छोड़ दें.
0565. धनतेरस के दिन राशि के उपाय - सिंह - यदि व्यवसाय में बार-बार हानि हो रही हो या घर में बरकत ना रहती हो तो धनतेरस के दिन से गाय को रोज चारा डालने का नियम लें.
0566. धन-समृद्धि - शुक्ल पक्ष में किसी भी दिन अपनी फैक्ट्री या दुकान के दरवाजे के दोनों तरफ बाहर की ओर थोडा सा गेहूं का आटा रख दें . ध्यान रहे ऐसा करते हुए आपको कोई देखे नही .
0567. धन-समृद्धि - "ॐ ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर. भूरि घेदिन्द्र दित्ससि. ॐ ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्. आ नो भजस्व राधसि. . " हे लक्ष्मीपते . आप दानी हैं, साधारण दानदाता ही नहीं बहुत बड़े दानी हैं. आप्तजनों से सुना है कि संसारभर से निराश होकर जो याचक आपसे प्रार्थना करता है उसकी पुकार सुनकर उसे आप आर्थिक कष्टों से मुक्त कर देते हैं – उसकी झोली भर देते हैं. हे भगवान मुझे इस अर्थ संकट से मुक्त कर दो.
0568. धन-समृद्धि - 10-10 के 100 अच्छे नोट इकट्ठे करें और उनको तिजोरी में रखें. इसी तरह 10 की एक गड्डी और 40-50 सिक्कों का एक सेट बनाएं और उसे प्रतिदिन रात में सोते समय गिनकर उचित स्थान पर रख दें. हो सके तो नोटों के ढेर का एक चित्र खरीदकर ले आएं और उसे घर में वहां पर चिपका दें जहां पर आपकी नजर सहज ही रूप से जाती हो. भाग्य चमकाने लगेगा.
0569. धन-समृद्धि - अकस्मात् धन लाभ के लिये शुक्ल पक्ष के प्रथम बुधवार को सफेद कपड़े के झंडे को पीपल के वृक्ष पर लगाना चाहिए. यदि व्यवसाय में आकिस्मक व्यवधान एवं पतन की सम्भावना प्रबल हो रही हो, तो यह प्रयोग बहुत लाभदायक है.
0570. धन-समृद्धि - अक्सर सुनने में आता है कि घर में कमाई तो बहुत है, किन्तु पैसा नहीं टिकता, तो यह प्रयोग करें. जब आटा पिसवाने जाते हैं तो उससे पहले थोड़े से गेंहू में 11 पत्ते तुलसी तथा 2 दाने केसर के डाल कर मिला लें तथा अब इसको बाकी गेंहू में मिला कर पिसवा लें. यह क्रिया सोमवार और शनिवार को करें. फिर घर में धन की कमी नहीं रहेगी.
0571. धन-समृद्धि - अगर समस्या आर्थिक है तो आप रोज श्रीसूक्त का पाठ करें और लक्ष्मीजी का पूजा करें. आपकी समस्या दूर होगी.
0572. धन-समृद्धि - अगर अचानक धन लाभ की स्थितियाँ बन रही हो, किन्तु लाभ नहीं मिल रहा हो, तो गोपी चन्दन की नौ डलियाँ लेकर केले के वृक्ष पर टाँग देनी चाहिए. यह चन्दन पीले धागे से ही बाँधना है.
0573. धन-समृद्धि - अगर आप अपार धन-समृद्धि चाहते हैं, तो आपको पके हुए मिट्टी के घड़े को लाल रंग से रंगकर, उसके मुख पर नाड़ा यानी मौली बांधकर तथा उसमें जटायुक्त नारियल रखकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर देना चाहिए.
0574. धन-समृद्धि - अगर आप चाहते हैं कि आपकी किस्मत चमक जाए तो रोज चीटियों को शक्कर मिला हुआ आटा डालें. ऐसा करने से आपके पाप कर्मों का क्षय होगा और पुण्य कर्म उदय होंगे. यही पुण्य कर्म आपकी मनोकामना पूर्ति में सहायक होंगे.
0575. धन-समृद्धि - अगर आप धन संबंधित काम के लिए कहीं जाने के लिए कपड़े पहन रह हैं और उसी समय आपकी जेब से पैसे गिरें, तो यह आपके लिए धन प्राप्ति का संकेत है.
0576. धन-समृद्धि - अगर आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हों, तो मन्दिर में केले के दो पौधे (नर-मादा) लगा दें.
0577. धन-समृद्धि - अगर निरन्तर कर्ज में फँसते जा रहे हों, तो श्मशान से जल लाकर किसी पीपल के वृक्ष पर चढ़ाना चाहिए. यह 6 शनिवार किया जाए, तो आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त होते हैं.
0578. धन-समृद्धि - अगर पर्याप्त धर्नाजन के पश्चात् भी धन संचय नहीं हो रहा हो, तो काले कुत्ते को प्रत्येक शनिवार को कड़वे तेल (सरसों के तेल) से चुपड़ी रोटी खिलाएँ.
0579. धन-समृद्धि - अग्निहोत्र करने से भी बहुत बरकत होती है. अग्निहोत्र मतलब जब भी भोजन खाएं उससे पहले उसे अग्नि को अर्पित करें. अग्नि द्वारा पकाए गए अन्न पर सबसे पहला अधिकार अग्नि का ही होता है.
0580. धन-समृद्धि - अपनी ईमानदारी और मेहतन की कमाई का 2 प्रतिशत हिस्सा, जीव-जंतु, प्रकृति, राष्ट्र एवं समाज की भलाई में खर्च करें. यहां पर लगाया धन लाख गुना होकर शीघ्र ही लौट आता है.
0581. धन-समृद्धि - अश्लेषा नक्षत्र में बरगद का पत्ता लाकर अन्न भंडार में रखें, भंडार भरा रहेगा. हल्दी की गांठें, पान पत्ता और सुपारी तिजोरी में रखने से धन का भंडार बना रहेगा.
0582. धन-समृद्धि - आटा पिसते समय उसमें 100 ग्राम काले चने भी पिसने के लियें डाल दिया करें तथा केवल शनिवार को ही आटा पिसवाने का नियम बना लें, कमाई बड़ेगी.
0583. धन-समृद्धि - आप छोटे बच्चों को मिठाई बांटें. व्यापार में लाभ होगा, घर में खुशहाली का माहौल रहेगा और सबकुछ भी ठीक रहेगा.
0584. धन-समृद्धि - आप जो भी धन मेहनत से कमाते हैं उससे ज्यादा खर्च हो रहा हो अर्थात घर में धन का ठहराव न हो तो ध्यान रखें को आपके घर में कोई नल लीक न करता हो . अर्थात पानी टप–टप टपकता न हो .
0585. धन-समृद्धि - ऋण मुक्त होगी अगर मंगलवार को शिव मन्दिर में जा कर शिवलिंग पर मसूर की दाल “ॐ ॐ ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय नम:´´ मंत्र बोलते हुए चढ़ाएं.
0586. धन-समृद्धि - एक नारियल पर सिन्दूर, मोली, अक्षत अर्पित कर पूजन करें. फिर हनुमान जी के मन्दिर में चढ़ा आएँ. धन लाभ होगा.
0587. धन-समृद्धि - एक नारियल पर चमेली का तेल मिले सिन्दूर से स्वस्तिक का चिह्न बनाएं. कुछ भोग (लड्डू अथवा गुड़-चना) के साथ हनुमानजी के मंदिर में जाकर उनके चरणों में अर्पित करके ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें. तत्काल लाभ प्राप्त होगा.
0588. धन-समृद्धि - एक हंडिया में सवा किलो हरी साबुत मूंग की दाल, दूसरी में सवा किलो डलिया वाला नमक भर दें. यह दोनों हंडिया घर में कहीं रख दें. यह क्रिया बुधवार को करें. घर में धन आना शुरू हो जाएगा.
0589. धन-समृद्धि - कहीं जाते समय नेवले का दिखना शुभ संकेत होता है. नेवला दिखना धन लाभ का संकेत होता है. आप सोकर उठे हों और उसी समय नेवला आपको दिख जाए तो गुप्त धन मिलने की संभावना रहती है.
0590. धन-समृद्धि - कारोबार में नुकसान हो रहा हो या कार्यक्षेत्र में झगडा हो रहा हो तो आप अपने वज़न के बराबर कच्चा कोयला लेकर जल प्रवाह कर दें . अवश्य लाभ होगा.
0591. धन-समृद्धि - कारोबार में लगातार घाटा हो रहा हो तो गुरुवार के दिन एक नारियल सवा मीटर पीले वस्त्र में लपेटकर एक जोड़ा जनेऊ, सवा पाव मिष्ठान्न के साथ आस-पास के किसी भी विष्णु मंदिर में अपने संकल्प के साथ चढ़ा दें. तत्काल ही व्यापार चल निकलेगा.
0592. धन-समृद्धि - काला सुरमा एक शीशी में लेकर शनिवार को नौ बार सिर से पैर तक किसी से उतरवाकर सुनसान जमीन में गाड़ दें. इसके बाद पीछे पलटकर न देखें और जिससे गड्ढ़ा किया गया है, उसे औजार को वहीं छोड़ आएं.
0593. धन-समृद्धि - किसी गुरु पुष्य योग और शुभ चन्द्रमा के दिन सुबह-सुबह हरे रंग के कपड़े की छोटी थैली तैयार करें. श्री गणेश के चित्र अथवा मूर्ति के आगे 'संकटनाशन गणेश स्तोत्र' के 11 पाठ करें. तत्पश्चात् इस थैली में 7 मूंग, 10 ग्राम साबुत धनिया, एक पंचमुखी रूद्राक्ष, एक चांदी का रुपया या 2 सुपारी, 2 हल्दी की गांठ ले कर दाहिनी सूंड के गणेश जी को शुद्ध घी के मोदक का भोग लगाएं. फिर यह थैली तिजोरी या कैश बॉक्स में रख दें. आर्थिक स्थिति में शीघ्र सुधार आएगा. एक साल बाद नई थैली बना कर बदलते रहें.
0594. धन-समृद्धि - की देवी लक्ष्मी को प्रति एकादशी के दिन नौ बत्तियों वाला शुद्ध घी का दीपक लगाएं.
0595. धन-समृद्धि - कुत्ते को तेल चुपड़ी रोटी खिलाएं. मनोकामनाएं पूरी होंगी. धन-धान्य एवं परिवार में वृद्धि होगी.
0596. धन-समृद्धि - केले का पेड़ काफी पवित्र माना जाता है और कई धार्मिक कार्यों में इसका प्रयोग किया जाता है. भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को केले का भोग लगाया जाता है. केले के पत्तों में प्रसाद बांटा जाता है. माना जाता है कि समृद्धि के लिए केले के पेड़ की पूजा अच्छी होती है.
0597. धन-समृद्धि - गन्ने की जड़ को लाल वस्त्र में लपेटकर उस पर सिंदूर और लाल चंदन लगाएं और इसे धन रखने के स्थान में रखें, आय बढ़ेगी.
0598. धन-समृद्धि - घर आए अतिथि, साधु या याचक को यथा संभव प्रसन्न करके ही विदा करें.
0599. धन-समृद्धि - घर का कोना-कोना साफ रखें और मुख्य द्वार पर रंगोली बनाएं.
0600. धन-समृद्धि - घर के मुख्य प्रवेश द्वार पर तांबे के सिक्के को लाल रंग के नवीन वस्त्र में बांधने से घर में धन, समृद्धि का आगमन होता है.