Saturday, July 2, 2016

life message from falcon life.





Falcon has won nearly 70 years, the 40th year of his life come to an important decision has to come. At that stage the three major organs of the body seem to be ineffective. Claws are long and flexible, and seem to be able to capture prey. The beak is folded forward, and seems to occur in the food extract. Wings are heavy and can not open the chest due to the adhesives. Flight limit. Dundna catch and eat food meal, the three procedures start losing their edge.
बाज़ लगभग 70 वर्ष जीता है, पर अपने जीवन के  40 वें वर्ष में आते आते उसे एक महत्वपूर्ण निर्णय लेना पड़ता है। उस अवस्था में उसके शरीर के तीन प्रमुख अंग निष्प्रभावी होने लगते हैं। पंजे लम्बे और लचीले हो जाते हैं और शिकार पर पकड़ बनाने में अक्षम होने लगते हैं। चोंच आगे की ओर मुड़ जाती है और भोजन निकालने में व्यवधान उत्पन्न करने लगती है। पंख भारी हो जाते हैं और सीने से चिपकने के कारण पूरे खुल नहीं पाते हैं। उड़ान सीमित कर देते हैं। भोजन  ढुन्ढना भोजन पकड़ना और भोजन खाना, तीनों प्रक्रियायें अपनी धार खोने लगती हैं।
   
He left with three options, or put away the body, or its tendency to subsist on food estranged like vultures left, or to restore itself, as Akadipti Nirdwndw sky. Eternal Mana, where the first two options for life are simple and quick, the third most painful and long.
उसके पास तीन ही विकल्प बचते हैं, या तो देह त्याग दे, या अपनी प्रवृत्ति छोड़ गिद्ध की तरह त्यक्त भोजन पर निर्वाह करे, या स्वयं को पुनर्स्थापित करे, आकाश के निर्द्वन्द्व एकाधिपति के रूप में। मन अनन्त, जीवन पर्यन्त जहाँ पहले दो विकल्प सरल और त्वरित हैं, तीसरा अत्यन्त पीड़ादायी और लम्बा।
   
Falcon chooses pain and restores itself. He is a high mountain, make her nest, in solitary and then starts the whole process. The first shot hit his beak on the rock breaks. Pakshiraj nothing more painful than his beak to break. Then he waits to be overrun beak again. So then he breaks his claws and waits, claw grow again come. New beak and claws after his massive wings to rip out one by one and re-grow wings waiting to come.
बाज़ पीड़ा चुनता है और स्वयं को पुनर्स्थापित करता है। वह किसी ऊँचे पहाड़ पर जाता है, अपना घोंसला बनाता है, एकान्त में और तब प्रारम्भ करता है, पूरी प्रक्रिया। सबसे पहले वह अपनी चोंच चट्टान पर मार मार कर तोड़ देता है। अपनी चोंच तोड़ने से अधिक पीड़ादायक कुछ भी नहीं पक्षीराज के लिये। तब वह प्रतीक्षा करता है, चोंच के पुनः उग आने की। उसके बाद वह अपने पंजे उसी प्रकार तोड़ देता है और प्रतीक्षा करता है, पंजों के पुनः उग आने की। नये चोंच और पंजे आने के बाद वह अपने भारी पंखों को एक एक कर नोंच कर निकालता है और प्रतीक्षा करता पंखों के पुनः उग आने की।
   
150 days of suffering and waiting and then go somewhere to get it, the grand and high-flying, as the first new. 30 years after he won the restoration, energy, with honor and dignity.
150 दिन की पीड़ा और प्रतीक्षा और तब कहीं जाकर उसे मिलती है, वही भव्य और ऊँची उड़ान, पहले जैसी नयी। इस पुनर्स्थापना के बाद वह 30 साल और जीता है, ऊर्जा, सम्मान और गरिमा के साथ।
   
Nature teach us is sitting, old young hawk in flight. Are able to visualize the dream resurfaced. Flights also unleashing their paws, holding icons. Beak and feather fantasy install signifies hyperactivity. Desire to maintain control over the situation, actively own existence, to maintain the dignity of the self, to maintain a fresh concept in fantasy life. प्रकृति हमें सिखाने बैठी है, बूढ़े बाज की युवा उड़ान में। जिजीविषा के समर्थ स्वप्न दिखायी दे जाते हैं। अपनी भी उन्मुक्त उड़ानें पंजे, पकड़ के प्रतीक हैं। चोंच सक्रियता की द्योतक है और पंख कल्पना को स्थापित करते हैं। इच्छा परिस्थितियों पर नियन्त्रण बनाये रखने की, सक्रियता स्वयं के अस्तित्व की, गरिमा स्वयं को बनाये रखने की, कल्पना जीवन में कुछ नयापन बनाये रखने की।
   
   
   
Desire, hyperactivity, dignity and imagination, are all weak to light, in us, you come up to forty. Our personalities, there is loose. Ardhjivn Smaptpray starts feeling the same life. Enthusiasm, ambition, energy, become downward. We also have several options, some simple and quick, some painful. We also gave up the control of your life will show Atilchilepan helplessness filled. Like the eagle's claw. Laziness that caused us to abandon the mentality Urjasvit curve must show hyperactivity, hawk-like beak. The heaviness of being plagued us in the past and rejected the free flights of imagination must fill in, like the wings of an eagle. 150 days if not, then a month should be spent, to restore itself. Which is affixed to the body and mind, he would be breaking and nipping off the pain, like the eagle. Baz will be willing to fill the flights, the flight time will be higher, the veteran will be Anantgami. इच्छा, सक्रियता, गरिमा और कल्पना, सभी निर्बल पड़ने लगते हैं, हममें भी, चालीस तक आते आते। हमारा व्यक्तित्व ही ढीला पड़ने लगता है। अर्धजीवन में ही जीवन समाप्तप्राय लगने लगता है। उत्साह, आकांक्षा, ऊर्जा अधोगामी हो जाते हैं। हमारे पास भी कई विकल्प होते हैं, कुछ सरल और त्वरित, कुछ पीड़ादायी। हमें भी अपने जीवन के विवशता भरे अतिलचीलेपन को त्याग कर नियन्त्रण दिखाना होगा। बाज के पंजों की तरह। हमें भी आलस्य उत्पन्न करने वाली वक्र मानसिकता को त्याग कर ऊर्जस्वित सक्रियता दिखानी होगी, बाज की चोंच की तरह। हमें भी भूतकाल में जकड़े अस्तित्व के भारीपन को त्याग कर कल्पना की उन्मुक्त उड़ाने भरनी होंगी, बाज के पंखों की तरह। 150 दिन न सही, तो एक माह ही बिताया जाये, स्वयं को पुनर्स्थापित करने में। जो शरीर और मन से चिपका हुआ है, उसे तोड़ने और नोंचने में पीड़ा तो होगी ही, बाज की तरह। बाज तब उड़ानें भरने को तैयार होंगे, इस बार उड़ानें और ऊँची होंगी, अनुभवी होंगी, अनन्तगामी होंगी। 

Additional Associations for Falcon:
 Accompanying the soul back to the soul world
Agility
Aspiration
Assisting in soul healing
Controlling speed and movement
Determination
Focus
Freedom
Grace
Intensity
Learning the aerobatics of life
Life Purpose
Light
Mental Speed
Power
Prophecy
Purpose
Spirit
Superiority
Teaching swiftness
Transition and Change
Understanding magick
Visionary power

Azad Parinde
Eagles fly
Motivational Article
Spirit Animal Totems
Talk About the Falcons
जीत तक ज़ारी जंग
बाज के जीवन का प्रेरणादायक अंश
बाज़ की उड़ान
बूढ़े बाज की उड़ान

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